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मैं फिर जवान होकर उप्र में फिल्म बनाऊं: रवि टंडन

- प्रदेश में फिल्म सिटी की घोषणा से होगा सास्कृतिक विकास - अब मुंबई भाग कर नहीं जाएंगे युवा

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 07:00 AM (IST)
मैं फिर जवान होकर उप्र में फिल्म बनाऊं: रवि टंडन
मैं फिर जवान होकर उप्र में फिल्म बनाऊं: रवि टंडन

आगरा,आदर्श नंदन गुप्त। फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन के पिता और बालीवुड में कई हिट फिल्में दे चुके निर्माता-निर्देशक रवि टंडन का कहना है कि ऐसा लगता है कि मैं फिर से जवान हो जाऊं और उप्र में फिल्में बनाऊं। देश में कहीं भी उप्र के कलाकार होंगे, वे प्रदेश में फिल्म सिटी बनने की घोषणा से प्रसन्न होंगे। मुंबई में काम कर रहे उप्र के लोग अब वापस आने का मन बनाएंगे।

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माईथान निवासी टंडन वर्ष 1958 में मुंबई चले गए थे। वर्ष 1960 में लव इन शिमला में भूमिका निभाई। खेल-खेल में अनहोनी, नजराना, मुकद्दर मजबूर, खुद्दार और जिंदगी जैसी कई फिल्मों का निर्देशन किया।

85 वर्षीय टंडन ने फोन पर बातचीत में कहा कि यदि उप्र में पहले ही फिल्म सिटी बन जाती तो उन्हें मुंबई आकर लंबे समय तक संघर्ष नहीं करना पड़ता। अब उप्र के लोगों को फिल्मों में काम करने का मौका मिलेगा, जिसमें प्रतिभा होगी वे बहुत आगे तक बढ़ेंगे।

फिल्म सिटी की घोषणा पर टंडन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी। कहा कि जितना उन्होंने प्रदेश के सास्कृतिक विकास के लिए किया है, उतना किसी और ने नहीं किया। आगरा की साहित्य, संस्कृति की सराहना करते हुए टंडन ने कहा कि यदि पहले ही फिल्म सिटी यूपी में होती तो नीरज, हरिवंश राय बच्चन जैसी बहुत सी विभूतियों को उत्तर प्रदेश छोड़कर मुंबई नहीं जाना पड़ता। मुंबई में अब कुछ नया नहीं रहा: अचला नागर

आगरा: निकाह, बागवान जैसी अनेक हिट फिल्मों की कथाकार डॉ. अचला नागर का कहना है कि उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी बनने से लोगों में एक विशेष ऊर्जा का संचार होगा क्योंकि अब मुंबई में करने के लिए कुछ नहीं रहा। सारी लोकेशन पुरानी हो चुकी हैं। यही वजह है कि फिल्म निर्देशक शूटिंग के लिए अब दूसरी जगह तलाश रहे हैं।

इन दिनों मथुरा में प्रवास कर रहीं नागर ने फोन पर बातचीत में कहा कि बॉलीवुड में पहले केवल मराठी ही थे। उसके बाद पंजाब, बिहार व अन्य प्रदेशों के लोग पहुंचे। जब उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी होगी तो यहा के लोगों को प्राथमिकता मिलेगी, जिससे उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि वैसे तो नोएडा में पहले से ही फिल्म सिटी है। अनिल कपूर के साले का मारवाह स्टूडियो भी है, लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा ने फिल्म जगत से जुड़े सभी लोगों में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। नई पीढ़ी को अपनी प्रतिभा दिखाने, संवारने और फिर उसका उपयोग करने का अवसर मिलेगा।


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