Ambedkar University Agra: आंबेडकर विवि के छात्रों के लिए अच्छी खबर, इस साल प्रमोट हुए छात्र दे सकेंगे अगली साल परीक्षा
Ambedkar University Agra अगले सत्र में देनी होगी परीक्षा फिर मिलेगा परिणाम। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले। जो छात्र अपने परिणाम से संतुष्ट नहीं वे दे सकेंगे अगले साल परीक्षा।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक में परिणाम संबंधी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।बैठक में निर्णय लिया गया कि इस साल प्रोन्नत हुए छात्र अगले सत्र में होने वाली परीक्षा में शामिल होंगे, उन परीक्षाओं में मिले अंकों के आधार पर ही परिणाम तैयार किया जाएगा। खंदारी परिसर स्थित अतिथि गृह में कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की अध्यक्षता में हुई बैठक में पिछली परीक्षा समितियों की बैठकों में अनुमोदित नोटिफिकेशन आठ के अंतर्गत की जाने वाली प्रोन्नति के नियमों में संशोधन पर मुख्य रूप से विचार किया गया।
परीक्षा समिति की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय-
- इस साल प्रोन्नत हुए छात्र 2021 की द्वितीय वर्ष की परीक्षा में सम्मिलित होंगे।विश्वविद्यालय के नियमों के अंतर्गत यदि सभी विषयों में अलग-अलग उत्तीर्ण पाए जाते हैं तो द्वितीय वर्ष के समस्त विषयों के प्राप्त अंकों का औसत अंक ही उनके प्रथम वर्ष के उन अवशेष विषयों का प्राप्तांक माना जाएगा, जिसमें वर्ष 2020 में परीक्षा संपादित नहीं हो सकी थी।जिन विषयों की परीक्षा 2020 में संपन्न हो चुकी है उनमें द्वितीय वर्ष के समस्त प्राप्त अंकों का औसत अथवा उक्त प्रश्न पत्र की 2020 में संपादित परीक्षा में प्राप्त अंकों में से जो अधिक होगा दिया जाएगा।
- द्वितीय सेमेस्टर के प्रोन्नत हुए छात्रों को प्रथम सेमेस्टर दिसंबर 2019 के समस्त विषयों के प्राप्त अंकों के औसत अंक अथवा न्यूनतम उत्तीर्ण अंक जो भी अधिक हों, उसके द्वितीय सेमेस्टर के अवशेष विषयों के प्रश्न पत्रों का प्राप्तांक माना जाएगा।
- बीएससी तृतीय वर्ष 2020 में सांख्यिकीय द्वितीय प्रश्न पत्र में 50 अंकों के प्रश्न पत्र में 56 के स्थान पर 70 प्रश्न आए थे। प्रश्न पत्र का मूल्यांकन परीक्षार्थी द्वारा हल 56 प्रश्नों के आधार पर ही किया जाएगा।जिसने 56 प्रश्न सही हल किए होंगे उसे 50 अंक दिए जाएंगे।
- ऐसे छात्र जो 2021 की परीक्षा के परिणाम के आधार पर निर्धारित किए जाने वाले अपनी अवशेष परीक्षाओं के परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे वे 2021 में आयोजित होने वाली बैक पेपर परीक्षा अथवा 2022 में आयोजित होने वाली परीक्षा में सम्मिलित होकर अपने अंको में सुधार कर सकते हैं।
- द्वितीय वर्ष व चतुर्थ सेमेस्टर के ऐसे छात्र जो तृतीय वर्ष व पंचम सेमेस्टर में प्रोन्नत किए जाते हैं , ऐसे छात्रों के प्रथम व द्वितीय वर्ष के सभी विषयों के प्राप्त अंकों के औसत अंक अथवा न्यूनतम उत्तीर्ण अंक जो अधिक हों, उनके द्वितीय वर्ष 2020 व चतुर्थ सेमेस्टर 2020 के अवशेष विषयों के प्रश्न पत्रों का प्राप्तांक माना जाएगा जिनमें 2020 में परीक्षा संपादित नहीं हो सकी।
-विश्वविद्यालय के आवासीय परिसर व महाविद्यालयों में चल रहे सेमेस्टर प्रणाली के कुछ पाठ्यक्रमों में सम सेमेस्टर में प्रेक्टिकल, मौखिकी, जाब ट्रेनिंग व इसी प्रकार के अन्य प्रश्न पत्रों का प्रावधान है जबकि विषम सेमेस्टर में ऐसा नहीं है, ऐसे छात्रों के विषम सेमेस्टर के सभी प्रश्न पत्रों में प्राप्त आंतरिक अंकों के औसत अंक उक्त परीक्षा में प्रदान किए जाएंगे।
यह रहे उपसि्थत-
परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार, कुलसचिव डा.अंजनी कुमार मिश्रा , वित्त अधिकारी एके सिंह, प्रो. यूसी शर्मा, औटा के महामंत्री डा.निशांत चौहान, डा. आदर्श मोहन राठी, डा.निर्मला यादव आदि।