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अब नहीं होती चाचा चौधरी की चर्चा, साबू की जगह अब ख्‍वाबों में पबजी आ बसा

बच्चों को भा रहे पबजी और सबवे सर्फर्स। पहले कॉमिक्स की दुकानों पर लगती थी भीड़।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 04 May 2019 12:17 PM (IST)Updated: Sat, 04 May 2019 07:10 PM (IST)
अब नहीं होती चाचा चौधरी की चर्चा, साबू की जगह अब ख्‍वाबों में पबजी आ बसा
अब नहीं होती चाचा चौधरी की चर्चा, साबू की जगह अब ख्‍वाबों में पबजी आ बसा

आगरा, जागरण संवाददाता। कुछ सालों पहले मोहल्लों में कॉमिक्स की दुकानों पर बच्चों की भीड़ लग जाती थी। हर कोई अपने-अपने पसंदीदा सुपर हीरो की कहानी पढ़ने को उतावला नजर आता था, लेकिन मोबाइल के इस युग में गेम का ग्लेमर बच्चों पर इस कदर हावी हुआ है कि कॉमिक्स के सुपर हीरो गुम हो गए हैं। गर्मियों की छुट्टी में जब स्कूल बंद होते थे तो बच्चे कामिक्स की दुकानों का रुख कर लेते थे। खाली वक्त में कामिक्स उनका मनोरंजन करती थीं। चाचा चौधरी, साबू जैसे पात्र उनके हीरो हुआ करते थे। ये कहानियां शिक्षाप्रद होती थीं, लेकिन अब बच्चों के हीरो चाचा चौधरी नहीं, वीडियो गेम के एनीमेशन काटरून हो गए हैं, जिनमें वे खोए रहते हैं। इससे किताबों को पढ़ने के प्रति उनकी रुचि खत्म सी होती जा रही है। परीक्षा खत्म होने के बाद आजकल बच्चे मोबाइल पर गेम खेलने में ज्यादा समय बिता रहे हैं।

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ये थे सुपर हीरो

चाचा चौधरी, साबू, पिंकी, बिल्लू, नागराज, सुपर कमांडो ध्रुव, डोगा, बांकेलाल, भोकाल, परमाणु, तौसी आदि बच्चों के सुपर हीरो होते थे। इनकी कॉमिक्स पढ़ने के लिए बच्चे बेकरार रहते थे।

पढ़ने की रुचि हुई कम

वीडियो गेम के आने से बच्चों में किताब पढ़ने की रुचि कम हुई है। कक्षा में बच्चे किताब पढ़ने पर जरा सी देर में ऊब जाते हैं। यह चिंता की बात है। हमें बच्चों को शिक्षाप्रद किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

होते थे कॉमिक्स क्लब

जब कामिक्स का शुरूआती दौर था, तब शहर के बाजार में इसकी दर्जनों दुकानें हुआ करती थीं, जहां बच्चों को किराये पर कामिक्स दी जाती थीं। घंटे के हिसाब से पैसे लिए जाते थे। एक कामिक्स का किराया पचास पैसे से लेकर एक रुपए निर्धारित था। बच्चों के कॉमिक्स क्लब होते थे, जिसमें क्लेक्शन कर एक साथ कॉमिक्स लाकर पढ़ते थे।

मम्मी-पापा बता रहे कौन चाचा चौधरी

सदर बाजार स्थित मॉडर्न बुक के संचालक भूषण कुमार ने बताया कि चाचा चौधरी, पिंकी, बिल्लू जैसे पात्रों की कॉमिक्स आज भी आ रही हैं। इन कॉमिक्स को देखकर माता-पिता अपने बच्चों को पात्रों के बारे में बताते हैं और पढ़ने के लिए खरीदते हैं।

वीडियो गेम में दिलचस्पी

बच्चे अब कॉमिक्स की जगह वीडियो गेम खेलने में व्यस्त हैं। इसमें पबजी सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है। इसके अलावा मोटो जीपी, मोटो ग्रांड पिक्स, कॉन्ट्रा, टेंपल रन, डायनासोर हंटर आदि गेम्स हैं जो बच्चे पसंद करते हैं।

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