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Interstate Drug Supplier: सोता रहा औषधि विभाग, खिलाड़ी करते रहे अपना काम

Interstate Drug Supplier राजस्थान दिल्ली और हरियाणा की टीम ने शहर में आकर इस धंधे से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसा और स्थानीय औषधि विभाग को पता ही नहीं चला।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sun, 26 Jul 2020 08:48 AM (IST)Updated: Sun, 26 Jul 2020 08:48 AM (IST)
Interstate Drug Supplier: सोता रहा औषधि विभाग, खिलाड़ी करते रहे अपना काम
Interstate Drug Supplier: सोता रहा औषधि विभाग, खिलाड़ी करते रहे अपना काम

आगरा, जागरण संवाददाता। नशीली दवाओं के खिलाड़ी अपना काम करते रहे और जिम्मेदार औषधि विभाग को पता ही नहीं चला। राज्य से बाहर जब धड़ाधड़ कार्रवाई हुई तब भी आंख नहीं खुली। औषधि विभाग अब आंकड़े जुटाने की बात कर रहा है। हालांकि उसने अपनी तरफ से अभी भी कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।

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आगरा गैंग 11 राज्यों में नशीली दवाओं की सप्लाई कर रहा है। स्थानीय औषधि विभाग को इसकी भनक तक नहीं है। राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा की टीम ने शहर में आकर इस धंधे से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसा और स्थानीय औषधि विभाग को पता ही नहीं चला। स्थानीय औषधि विभाग की टीम मेडिकल स्टोर पर फार्मेसिस्ट और दवाओं के बिल की जांच कर रही है। मगर, देश भर में सप्लाई की जा रहीं नशीली दवाओं के कारोबारियों को लेकर अभी भी कोई सतर्कता दिखाई नहीं दे रही है। हालांकि विभाग का दावा है कि उसने समय-समय पर कार्रवाई कर नकली दवाओं पर सख्ती लगाने को प्रयास किए हैं।

बाहरी टीम ने कब कहां की कार्रवाई

- जुलाई 2020 में पंजाब पुलिस ने शीतला गली से दो सगे भाई और कमला नगर से पांच दवा कारोबारियों को पकड़ा

- सितंबर 2019 में ग्वालियर नारकोटिक्स की टीम ने फ्रीगंज के गोदाम से 225 करोड की दवाएं जब्त की

- 14 जनवरी 2020 दिल्ली नारकोटिक्स डिपार्टमेंट की टीम ने फव्वारा दवा बाजार में छापा मारा

- 2018 में हरियाणा पुलिस थोक दवा कारोबारी को पकड कर ले गई।

स्थानीय औषधि विभाग का दावा

- जनवरी 2019 में यमुना पार में एक गोदाम से बडी मात्रा में नशे में इस्तेमाल किए जाने वाले कोडीन युक्त कफ सीरप जब्त किए

- फरवरी 2019 में बांके बिहारी धाम, सिकंदरा के फ्लैट नंबर 305 में चल रही नकली दवा की फैक्ट्री पकड़ी। एक को जेल भेजा गया।

- जून 2019 निबोहरा क्षेत्र में नकली इंजेक्शन के मामले में चार को जेल भेजा गया

- जुलाई 2019 में मालवा ट्रांसपोर्ट यमुना पार में 20 लाख के कफ सीरप और दवाएं जब्त कीं।

- अगस्त 2019 में औषधि विभाग ने सिकंदरा से दो गोदाम से सवा करोड की दवा जब्त की। गोदाम पर काम करने वाले जेल भेजे, सरगना पकड़े नहीं गए

- दिसंबर 2019 में कमला नगर और विजय नगर कॉलोनी में अवैध गोदाम से 20 लाख रुपये की नशीली दवाएं पकड़ी

'नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करने वालों के बारे में राजस्थान और पंजाब पुलिस की मदद ली जाएगी। इससे अवैध कारोबार करने वालों पर कार्रवाई की जा सके। स्थानीय स्तर पर 2019 में कई बड़ी कार्रवाई की गई हैं।

- राजकुमार शर्मा, औषधि निरीक्षक

'फव्वारा थोक दवा बाजार का कोई भी कारोबारी ऐसा काम नहीं कर रहा है। ये हॉकर हैं जो ऐसा काम करते हैं। इन पर कोई लाइसेंस नहीं है।

- ओम प्रकाश, अध्यक्ष आगरा फार्मा एसोसिएशन

'आए दिन कई राज्यों की टीम आगरा में छापा मारकर काले कारोबारियों को पकड़ कर ले जाती हैं। पैसे देकर छूट जाते हैं। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

- आशीष शर्मा, जिलाध्यक्ष आगरा महानगर केमिस्ट एसोसिएशन

'नशीली दवाओं का अवैध धंधा करने वालों से दवा बाजार बदनाम हो रहा है। स्थानीय औषधि विभाग भी कार्रवाई नहीं करता है। विभाग के अधिकारियों पर रिश्वत लेने के भी आरोप लग चुके हैं।

- आशु शर्मा, अध्यक्ष जिला आगरा केमिस्ट एसोसिएशन  


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