दिसंबर से आया फरवरी पर अब तक नहीं लगी पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट Agra News
दिसंबर में शुरू होने वाला कार्य फरवरी की शुरुआत तक नहीं हो सका। वाहन बनाने वाली कंपनियों ने अभी तक नहीं बनाए हैं आवेदन को पोर्टल।
आगरा, जागरण संवाददाता। नए वाहनों में तो हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगना शुरू हो गया, लेकिन पुराने वाहनों का नंबर अभी तक नहीं आया है। जबकि मुख्यालय के स्पष्ट निर्देश थे कि यह काम दिसंबर 2019 में शुरू हो जाना चाहिए था। दिसंबर माह में उप परिवहन आयुक्त जगदीश कुशवाहा ने सभी वाहन डीलरों को 10 दिन के अंदर पुराने वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का काम शुरू करने निर्देश दिए थे, लेकिन जनवरी का अंत होने के बाद भी यह काम शुरू नहीं हो सका है। वाहन बनाने वाली कंपनियों ने अभी तक आवेदन को पोर्टल तक तैयार नहीं किए हैं। इसके पीछे परिवहन विभाग के अधिकारियों की सुस्त कार्य प्रणाली भी है। बैठक के बाद विभागीय अधिकारियों ने इस ओर ध्यान तक नहीं दिया। यहां तक कि किसी वाहन डीलर को पत्र जारी कर इस संबंध में जानकारी तक नहीं मांगी है।
11 लाख पुराने वाहनों में लगनी है नंबर प्लेट
आगरा में 11 लाख से अधिक पुराने वाहन रजिस्टर्ड हैं। नियमानुसार जिस कंपनी का वाहन है उसी कंपनी का अधिकृत डीलर वाहन पर नंबर प्लेट लगाएगा। इसके लिए वाहन डीलर तैयार भी हो गए। नंबर प्लेट की कीमत भी मुख्यालय स्तर पर तय होने की सहमति बन गई, लेकिन अभी तक यह काम शुरू नहीं हो सका है। जबकि सूत्रों का कहना है कि कंपनियां नई गाडिय़ों के लिए तो पर्याप्त मात्रा में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की सप्लाई नहीं कर पा रही है। ऐसे हैं में वह पुराने वाहनों में नंबर प्लेट लगाने का सिरदर्द क्यों ले। इसी के चलते अभी तक इसके लिए किसी भी वाहन निर्माता कंपनी ने पोर्टल तक तैयार नहीं करवाया है।
जिले में हैं 142 वाहन डीलर
जिले में दोपहिया, चौपहिया एवं तिपहिया बनाने वाली विभिन्न कंपनियों के 142 वाहन डीलर हैं। इसमें से हीरो होंडा के तीन, बजाज के दो, होंडा के पांच, टीवीएस के तीन, मारूति के तीन, हुंडई के दो तथा महेंद्रा का एक बड़ा शोरूम है। इसके अलावा अन्य छोटे डीलर हैं। इन्हीं कंपनियों के सबसे अधिक वाहन बिकते हैं। बड़े डीलरों के यहां काम शुरू होने के बाद इनके यहां काम शुरू होगा।
यह है प्रक्रिया
वाहन स्वामी सीधे संबंधित डीलर के पास जाएगा। यहां अपनी गाड़ी की आरसी की फोटो कॉपी के साथ नंबर प्लेट का आर्डर देगा। डीलर पोर्टर पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए आवेदन करेगा। नंबर प्लेट बनकर आने पर डीलर वाहन मालिक को सूचना देगा साथ ही कंपनी द्वारा वाहन मालिक के मोबाइल पर मैसेज आएगा। इसके बाद ही वाहन पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगेगी।
वाहन बनाने वाली कंपनियां डीलरों को नई गाडिय़ों के लिए भी पर्याप्त मात्रा में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट सप्लाई नहीं कर पा रही हैं। बैठक में डीलरों ने यह समस्या बताई थी। हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के कारण नए वाहनों की आरसी जारी होने में भी परेशानी हो रही है। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है।
अशोक कुमार, आरटीओ (प्रशासन)