रात में सोएं सावधानी से, कहीं चैन की नींद दे न जाए शरीर पर दाग Agra News
एसएन और निजी क्लीनिक पर पहुंच रहे इंसेक्ट बाइट के केस। मच्छरों के काटने से बच्चों के शरीर पर निकल रहे दाने।
आगरा, जागरण संवाददाता। रात को ठीक सोए, सुबह जगने पर चेहरा सूज गया। किसी के एक पैर में सूजन तो कुछ के फफोले पड़ गए। यह समस्या कीड़े के काटने से हो रही है। मानसून की बारिश से कीड़ों की संख्या बढ़ गई है। ऐसे में एसएन, जिला अस्पताल और निजी क्लीनिक पर कीड़े के काटने से पीड़ित मरीज परामर्श लेने पहुंच रहे हैं।
चार जुलाई से मानसून की बारिश होने लगी है, इससे कीड़ों की संख्या बढ़ गई है। दिन ढलते ही यह मंडराने लगते हैं। जहां भी रोशनी होती है, वहां तो इनके झुंड इकट्ठे हो जाते हैं। वहां लोगों का एक पल भी ठहरना मुश्किल हो जाता है। यह घरों में भी प्रवेश कर जाते हैं और लोगों का खाना-पीना, सोना हराम कर देते हैं। यह कारण है कि लोगों को रात में घरों की लाइट बंद करनी पड़ रही है। इसके बावजूद कीड़ों के हमलों से वह बच नहीं पा रहे। कीड़े सोते में भी लोगों पर हमला बोल रहे हैं। चूंकि बड़े तो शरीर ढक कर सो जाते हैं, सो उन्हें थोड़ी राहत रहती है, मगर बच्चे सोते में शरीर नहीं ढकते, सो वही ज्यादा इन कीड़ों के शिकार हो रहे हैं। जहरीले कीड़ों के काटने से चेहरे पर सूजन, एक पैर में सूजन, शरीर पर फफोले और लाल रंग की लाइन बन रही है। ऐसे केस में लोग घरेलू उपचार कर रहे हैं, केमिस्ट से लेकर स्टेरॉयड लगा रहे हैं। इससे सूजन और दाने कम होने की जगह बढ़ रहे हैं। राहत नहीं मिलती तो फिर लोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के क्लीनिकों पर पहुंच रहे हैं। वहीं, चर्म रोग विशेषज्ञ से इलाज कराने पर तीन से चार दिन में यह ठीक हो रहा है। पिछले एक सप्ताह से कीड़े काटने की समस्या से पीड़ित 20 फीसद मरीज एसएन के चर्म रोग विभाग और बाल रोग विभाग में पहुंच रहे हैं। इसी तरह से जिला अस्तपाल और निजी क्लीनिक पर भी मरीजों की संख्या बढ़ी है। इस मौसम में कीड़ों से बचें, शरीर ढक कर सोएं।
विशेषज्ञ की सलाह
इंसेक्ट बाइट के केस तेजी से बढ़े हैं, चेहरा और पैर में सूजन आ रही है। फफोले पड़ रहे हैं, ऐसे में डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही दवाएं लें और ट्यूब लगाएं।
डॉ. यतेंद्र चाहर, विभागाध्यक्ष चर्म रोग विभाग, एसएन मेडिकल कॉलेज
मच्छरों के काटने से बच्चों के शरीर पर दाने निकल रहे हैं, एक हिस्सा लाल हो रहा है। इस मौसम में बच्चों को मच्छर से बचाएं। शरीर ढंक कर रखें।
डॉ. नीरज यादव, बाल रोग विशेषज्ञ