खनन माफिया से सेटिंग और रिश्वत मांगने पर इंस्पेक्टर अछनेरा निलंबित Agra News
ऑडियो वायरल करने के आरोप में एक सब इंस्पेक्टर भी हुआ निलंबित। 50 हजार में बिना मारपीट जेल भिजवाने का कर रहे थे वादा।
आगरा, जागरण संवाददाता। खनन माफिया को सेटिंग से जेल भेजने और रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल होने पर इंस्पेक्टर अछनेरा पर गाज गिर गई। सीओ की जांच के बाद इंस्पेक्टर अछनेरा और एक सब इंस्पेक्टर को एसएसपी बबलू कुमार ने निलंबित कर दिया। इंस्पेक्टर की विभागीय जांच भी शुरू हो गई है।
अछनेरा थाने कैलाश, दयाशंकर, लोकेश और सत्तो के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ था। इनमें से लोकेश और सत्तो फरार हैं। रविवार को इंस्पेक्टर अछनेरा संजीव तोमर का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें इंस्पेक्टर लोकेश के रिश्तेदार से 50 हजार रुपये लेकर बिना मारपीट के जेल भेजने की बात कह रहे हैं। 15 मिनट 14 सेकंड के ऑडियो क्लिपिंग में और भी तमाम बातें हैं। रविवार को ही आइजी ए सतीश गणेश ने एसएसपी को मामले में जांच के निर्देश दिए थे। इसके बाद एसएसपी बबलू कुमार ने सीओ अछनेरा वीएस वीर कुमार को जांच दे दी। उन्होंने ऑडियो में इंस्पेक्टर से बात करते सुने जा रहे आरोपित के रिश्तेदार और इंस्पेक्टर के बयान लिए। अन्य लोगों से भी उन्होंने पूछताछ की। इसमें सामने आया कि इंस्पेक्टर संजीव तोमर की मंशा आरोपितों को सेटिंग से जेल भेजकर रुपये लेने की थी। इसलिए उन्हें प्रथमदृष्टया दोषी पाया। उधर, ऑडियो वायरल करने का आरोप इंस्पेक्टर ने अपने बयान में एसआइ मनवीर सिंह पर लगाया। उन पर यह भी आरोप था कि पिछले दिनों अधिकारियों के कहने पर सब इंस्पेक्टर की नकारात्मक रिपोर्ट दी गई थी। इसके बाद सब इंस्पेक्टर का पिढौरा थाने में तबादला हो गया। इससे बौखलाकर ही उसने ऑडियो वायरल की। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि सीओ की रिपोर्ट के बाद इंस्पेक्टर अछनेरा संजीव तोमर और सब इंस्पेक्टर मनवीर सिंह को निलंबित कर दिया। दोनों की विभागीय जांच भी शुरू करा दी है।
कोर्ट में हाजिर नहीं हुए आरोपित
इंस्पेक्टर और लोकेश के रिश्तेदार की बातचीत का ऑडियो एक माह पुराना है। इसके बाद भी अभी तक न तो कोर्ट में हाजिर हुए और न ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया।