झोलाछाप शशि पति संग आरबी हेल्थ केयर में करा रही गर्भपात, छापा
- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मारा छापा 10 साल से चल रहा सेंटर - बिना पंजीकरण के तीन कमरे के घर में कराए जा रहे दो से तीन प्रसव और गर्भपात
आगरा, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को आरबी हेल्थ केयर, गोबर चौकी, ताजगंज पर छापा मारा। बिना पंजीकरण के चल रहे सेंटर में झोलाछाप शशि अपने पति सूरज भान गौतम के साथ प्रसव और गर्भपात करा रही थी। तीन कमरे में चल रहे सेंटर में गर्भपात और प्रसव कराने के उपकरण और दवाएं मिली हैं। सेंटर को सील कर दिया है। दो दिन का समय दिया गया है, इसके बाद मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
नोडल अधिकारी डॉ. अजय कपूर ने बताया कि शाम को आरबी हेल्थ केयर पर छापा मारा, तीन कमरे में चल रहे सेंटर में बाहर के कमरे में दो बेड पड़े थे। टीम को देखते ही यहां मौजूद ताजगंज निवासी ममता ने प्रसव कक्ष पर ताला लगा दिया। पुलिस को बुलाने के बाद कमरे का ताला खुलवाया गया, कमरे में सक्शन मशीन, बीपी मीटर सहित प्रसव और गर्भपात कराने के उपकरण रखे थे। तीसरे कमरे में दवाएं रखी हुई थी लेकिन उसका ताला नहीं खोला। पूछताछ में ममता और स्थानीय लोगों ने बताया कि 10 साल से बिना पंजीकरण के सेंटर चल रहा था, इसमें प्रसव और गर्भपात कराए जा रहे थे। पुलिस ने ममता को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, उसने बताया कि सेवला निवासी शशी अपने पति सूरज भान गौतम के साथ प्रसव और गर्भपात कराती हैं। हर रोज दो से तीन प्रसव और गर्भपात कराए जाते हैं। सेंटर को सील कर दिया है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। डॉ. एसके गुप्ता और डॉ. एके राजपूत का नाम, सपा का बोर्ड सेंटर के बाहर बोर्ड पर आरबी हेल्थ केयर लिखा हुआ था, इसमें डॉ. एसके गुप्ता, एमबीबीएस और डॉ. एके राजपूत बीएएमएस लिखा हुआ है। सूरज भान गौतम ने खुद को सपा का पदाधिकारी लिख रखा है। हालांकि सपा के सभी प्रकोष्ठ भंग है और इस नाम का कोई सक्रिय कार्यकर्ता और पदाधिकारी नहीं है। भ्रूण हत्या और अविवाहित का गर्भपात कराने की आशंका
नोडल अधिकारी डॉ. अजय कपूर ने बताया कि आशंका है कि बिना पंजीकरण के चल रहे सेंटर में लिंग परीक्षण में बेटी बताने पर भू्रण हत्या के लिए गर्भपात कराया जाता है। वहीं, अविवाहित का गर्भपात कराए जाने की आशंका है। इसके लिए 10 से 20 हजार रुपये लिए जाते हैं। जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत से खुला मामला
आरबी हेल्थ केयर में अवैध रूप से गर्भपात और प्रसव कराने की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर की गई थी, शिकायतकर्ता ने सेंटर पर प्रसव कराया था। उसे कोई दस्तावेज नहीं दिए, नगर निगम से जन्म प्रमाण पत्र भी नहीं मिला। उसने अपने स्तर से पूछताछ की, इसमें सामने आया है कि बिना पंजीकरण के हेल्थ केयर सेंटर चल रहा है। पिंकी फिर ममता, फोन पर दी धमकी
सेंटर में मिली महिला ने पहले अपना नाम पिंकी बताया, पुलिस के सख्ती से पूछताछ में अपना नाम ममता निवासी ताजगंज बताने लगी। टीम सेंटर को सील करने लगी, उसने संचालक को फोन मिला दिया। स्पीकर ऑन कराकर संचालक ने टीम को धमकी दी, महिला से कहा कि कार्रवाई करने वाली टीम का नाम नोट कर लो, घर में कैसे कार्रवाई की।