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UP Weather: अप्रैल की धूप छुड़ा रही जून का सा पसीना, जानिए कब मिलेगी राहत

सोमवार की तरह ही मंगलवार को भी है अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री। मौसम विभाग का शुक्रवार को हल्‍की बारिश होने का पूर्वानुमान।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 02 Apr 2019 02:21 PM (IST)Updated: Tue, 02 Apr 2019 02:21 PM (IST)
UP Weather: अप्रैल की धूप छुड़ा रही जून का सा पसीना, जानिए कब मिलेगी राहत
UP Weather: अप्रैल की धूप छुड़ा रही जून का सा पसीना, जानिए कब मिलेगी राहत

आगरा, जागरण संवाददाता। अप्रैल माह की शुरुआत मौसम की तल्‍खी के साथ हुई है। पहले दिन की भांति ही माह का दूसरा दिन भी गर्म रहा। सूरज के तेवर सख्त थे, लेकिन हवा का रूख नरम था। हालांकि लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं हुई लेकिन आने वाले दिनों में पारा और चढ़ने की संभावना और शुक्रवार को हल्‍की बारिश के आसार मौसम विभाग जमा रहा है। 
मंगलवार को सुबह जब लोग सोकर उठे तो सूरज तेजी से चमक रहा था। जैसे-जैसे दिन बढ़ता गया, सूरज के तेवर भी तल्ख होते गए। पांच मिनट खड़े होने पर धूप चुभने लगी। मगर, गनीमत रही कि हवा के तेवर नरम थे। हवा में ठंडक होने के कारण लोगों को पसीना नहीं आया। घरों में भी पंखे से ही काम चल गया। मौसम का यही हाल सोमवार को था। रात में मौसम ठंडा रहा। मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17.8 डिग्री दर्ज किया गया। आद्रता 51 फीसद रही। मौसम विभाग की संभावना है कि पांच अप्रेल को हल्‍की बूंदा बांदी हो सकती है और उसके दो से तीन दिनों तक हल्‍के बादल छाए रह सकते हैं। 

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पारा चढऩे के साथ बढऩे लगे मरीज

सूरज के तेवर तल्ख होने के साथ बीमारियों ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। चर्म रोग के साथ ही वायरल संक्रमण के केस बढ़ गए हैं। बेचैनी, पैरों में जकडऩ, उल्टी, बुखार और सांस संबंधी समस्या से पीडि़त मरीज सरकारी और निजी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
पिछले दिनों तापमान 39 डिग्री के पार पहुंच गया था। आद्रता का स्तर भी 60 फीसद से अधिक पहुंच गया था। ऐसे में लोगों को ज्यादा पसीना आना शुरू हो गया है। मगर, लोग अभी कम पानी ही पी रहे हैं। इससे शरीर में पानी की कमी (डीहाइड्रेशन) होने लगी है।
पैरों में दर्द के साथ लोग कमजोरी महसूस कर रहे हैं। ब्लड प्रेशर कम होने के साथ बेचैनी और चक्कर की समस्या बढ़ गई है। अस्थमा और गले के संक्रमण के मरीज भी ओपीडी में पहुंच रहे हैं। वहीं, इस मौसम में वायरल संक्रमण भी हो रहा है। इसमें मरीजों को बुखार और पेट संबंधी समस्याएं हो रही हैं। उधर, उमस में फंगल इन्फेक्शन जांघ से लेकर पूरे शरीर में फैलने लगा है।

ये करें
- बाजार के खाद्य पदार्थ, जूस, कटे हुए फल और बासी खाना ना खाएं।
- खाली पेट घर से ना निकले, इससे धूप में जाने पर चक्कर आ सकते हैं।
- घर से बाहर निकलते समय पानी का खूब सेवन करें, दूषित पानी, कोल्ड ड्रिंक का सेवन ना करें।
- नहाने के बाद शरीर को अच्छी तरह पौंछकर ही कपड़े पहनें।
- डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही दवा इस्तेमाल करें।

विशेषज्ञों की राय

गर्मी और उमस में चर्म रोग के मरीज बढ़ गए हैं। इस मौसम में विशेष ध्यान रखें, डॉक्टर से परामर्श लेकर ही दवाएं लें।
डॉ. यतेंद्र चाहर, विभागाध्यक्ष चर्म रोग विभाग, एसएन मेडिकल कॉलेज

घर पर रखा हुआ खाना और बाजार में खुले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें, इस मौसम में सबसे ज्यादा संक्रमण इसी से होता है।
डॉ. मृदुल चतुर्वेदी, फिजीशियन, एसएन मेडिकल कॉलेज

गर्मी को मात देने को टैटू स्लीव्स की डिमांड

फैशन के साथ गर्मी को मात देने के लिए इन दिनों बच्चों के टैंटू स्लीव्स डिमांड में हैं। हालांकि टैंटू स्लीव्ज का फैशन नया नहीं है। अक्सर युवाओं को इन्हें पहने देखा जा सकता है, लेकिन बच्चों के लिए यह इन दिनों बाजार में खासा लोकप्रिय हो रहे हैं। कोई फ्लॉवर तो कोई स्टिकर डिजाइन पसंद कर रहा है।

बोल्ड प्रिंट आ रहे पसंद

बच्चों की ड्रेस के रंग के हिसाब से टैंटू स्लीव्स चुने जा रहे हैं। इसमें मॉडर्न और बोल्ड प्रिंट बच्चों को बहुत भा रहे हैं। इन स्लीव्स का बेस कलर ज्यादातर स्किन टोन के अनुसार होता है। इसकी वजह से देखने में ऐसा लगता है कि जैसे हाथों पर डिजाइन बनी हुई है। दुकानदार रोहित जैन ने बताया कि स्किन कलर न पसंद करने वाले बच्चों के लिए कुछ अन्य कलर भी मिल जाते हैं। इसमें कई तरह की डिजाइन बाजार में उपलब्ध हैं।

एसेसरीज के साथ पहनें

सिम्पल डिजाइन पसंद करने वाले बच्चों के लिए एथनिक प्रिंट बाजार में उपलब्ध है। इनके साथ फंकी ज्वैलरी भी पहनी जा रही है। इसके अलावा इन स्लीव्स पर फ्लोरल और ट्रॉपिकल प्रिंट भी पसंद किया जा रहा है। इनमे साथ ब्रेसलेट या फिर घड़ी भी अच्छी लगती है।

मल्टी कलर है खास

ट्रेडिशनल प्रिंट से तौबा करने वाले बच्चों के लिए भी बाजार में कई वैराइटी मौजूद हैं। कई प्रिंट्स डिमांड में हैं। किड्स कलेक्शन के चंद्र कुमार ने बताया कि इन दिनों सबसे ज्यादा जियो मेटिकल्स मल्टी कलर वाले प्रिंट पसंद किए जा रहे हैं। इसमें एक साथ कई कलर और डिजाइन देखने में आकर्षक लगते हैं।


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