थाली का बिगड़ा स्वाद: प्याज निकाल रहा आंसू, टमाटर हुआ लाल Agra News
अदरक 100 हरा धनिया 200 पार सब्जियों में भी लगी आग। मुनाफाखोरी रोकने को कमिश्नर के जांच के आदेश।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्याज तो आंसू निकाल ही रहा था अब टमाटर भी लाल हो रहा है। केन्द्र सरकार की ओर से बफर स्टॉक से खुले बाजार में प्याज, दालों और खाद्य तेल की बिक्री के ऐलान और जमाखोरों पर कार्रवाई के आदेश के बावजूद दाम लगातार बढ़ रहे हैं। प्याज, टमाटर, हरा धनिया और अदरक के दामों में लगातार बढ़ोतरी ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। स्थानीय सब्जी मंडियों में प्याज व टमाटर 50 से 60 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। अदरक 150 से 180 रुपये किलो तक लोग खरीद रहे हैं। विक्रेताओं की मानें तो दशहरा के बाद टमाटर, अदरक व गोभी की कीमतों में कमी आने की उम्मीद है।
सिकंदरा सब्जी मंडी में रविवार- सोमवार को हरी सब्जियों के भाव आसमान छूते दिखाई दिए। टमाटर के भाव में 60 फीसदी का उछाल आया है। प्याज के भाव सितंबर माह के अंत में 50 रुपए प्रति किलो पहुंचने के बाद एक सप्ताह तक लगातार प्याज के दाम घटे और प्याज 30-40 रुपए प्रति किलो तक आ गया।
पिछले तीन दिन से एकाएक प्याज के दाम में फिर उछाल आ रहा है। हालात यह है कि जो सब्जियां गैर राज्यों व जनपदों से आगरा मंडी में आ रही हैं, उनके भाव सामान्य है, लेकिन जो सब्जियां आसपास के कस्बों, गांवों से आ रही हैं, उनके भाव भी आसमान पर हैं। गोभी की खेती आगरा में होती है, इसके बाद भी मंडी में भाव 40-50 रुपये है। अन्य सब्जियों का भी यही हाल है।
मुनाफाखोरी है महंगाई का कारण
सिकंदरा मंडी के आढ़तियों की मानें तो कीमत में उछाल आने का कारण बारिश और बाढ़ है। कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश में लगातार बारिश से प्याज, टमाटर और अदरक की फसलें बर्बाद हो गई हैं। ऐसे में आवक में कमी होने के कारण इनकी कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। हिमाचल प्रदेश से कुछ आपूर्ति है, लेकिन वह नाकाफी है। बीते चार दिनों से टमाटर के ट्रकों की संख्या आधी रह गई है, इसीलिए भाव बढ़ गए हैं।
कमिश्नर के जांच के आदेश
कमिश्नर अनिल कुमार ने उपनिदेशक मंडी एमसी गंगवार, मंडी सचिव शिव कुमार राधव व उपनिदेशक उद्यान कौशल कुमार को इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने इस कमेटी को मौका-मुआयना करने के लिए कहा है। कमिश्नर का मानना है कि दो सप्ताह पहले भी ऐसा ही मामला सामने आया था तो मंडी में सख्ती के बाद प्याज के दाम में गिरावट आ गई थी, इस बार मंडी के सभी थोक कारोबारियों के यहां छानबीन करनेेे के लिए कहा गया है।
सब्जी का गणित, एक मंडी मेें तीन भाव
सिकंदरा मंडी में सब्जी के दाम में बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण मुनाफाखोरी ही माना जा रहा है। मंडी में प्याज के 12 वरिष्ठ थोक कारोबारी, 186 थोक कारोबारी व 200 से अधिक अन्य कारोबारी है। रविवार को वरिष्ठ थोक व्यापारियों के यहां प्याज का भाव 25-35 रुपए प्रति किलो, थोक व्यापारी के यहां 32-45 रुपए किलो व अन्य कारोबारियों के यहां 35 से 50 रुपए प्रति किलो बिका। प्याज के थोक कारोबारी सोहन लाल, दीपक, नितिन व दिलीप ने बताया कि मंडी में वर्तमान में बेंगलुरु, इंदौर, नासिक से प्याज आ रही है।
सामान्य तौर पर इस मंडी में रोज करीब 1600 क्विंटल प्याज आती है लेकिन रविवार को 400 क्विंटल प्याज आई। नवरात्र समाप्त होने को है, इसलिए प्याज की डिमांड बढ़ गई। आवक कम व डिमांड बढऩे से भाव भी बढ़ रहे है। वैसे भी सब्जी के दाम आवक व डिमांड पर रोज निर्धारित होते है। धनिया, अदरक समेत अन्य सब्जियों का यही हाल है।
ये रहे सब्जी के भाव
सब्जी थोक रिटेल
आलू 15 20 रुपये
प्याज 35-40 50-60
टमाटर 35-40 50-60
गोभी 30-35 50-60
बैगन 20-30 40
भिंडी 30 40
कद्दू 15-20 30
अरबी 20 40
मूली 20-30 40-50
गाजर 30 50
करेला 30-40 60
शिमला मिर्च 30-40 60
अदरक 60-70 100
हरा धनिया 120 200
नीबू 50-60 90
(भाव सिंकदरा मंडी के प्रति किलो मेें हैं)