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दीपावली से पहले सोने की कीमतों में आई गिरावट से बंधी आस

गहने में प्रयुक्त 22 कैरेट सोने का भाव 4

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Nov 2020 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 11 Nov 2020 08:00 AM (IST)
दीपावली से पहले सोने की कीमतों में आई गिरावट से बंधी आस
दीपावली से पहले सोने की कीमतों में आई गिरावट से बंधी आस

आगरा,जागरण संवाददाता।

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दीपावली से पहले सोने की कीमतों में आई गिरावट से सर्राफा व्यापारियों और ग्राहकों को कुछ राहत मिली है। भाव में आई ये कमी, खरीदारों को बाजार में खींच सकती है। धनतेरस और दीपावली के लिए सर्राफा व्यापारियों ने तैयारी कर ली है। हालांकि दीपावली तक कीमतों में पांच सौ से एक हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक तेजी भी दर्ज हो सकती है।

अमेरिका राष्ट्रपति के चुनाव और कोरोना वैक्सीन को लेकर आई खबर से अंतररराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट आई है। इसका सीधा असर घरेलू बाजार पर भी दिखा है। सोमवार के मुकाबले मंगलवार को सोने की कीमतों में लगभग 1280 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार को 24 कैरेट सोना हाजिर बाजार में 53600 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था। मंगलवार को ये हाजिर बाजार में 52200 रुपये रहा। हालांकि पिछले साल दीपावली के मुकाबले इस साल भाव में लगभग 14 हजार रुपये की तेजी है। पिछले साल दीपावली पर सोना 38 हजार रुपये के आसपास था। सबसे ज्यादा बिकती है गिन्नी

धनतेरस पर चांदी के सिक्कों के साथ ही सबसे ज्यादा आठ ग्राम वजन की सोने की गिन्नी बिकती है। गिन्नी की कीमत 49900 रुपये के हिसाब से तय की जाएगी। 22 कैरेट में गिन्नी तैयार होती है, जबकि बिस्कुट 24 कैरेट सोने का बनाया जाता है। 24 कैरेट गुणवत्ता वाले सोने का भाव इस समय 52440 रुपये पर है। वहीं, गहने में प्रयुक्त 22 कैरेट सोने का भाव 48245 रुपये प्रति 10 ग्राम का है। लाइट वेट ज्वैलरी की रहेगी मांग

राधिका ज्वैलर्स के धीरज वर्मा का मानना है कि इस साल लाइट वेट ज्वैलरी की मांग ज्यादा रहेगी। सोने की कीमतों में आई गिरावट स्थायी नहीं है, उतार-चढ़ाव की स्थिति है। सोना अच्छा रिटर्न देता है, इसलिए निवेश के लिए लोग ज्यादा पसंद करते हैं। दीपावली पर कीमतों में 500 से 1000 रुपये का फर्क यानी उतार-चढ़ाव आ सकता है।

नहीं मिल रहे बल्क आर्डर

सर्राफा व्यापारी आशीष अग्रवाल ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल बल्क आर्डर नहीं मिल रहे हैं। सोने के सिक्के भी कम वजन के तैयार करवाए गए हैं, जिससे ग्राहक वापस न लौटे। करवाचौथ ने खड़े कर दिए थे कान

सर्राफा व्यापारी अंकुर जौहरी बताते हैं कि करवाचौथ से त्योहार की शुरुआत मानी जाती है। इस साल महिलाओं ने चांदी के बिछुए और पायल भी काफी कम खरीदे, इसी से हम व्यापारियों के कान खड़े हो गए थे। हालांकि कीमतों में आई गिरावट से राहत तो मिली है। आने वाले समय में ग्राहकों की रौनक बाजार में देखने को मिल सकती है।


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