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आलू महोत्सव: उद्यान मंत्री बोले, आलू में जान, कांच की तरह बनाए पहचान Agra News

दो दिवसीय महोत्सव में उद्यान मंत्री ने दिया आलू की गुणवत्ता बढाने का संदेश। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को आलू की पैदावार जैविक खेती करने के दिए सुझाव।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 09:10 AM (IST)Updated: Sun, 01 Dec 2019 09:10 AM (IST)
आलू महोत्सव: उद्यान मंत्री बोले, आलू में जान, कांच की तरह बनाए पहचान Agra News
आलू महोत्सव: उद्यान मंत्री बोले, आलू में जान, कांच की तरह बनाए पहचान Agra News

आगरा, जेएनएन। फीरोजाबाद के आलू की गुणवत्ता बेहतर है। चिप्स उद्योग में यह खप सकता है। किसान क्षेत्र की इस जान को कांच की तरह देश भर में पहचान बनाए। दो दिवसीय आलू महोत्सव में मंत्री से लेकर किसानों तक यह मुद्दा छाया रहा।

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फीरोजाबाद के डबरई स्थित विकास भवन के उद्यान परिसर में दो दिवसीय महोत्सव का शनिवार को शुरु हो गया। शुभारंभ के बाद ही किसानों ने समस्या को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। किसानों के एक समूह ने मंच पर जाकर एक ज्ञापन अतिथियों को दिया। मुख्य अतिथि प्रदेश के उद्यान मंत्री श्रीराम चौहान ने कहा कि किसानों की समस्याओं का हल प्राथमिकता पर है। देश का 40 फीसद आलू उप्र में होता है। प्रदेश के सात जिले इसका 60 फीसद हिस्सा पैदा करते हैं। फीरोजाबाद में 14 लाख मीट्रिक टन की पैदावार होती है। यहां के आलू का इस्तेमाल विश्व स्तर पर नहीं हो पा रहा है। अमेरिका में मक्के के बंपर पैदावार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पहले वहां मक्का जानवरों को खिलाया जाता था। आज कॉर्न फ्लेक्स ने विश्व स्तर पर बाजार बनाया है। कार्यक्रम में शामिल ग्राम्य विकास व जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह (मोती सिंह) ने कहा कि फीरोजाबाद कांच उद्योग के कारण विश्व में जाना जाता है। इसी प्रकार आलू उद्योग के नाम से भी प्रसिद्ध होना चाहिए। यहां के आलू को बाजार मिले इस पर वैज्ञानिकों और सरकार का ध्यान है। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय से आए विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र ने कहा कि जैविक खेती के माध्यम से ही जमीन को स्वस्थ्य रखा जा सकता है। कार्यक्रम को सांसद डॉ.चंद्रसेन जादौन, शिकोहाबाद विधायक डॉ मुकेश वर्मा आदि ने संबोधित किया। मेयर नूतन राठौर, शिकोहाबाद विधायक डॉ. मुकेश वर्मा, डीएम चंद्रविजय सिंह, सीडीओ नेहा जैन आदि मौजूद रहे। 


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