Illegal parking: आगरा में कदम-कदम पर अवैध पार्किंग, दिनभर होते हैं यहां झगड़े
आगरा में सिकंदरा-बोदला मार्ग और कारगिल शहीद तिराहे पर हैं सबसे ज्यादा पार्किंग। सड़क किनारे बनी अवैध पार्किंग के चलते सड़क पर लगता है जाम। वहीं सिकंदरा रेलवे ओवर ब्रिज तिराहे पर डग्गेमार वाहनों ने पार्किंग बना रखी है।
आगरा, जागरण संवाददाता। सिकंदरा-बोदला व्यस्त रोड पर पुलिस और निगम की लापरवाही के चलते कदम-कदम पर अवैध पार्किंग बन गई हैं। कई व्यवसायिक कांप्लेक्स में वाहनों के खड़े होने की व्यवस्था के बावजूद सड़क पर पार्किंग बना दी गई हैं। जिससे इस मार्ग पर सुबह से लेकर शाम तक जाम के हालात रहते हैं। सबसे ज्यादा अवैध पार्किंग कारगिल शहीद तिराहे के आसपास हैं।
सिकंदरा-बोदला मार्ग पर करीब 100 व्यवसायिक कांप्लेक्स हैं। उन्होंने अपने कांप्लेक्स के आगे पार्किंग का स्थान नहीं छोड़ा है। वहां पर निर्माण कर लिया है। इन कांप्लेक्स के आगे सड़क तक अवैध पार्किंग बना दी गई हैं। जिसके चलते सिकंदरा से लेकर बोदला चौराहे तक जगह-जगह अवैध पार्किंग बन गई हैं। कई कांप्लेक्स ऐसे हैं, जिनके बेसमेंट में पार्किंग की व्यवस्था है। इसके बावजूद इन कांप्लेक्स के सामने सड़क पर अवैध पार्किंग बन गई हैं।
सबसे ज्यादा अवैध पार्किंग कारगिल शहीद तिराहे पर हैं। जिससे सिकंदरा की ओर से आने वाले वाहन अक्सर जाम में फंसते हैं। कारगिल शहीद पेट्रोल पंप तिराहे से पश्चिमपुरी की ओर जाने वाले मार्ग पर बैंक समेत करीब 40 कांप्लेक्स हैं। यहां पर आधा दर्जन से ज्यादा अवैध पार्किंग हैं। इसी तरह कारगिल शहीद से कर कुंज मार्ग पर 100 से ज्यादा दुकाने हैं। अधिकांश दुकानें फास्ट फूड की हैं, इस मार्ग पर कई जगह अवैध पार्किंग बन गई हैं।
सिकंदरा रेलवे ओवर ब्रिज पर होती है डग्गेमार वाहनाें की पार्किंग
सिकंदरा रेलवे ओवर ब्रिज तिराहे पर डग्गेमार वाहनों ने पार्किंग बना रखी है। यहां पर मथुरा की ओर जाने वाले वाहन खड़े होते हैं। सवारियों को बैठाने की होड़ के चलते सड़क किनारे वाहनों की पार्किंग से शाम को अक्सर जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। यहां पर आटो के अलावा कार, टाटा मैजिक आदि वाहनों की पार्किंग होती है।
नगर निगम ने चलाया था अभियान, कुछ महीने बाद फिर वही हालात
कारगिल शहीद चौराहे से लेकर कर कुंज कालोनी चौराहे तक पिछले साल नगर निगम ने अभियान चलाया था। घराें और दुकानों के सामने किए अतिक्रमण के साथ अवैध पार्किंग को भी हटवा दिया था। मगर, कुछ महीने बाद ही सब कुछ पुराने ढर्रे पर आ गया। अतिक्रमण के साथ ही अवैध पार्किंग भी शुरू हो गई।