Gram Panchayat Chunav: आगरा मंडल के इस जिले में चुनावी बिसात पर भाजपा की शह, दिग्गजों को मिली मात
Gram Panchayat Chunav मैनपुरी में अपने बेटों को टिकट दिलाने को ताकत झोंक रहे थे दो माननीय नाकाम। मुलायम सिंह की भतीजी संध्या सहित सपा से आए नेताओं पर भी जताया भरोसा। पति अनुजेश यादव बीते लोकसभा चुनाव के समय भाजपा में शामिल हो गए थे।
आगरा, दिलीप शर्मा। चुनावी समर में माननीयों के स्वजन को उपकृत न करने की भाजपा की रणनीति ने कई दिग्गजों को झटका दिया है। जिला पंचायत में जीत को भाजपा ने जो चुनावी बिसात सजाई, उसमे अपने स्वजन को लड़ाने का ख्वाब देख रहे माननीयों को मात मिली है। केसरिया खेमे ने दमदार दावेदारों के साथ जातीय संतुलन बिठाने की कोशिश की है। साथ में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्या यादव को टिकट देकर यह संदेश भी देने की कोशिश की है कि भाजपा के साथ आने वालों को भी पूरा सम्मान मिल रहा है।
जिला पंचायत चुनाव में प्रत्याशी घोषित करने के भाजपा के फैसले के बाद से ही पार्टी के अंदर दावेदारी की मशक्कत चल रही थी। हर सीट पर कई-कई आवेदन थे। इस रेस में कई माननीय भी दौड़ रहे थे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इनमें से दो माननीय अपने-अपने बेटों के लिए टिकट मांग रहे थे। इसी बीच क्षेत्र में प्रचार भी शुरू कर दिया गया था। इनमें से एक माननीय के वार्ड से दूसरे मजबूत दावेदार ने गणित बिगाड़ दिया। पार्टी सूत्रों की माने तो अब जिसे टिकट दिया गया है, यदि जीत मिलती है तो उसे अध्यक्ष पद का भी मजबूत दावेदार माना जा रहा है। वहीं दूसरे माननीय के पुत्र की टिकट को लेकर अंदरखाने जबर्दस्त विरोध हो रहा था। ऐसे में संगठन ने उनकी कोशिशों को भी तवज्जो नहीं दी और बेटे को चुनाव लड़ाने के अरमान ढेर हाे गए। बुधवार को जिले भर में घोषित उम्मीदवारों से ज्यादा इनकी टिकट कटने की ही चर्चाएं चलती रहीं। हालांकि भाजपा ने दो बार से लोकसभा के प्रत्याशी रहे प्रेम सिंह शाक्य के पुत्र अनुपम बौद्ध को किशनी द्वितीय से प्रत्याशी घोषित किया है। भाजपा नेता स्व. मदन चौहान की पत्नी सुमन चौहान को भी वार्ड मैनपुरी तृतीय से प्रत्याशी बनाया गया है। सुमन चौहान पूर्व में भी जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं। घिरोर के निवर्तमान ब्लाक प्रमुख सत्यपाल यादव के भतीजे यदुवंश सिंह टीटू को भी प्रत्याशी घोषित किया गया है। यदुवंश भी निवर्तमान जिपं सदस्य हैं। सपा से आने वालों को भी इनाम भाजपा ने अपनी सूची में सपा छोड़कर आने वाले नेताओं को भी पूरा सम्मान दिया है। इनमें सबसे पहला नाम निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष संध्या यादव का है। संध्या यादव, सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव की भतीजी और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की सगी बहन हैं। उनके पति अनुजेश यादव बीते लोकसभा चुनाव के समय भाजपा में शामिल हो गए थे। अब भाजपा ने संध्या यादव वार्ड घिरोर तृतीय से प्रत्याशी बनाया है। पूर्व विधायक मानिकचंद के पुत्र रविंद्र प्रताप सिंह को करहल तृतीय से टिकट दी गई है। मानिकचंद बीते लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा में शामिल हुए थे। इनके अलावा पिछले दिनों ही भाजपा में शामिल हुए मनेश चौहान की अनुज वधू सारिका चौहान को भी वार्ड जागीर प्रथम से प्रत्याशी बनाया गया है। दूसरों की टिकट कटवा कर फंस गए माननीय जिले के ताकतवर माननीय स्वजन की टिकट कटने के लिए जबर्दस्त विरोध को वजह बताया जा रहा है। पार्टी सूत्रों की माने तो माननीय ने कुछ दावेदारों की टिकट को लेकर हस्तक्षेप किया था। अपनी टिकट कटने की जानकारी मिलने के बाद दावेदार भी माननीय के विरोध में उतर आए। वरिष्ठ नेताओं तक बात पहुंचाई गई, जिसके बाद ऐन वक्त माननीय के स्वजन को टिकट न देने का फैसला लिया गया। जबकि इससे पहले माननीय को टिकट मिलने का पूरा भरोसा था। क्षेत्र के प्रचार के साथ दिन पहले ही प्रमुख लोगों को फोन कर सहयोग मांगा गया था।