भाकियू की महापंचायत में डीएम-एसएसपी को बुलाने की मांग पर अड़े किसान
प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने कहा जब तक अधिकारी आकर बात नहीं करेंगे तब तक डटे रहेंगे। एटा के इसौली में लगाया जाम एसडीएम जलेसर की घेराबंदी एसडीएम टूंडला और सीओ को नजरबंद का एलान। मौके पर चल रही तनातनी।
आगरा, जेएनएन। कृषि कानूनों को लेकर चल रहे गुरुवार को भाकियू (भानु) की महापंचायत में किसान नेता जमकर गरजे। प्रदेश अध्यक्ष ने एटा और फीरोजाबाद के डीएम-एसएसपी के न पहुंचने पर आंदोलन छेड़ने का एलान कर दिया। वहीं महापंचायत से उठकर गए एटा के किसानों ने इसौली चौराहे पर जाम लगा दिया। प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह का कहना था कि अधिकारी आएं और शासन से उनकी बात कराएं।
भाकियू भानु के इमलिया स्थित प्रदेश कार्यालय पर गुरुवार दोपहर एक बजे से महापंचायत शुरू हुई। कृषि कानूनों को रद करने की मांग उठाते हुए प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि एटा और फीरोजाबाद के अधिकारी अगर एक घंटे में नहीं पहुंचे तो किसान सड़कों पर उतरेंगे। तीसरे पहर तीन बजे एटा से आए किसान महापंचायत से निकले और इसौली चौराहे पर जाम लगा दिया। इधर, टूंडला एसडीएम राजेश वर्मा और सीओ देवेंद्र सिंह के पहुंचने पर प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें नजरबंद करने का एलान कर दिया। उनका कहना था कि जब तक डीएम-एसएसपी नहीं आते तब तक अधिकारियों को नहीं जाने दिया जाएगा। गौरतलब है कि 26 जनवरी को दिल्ली में उपद्रव के बाद भाकियू भानु ने चिल्ला बार्डर छोड़ दिया था और कभी पदाधिकारी गांव लौट आए थे।
आरोपों पर राष्ट्रीय अध्यक्ष की जांच के लिए भी तैयार
प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने संबोधन के दौरान कहा कि उनके पिता और राष्ट्रीय अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह पर पैसा लेने के आरोप लगाए जा रहे हैं। मैं मांग करता हूं कि उनकी भी जांच कराई जाए। यदि कोई गलत संपत्ति मिले तो उसे जब्त कर जेल भेजा जाए।