MANREGA: बड़ा आर्थिक संकट, 53 दिनों में 36 हजार मजदूरों के हाथ खाली, ये है वजह
MANREGA 17 अगस्त को जिले में मनरेगा के तहत काम पर लगाए गए मजदूरों की संख्या सिर्फ 26150 रह गई। जोकि 26 जून की तुलना में 36455 कम हैं।
आगरा, राजीव शर्मा। अनलॉक प्रक्रिया तीन में मजदूरों के हाथ खाली होते जा रहे हैं। सरकारी काम कम होने की वजह से 53 दिनों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत पंजीकृत 36 हजार से अधिक मजदूर बेरोजगार हो गए हैं।
बंदी की वजह से मजदूरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया था। उनके सामने रोजी-रोटी तक के लाले पड़ गए थे। इसको देखते हुए लॉकडाउन तीन में मनरेगा के तहत सरकारी कार्य शुरू कराए गए, जिससे कि मजदूरों को रोजगार मिल सके। केंद्र और राज्य सरकार ने अधिक से अधिक सरकारी कार्यों पर जोर दिया। नाली, खड़ंजा, चक रोड निर्माण के साथ ही तालाबों की खोदाई पर जोर दिया गया। प्रधानमंत्री की पहल पर मनरेगा के तहत मजदूरों की संख्या और अधिक बढ़ाने पर कवायद की गई। पीएम की पहल पर 26 जून तक जिले में 63 हजार मजदूरों को काम देने का लक्ष्य मिला था। स्थानीय प्रशासन ने 62 हजार से अधिक मजदूरों को रोजगार दे दिया। लक्ष्य से थोड़ा ही पीछे रह गए थे। इसके बाद किसी ने सुध नहीं ली। अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होते ही मजदूरों की संख्या भी कम होने लगी। स्थिति यह है कि 17 अगस्त को जिले में मनरेगा के तहत काम पर लगाए गए मजदूरों की संख्या सिर्फ 26150 रह गई। जोकि 26 जून की तुलना में 36455 कम हैं। मजदूरों की ये संख्या सरकारी काम कम होने की वजह से रही। 26 जून तक हो रहे कार्यों के सापेक्ष 17 जून तक जिले में सिर्फ 950 कार्य ही रह गए। वर्तमान में सबसे अधिक कार्य बरौली अहीर ब्लॉक में चल रहे हैं। यहां 52 कार्य चल रहे हैं। अकोला ब्लॉक में सबसे कम कार्य चल रहे हैं। यहां 25 कार्य चल रहे हैं। अन्य ब्लॉकों में भी कामों की संख्या कम हुई है।
फैक्ट
17 अगस्त की स्थिति
26,150 मजदूरों को मनरेगा के तहत मिला काम
950 कार्य चल रहे हैं जिले के विभिन्न क्षेत्रों में
555 ग्राम पंचायतों में चल रहे हैं विकास कार्य
26 जून की स्थिति
62605 मजदूरों को मनरेगा के तहत मिला था काम
1610 कार्य चल रहे थे जिले के विभिन्न क्षेत्रों में
680 ग्राम पंचायतों में चल रहे थे विभिन्न विकास कार्य
ब्लॉक 26 जून को मजदूरों की संख्या 17 अगस्त को मजदूरों की संख्या
अछनेरा 2617 6086
अकोला 1403 3370
बाह 1881 6523
बरौली अहीर 1828 2641
बिचपुरी 516 1760
एत्मादपुर 1697 3836
फतेहाबाद 2440 4540
फतेहपुर सीकरी 1240 6028
जगनेर 730 3817
जैतपुर कलां 2614 4272
खंदौली 933 2364
खेरागढ़ 2209 3633
पिनाहट 2343 4025
सैंया 1591 4519
शमसाबाद 2108 5191
मनरेगा के तहत मजदूरों को अधिक से काम दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ काम कम होने की वजह से मजदूरों की संख्या में गिरावट आई है। जल्द ही विभिन्न विभागों के माध्यम से कराए जा रहे कार्यों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा जा रहे हैं।
मनीष कुमार, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी