द¨रदे का नाम सुनते ही दहशत से कांप उठती है मासूम बालिका
-बच्ची के सामने आरोपित का नाम अपनी जुबां पर नहीं ला रहे परिजन -हालत में सुधार के बाद डॉक्टरों ने एसएन से दी छुट्टी
आगरा: द¨रदे का नाम सुनते ही चार वर्षीय मासूम दहशत से भर उठती है। वो मां से लिपटकर रोने लगती है। बेटी की हालत देख परिजन आरोपित का नाम तक अपनी जुबां पर नहीं ला रहे। उसे देखने आने वालों को भी पहले से ही इसकी हिदायत दी जा रही थी। बच्ची की हालत में सुधार के बाद डॉक्टरों ने मंगलवार उसे एसएन से छुट्टी दे दी।
खेरागढ़ क्षेत्र में रविवार शाम को धौलपुर के सैपऊ निवासी रिन्का अपने रिश्तेदार की चार वर्षीय पुत्री को घुमाने के बहाने ले गया था। नशे में धुत रिन्का ने बच्ची को जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया। उससे मृत जानकर वहां फेंक गया। पुलिस ने 14 घटे चले सर्च आपरेशन के बाद बच्ची को बदहवास हालत में खेत से बरामद किया।
द¨रदगी की शिकार मासूम सोमवार की देर शाम पूरी तरह होश में आ सकी। उसे देखने आए एक परिचित ने रिन्का का नाम ले लिया। जिसे सुनते ही वह दहशत के चलते रोने लगी। वह इतनी बुरी तरह डरी हुई है कि माता-पिता को अपनी आंखों से दूर नहीं होने दे रही। इतने सारे लोगों के बीच वार्ड में अकेले होते रोना शुरू कर देती है। होश आने के 24 घंटे बाद भी उसके दिलो दिमाग पर खौफ की चादर छाई हुई है। परिवार के लोगों ने बताया कि बच्ची के सामने वह रिन्का का नाम नहीं ले रहे। परिचितों को भी इस बारे में हिदायत कर दी है।
द¨रदे को जिंदगी भर जेल में रखे पुलिस
मासूम की मां का कहना था कि पुलिस द¨रदे को पूरी जिंदगी जेल के अंदर रखे। इससे कि वह किसी और बच्ची के साथ ऐसा कृत्य नहीं कर सके। वह उसे कभी माफ नहीं करेंगी।
गांव में नहीं घुस पाएंगे आरोपित के परिजन
आरोपित के परिजन गांव में नहीं घुस पाएंगे। आरोपित रिन्का के परिजनों ने समझौते के लिए गांव आने की जानकारी भेजी थी। पीड़िता के परिजनों और ग्रामीणों ने उनको गांव में कदम न रखने देने की कहलवा दी। केवल बहू के सगे संबंधी ही गांव आ सकेंगे।
फोरेंसिक लैब भेजी जाएगी रिपोर्ट
पुलिस को पीडि़ता के मेडिकल से संबंधित सारी रिपोर्ट मिल गई हैं। जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके अलावा मौके से मिले सबूतों को भी फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। डीजीपी ने फोरेंसिक लैब को पॉक्सो से संबंधित जांचों को प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दे रखे हैं।