रंगों में घुल सी गई ताजमहल की सुंदरता, बस दिल से निकला वाह ताज Agra News
इंडियन वाटर कलर सोसायटी द्वारा मेहताब बाग में पेंटिंग कार्यक्रम कराया गया। इसमें 17 देशों के 55 पेंटर्स ने लिया भाग।
आगरा, जागरण संवाददाता। अदभुत, अविस्मरणीय, अनूठा और आलौकिक...यह वो संबोधन थे जो बीस से ज्यादा भाषाओं में निकल रहे थे। इंटरनेशनल वॉटर कलर सोसायटी द्वारा मेहताब बाग पर आयोजित कार्यशाला में दुनिया भर के बीस देशों के चित्रकारों ने ताजमहल की खूबसूरती को अपनी तूलिका से उकेरा। इस समय को उन्होंने अपनी सबसे खूबसूरत याद के रूप में संजो लिया।
रंगों में घुल गई ताज की सुंदरता
सोसायटी द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में दुनिया भर के बीस से ज्यादा देशों के चित्रकारों ने भाग लिया। इन चित्रकारों ने मेहताब बाग से ताजमहल को अपने रंगों में घोल कागज पर उतार दिया। सोसायटी के वाइस प्रेसीडेंट अमित कपूर ने बताया कि आठ दिसंबर को दिल्ली से यह कार्यक्रम शुरू हुआ है। इसे ओलपिंयाड का नाम दिया गया है। दिल्ली में 110 देशों के चित्रकारों का संगम हुआ था। वहां से बुधवार को 70 चित्रकारों का एक दल आगरा पहुंचा। गुरुवार सुबह मेहताब बाग पर सभी ने ताजमहल की पेटिंग बनाई।
बरसात ने डाला सपनों पर पानी
यह दल ताजमहल पर पेटिंग करने के बाद बटेश्वर रवाना हुआ। बटेश्वर पर भी पेटिंग करने की योजना थी। लेकिन बरसात और कोहरे के कारण यह संभव नहीं हो पाया।
इनका रहा सहयोग
आगरा प्रवास के दौरान इस दल का सहयोग एएसआई, टूरिज्म गिल्ड व स्थानीय प्रशासन ने किया। चंबल सफारी पर आरपी सिंह ने दल को भोजन कराया और बटेश्वर की सैर कराई। सोसायटी के आगरा भ्रमण में मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स के ज्वाइंटर सेक्रेटरी अमृत अभिजात का पूर्ण सहयोग रहा।
कैमरे में कैद किया पलों को
फोटोग्राफर क्लब ऑफ आगरा ने ताजमहल और बटेश्वर भ्रमण के दौरान दल के हर सदस्य के भावों को अपने कैमरों में कैद किया। हरविजय वाहिया, पीयूष सचदेवा, वेद पाल धर, सिद्धार्थ जैन, सौरव गांगिल, असलम खान, आनंद तिवारी, सुधाशुं ने फोटो खींचे।
इन देशों के चित्रकारों ने बनाई पेटिंग
कैनेडा, स्पेन, म्यांमार, बुल्गारिया, इटली, ऑस्ट्रिया, स्विटरजरलैंड, चाइना, थाईलैंड, ईरान, रशिया, मॉरीशस, मेक्सिको, पोलैंड, बांग्लादेश, नेपाल समेत 20 देशों के चित्रकार आए थे।
सपने को जीने जैसा है ताजमहल को देखना
मैंने हमेशा से ताजमहल की सुंदरता को किताबों में, इंटरनेट पर और लोगों की जुबां से देखा और सुना था। कभी नहीं सोचा था कि मुझे यह मौका मिलेगा कि मैं ताजमहल को अपने पेंट ब्रश से पेंट कर पाऊंगी। - मोना ओमरानी, स्पेन
इससे सुंदर कुछ नहीं हो सकता। मैंने दिमाग में कई रंग सोचे और हर रंग में मुझे ताजमहल उतना ही सुंदर दिखा।
- अनेदा, पोलैंड
जन्नत को अगर चित्र के रूप में बनाने को कहा जाए तो कुछ ऐसा ही होगा। हमारे लिए ताजमहल को अपनी पेटिंग के रूप में बनाना, जन्नत को जीने जैसा है।
- कौसर व एनबी गुरूंग, नेपाल व बांग्लादेश
मेरे हाथ कांप रहे थे। लगा इस सुंदरता को हम सिर्फ महसूस कर सकते हैं। चित्र बनाते समय लगा कि मेरे पूरे अस्तित्व में ताजमहल में समाई मोहब्बत समा गई है।
- सेल्मा, बुल्गारिया