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Investors Summit: इन्वेस्टर्स समिट में ख्वाब दिखाकर ताजनगरी में अब तक नहीं आए निवेशक

Investors Summit पर्यटन विभाग ने वर्ष 2018 में लखनऊ में कराई थी इन्वेस्टर्स समिट। आगरा में निवेश को एमओयू करने वाले निवेशकों ने ड्रॉप किए प्रोजेक्ट।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 11:38 AM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 03:15 PM (IST)
Investors Summit: इन्वेस्टर्स समिट में ख्वाब दिखाकर ताजनगरी में अब तक नहीं आए निवेशक
Investors Summit: इन्वेस्टर्स समिट में ख्वाब दिखाकर ताजनगरी में अब तक नहीं आए निवेशक

केस एक

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ब्लूम इन प्राइवेट लिमिटेड ने इन्वेस्टर्स समिट मेंं आगरा में 200 करोड़ रुपये का निवेश करने को मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) किया था। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलता। बाद में निवेशक द्वारा एमओयू ड्रॉप कर दिया गया।

केस दो

थीम एडवेंचर एंड रिजोटर्स प्राइवेट लिमिटेड ने इन्वेस्टर्स समिट में आगरा में 140 करोड़ रुपये के निवेश को एमओयू किया। इससे 400 लोगों को रोजगार मिलता। बाद में उसने सुविधा की आवश्यकता नहीं कहकर इन्कार कर दिया।

केस तीन

मथुरा के लिए खंडेलवाल केबल्स ने तीन एमओयू क्रमश: 100, 60 और 50 करोड़ रुपये के निवेश को किए। इनमें क्रमश: 500, 200 और 200 लोगों को रोजगार मिलता। बाद में यह एमओयू निवेशक ने ड्रॉप कर दिए।

आगरा, निर्लोष कुमार। ये तीन केस तो केवल बानगी भर हैं। उप्र पर्यटन द्वारा वर्ष 2018 में कराई गई इन्वेस्टर्स समिट में निवेशकों ने ख्वाब तो खूब दिखाए, लेकिन पर्यटन से एमओयू करने के बाद उन्होंने पलटकर नहीं देखा। आधा दर्जन से अधिक एमओयू ड्रॉप हो गए हैं। इससे सरकार की यहां निवेशकों को आमंत्रित कर रोजगार सृजन की योजना परवान नहीं चढ़ सकी।

उप्र पर्यटन द्वारा वर्ष 2018 में पर्यटन के क्षेत्र में निजी निवेश को आमंत्रित करने को इन्वेस्टर्स समिट कराई गई थी। इसमें निवेशकों ने निवेश के लिए उप्र पर्यटन के साथ एमओयू किए थे। उप्र पर्यटन के ताज रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के तहत आने वाले आगरा-अलीगढ़ मंडल के जिलों के लिए 15 निवेशकों ने रुचि दिखाई थी। इनमें से छह निवेशकों ने अपने एमओयू ड्रॉप कर दिए, जबकि एक ने सुविधा की आवश्यकता से इन्कार कर दिया। आठ ने फॉर्म ही नहीं भरे। अब एमओयू के क्रियान्वयन को अद्यावधिक स्थिति जानने को ऑनलाइन एमओयू ट्रैकिंग पोर्टल के लिए क्षेत्रीय स्तर पर समीक्षा के लिए नोडल अधिकारी नामित किए जाने से यह जानकारी सामने आई है।

'आगरा में निवेश के लिए कुछ निवेशकों ने एमओयू किए थे, लेकिन उन्हाेंने अपने प्रोजेक्ट ड्रॉप कर दिए हैं। पर्यटन नीति के तहत एक होटल बना है, लेकिन उसके संचालन को अनुमति नहीं मिल पाई है। यहां टीटीजेड की बंदिशों के चलते निवेशकों ने अपने कदम पीछे खींचे हैं।

-अमित, उपनिदेशक पर्यटन


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