Move to Jagran APP

एयर स्‍ट्राइक पर पूर्व कर्नल ने कहा भारत वैश्विक संदेश देने में सफल हुआ

जागरण विमर्श में सेवानिवृत्त कर्नल उमेश दुबे और कैप्टन सुबुद्धि ने बालाकोट हमले से क्या हासिल हुआ विषय पर रखे विचार। कहा अभी तो आंतरिक सफाई चल रही है असली ऑपरेशन बाकी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 13 Mar 2019 01:43 PM (IST)Updated: Wed, 13 Mar 2019 02:45 PM (IST)
एयर स्‍ट्राइक पर पूर्व कर्नल ने कहा भारत वैश्विक संदेश देने में सफल हुआ
एयर स्‍ट्राइक पर पूर्व कर्नल ने कहा भारत वैश्विक संदेश देने में सफल हुआ

आगरा, ऋषि दीक्षित। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत की एयर स्ट्राइक ने वैश्विक स्तर पर संदेश दिया है कि वह अब चुप नहीं बैठ सकता। संप्रभुता की रक्षा के लिए भारत स्वतंत्र है और कहीं भी कुछ भी कर सकता है। भारतीय सेना की कार्रवाई से पाकिस्तान के बालाकोट में करीब 300 आतंकी मारे गए हैं। यह सेटेलाइट इमेज और इन्फ्रा रेड (आइआर) सिग्नल से साबित हो गया है। यह जानकारी मंगलवार को सेवानिवृत्त कर्नल उमेश दुबे और कैप्टन सुबुद्धि ने जागरण के विमर्श कार्यक्रम में 'बालाकोट हमले से क्या हासिल हुआ' विषय पर दी। 

loksabha election banner

कर्नल उमेश दुबे का कहना है कि वर्ष 1971 के बाद भारत के लड़ाकू जहाजों ने सीमा रेखा पार कर पाकिस्तान में 80 किलोमीटर अंदर घुसकर आतंकी शिविरों को तबाह किया है। इस बार आतंकवादियों के लिए खतरे की घंटी नहीं घंटा बज गया है। इससे पाकिस्तान घबरा गया है और अब वह परमाणु हथियारों के प्रयोग की धमकी देना भी भूल गया है। वर्तमान स्थितियों में वह उनका प्रयोग कर भी नहीं सकता। डर के चलते उसका हवाई क्षेत्र भी सीमित रह गया है। उसके घरेलू जहाज वर्तमान में भी सीमित कॉरिडोर में ही उड़ान भर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय दबाव में ही उसने भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा किया है। यदि पाकिस्तान अभिनंदन को नहीं छोड़ता तो भारत और भी बड़ी कार्रवाई कर सकता था। 26 फरवरी की एयर स्ट्राइक को पाकिस्तान याद रखेगा। पुलवामा जैसी हिमाकत करने से पहले सौ बार सोचेगा।

भारत की एयर स्ट्राइक पर उठ रहे सवालों पर कर्नल दुबे ने कहा कि एक हजार किलोग्र्राम का बम जब गिरता है तो 20 मीटर गहरा गड्ढा हो जाता है, चारों तरफ तबाही मच जाती है। इस तरह के हमले टारगेट फिक्स कर किए जाते हैं। हमले से पहले आतंकी क्षेत्रों की सेटेलाइट इमेज ली गई थी। नाइट विजन डिवाइस का प्रयोग कर रेडिएशन लेवल देखा गया था। उसके बाद खुफिया एजेंसियों की सूचना पर बालाकोट में कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि कुछ चीजें राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित होती हैं, सेना जिनकी जानकारी नहीं दे सकती। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सेना को इसी तरह कार्रवाई की छूट मिली तो पांच वर्ष के अंदर आतंकवाद का पूरी तरह सफाया हो जाएगा। अभी अंदर की सफाई चल रही है। कई तरह के ऑपरेशन एक साथ चल रहे हैं। सीमा पर नागरिकों की सुरक्षा के लिए गांव-गांव बंकर बनाए जा रहे हैं। यह सरकार की इच्छाशक्ति से ही संभव हुआ है। इस समय भारत की छवि बहुत अच्छी है। पाकिस्तान बेनकाब हो गया है। पहले देश की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, बिजनेस लॉबी का दबाव था, इसलिए वाजपेयी सरकार मसूद अजहर को छोडऩे को मजबूर हुई। परमाणु धमकी को सह गई। अब भारत हर दृष्टि से मजबूत है अब कोई दबाव सहन नहीं होगा। पाकिस्तान को अंदाजा नहीं था कि पुलवामा की घटना के बाद भारत उसको ऐसा करारा जवाब देगा।

आतंकवादी पाक के फोर्थ पिलर

पाकिस्तान में आतंकवाद को पनाह दी जा ती है यह पूरा विश्व जानता है। आतंकवाद वहां का फोर्थ पिलर है। ऐसा बयान वहां के राजनीतिज्ञ कई बार दे चुके हैं।

पाकिस्तान को भी हुआ फायदा

बालाकोट में आतंकवादियों पर भारत की एयर स्ट्राइक का फायदा पाकिस्तानी सरकार को भी हुआ है। कर्नल दुबे का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते वहां की सरकार सेना का मुंह बंद करने में सफल रही है। उसके लिए नासूर बन चुके आतंकवाद पर उसे नियंत्रण करने का भी मौका मिल गया है। अगर वह चाहे तो मौके का फायदा उठा सकती है।

भारत-पाक फेडरेशन भी बन सकता है

कर्नल दुबे ने कहा कि ऐसे में मौका है पाकिस्तान आतंकवाद से मुक्ति पा ले तो भाईचारा कायम हो सकता है। भविष्य में भारत-पाक फेडरेशन भी बन सकता है।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.