पवित्र व्यक्ति की नहीं होती है कभी हार
रावण के पास राम की अपेक्षा अपार संपत्ति थी लेकिन पवित्रता नहीं थी
आगरा, जागरण संवाददाता। श्रीराम की तुलना में रावण के पास अपार वैभव और शक्ति थी, लेकिन पवित्रता नहीं थी। यही उसकी हार का कारण बना। पवित्र व्यक्ति की कभी हार नहीं होती है। इसलिए जीवन को पवित्र रखें। जीवन में प्रभु भक्ति भी बहुत आवश्यक है। भक्ति ऐसी हो कि प्रभु की तरह हमारे जीवन के सब राग-द्वेष दूर हो जाएं।
रोशन मोहल्ला स्थित श्वेतांबर जैन मंदिर में आचार्य कुलचंद्र सूरीश्वर महाराज ने शनिवार को यह प्रवचन दिए। आचार्य के मंगल प्रवेश पर श्रद्धालुओं ने भव्य अगवानी की। आचार्य ने कहा कि शास्त्रों में मनुष्य जीवन को इसलिए दुर्लभ बताया गया है, क्योंकि देवताओं के पास अपार वैभव एवं बल तो है, लेकिन संयम धर्म नहीं है। पशु योनि में शरीर की स्वस्थता है, परंतु धर्म वहां भी नहीं है। संयम धर्म तो सिर्फ मनुष्य जीवन में ही संभव है। उन्होंने कहा कि पुण्य कार्य के लिए अधिक से अधिक समय निकालना चाहिए। दोपहर में मंगल विहार करते हुए आचार्य जैन दादाबाड़ी, शाहगंज पहुंचे। रविवार और सोमवार को सुबह 10 बजे से जैन दादाबाड़ी में आचार्य के प्रवचन होंगे। राजकुमार जैन, विमल जैन, वीरचंद गादिया, विनय वागचर, संजय दूगड़, सुनील गादिया, महेंद्र जैन, दुष्यंत लोढ़ा, अंकित पाटनी, धीरज ललवानी आदि मौजूद रहे। चंद्र दर्शन के दिन किया कीर्तन: झूलेलाल मित्र मंडल, ताजगंज व सिधी महिला मंडली द्वारा शनिवार को चंद्र दर्शन का दिन झूलेलाल मंदिर, ताजगंज में मनाया गया। भगवान झूलेलाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। महिला मंडली ने दिनभर कीर्तन व सत्संग किया। शाम को पल्लव की अरदास के साथ आरती की गई। भंडारे में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। घनश्याम दास देवनानी, श्याम भोजवानी, शंकरलाल आसवानी, विजय मोटवानी, अशोक मोटवानी, हरीकिशन आडवाणी, राजा जेठवानी, दादी पकानी, दिव्या मोटवानी, केसर आसवानी, भावना बसरानी, पूजा मोटवानी, काव्या, लता, देवकी दीवान आदि मौजूद रहीं।