Heart Attack की न आ जाए नौबत, करें ऐसे खानपान से तौबा
Heart Attack पैक्ड फूड ट्रांस फैट अधिक नमक जैसे खानपान से बचें।
आगरा, तनु गुप्ता। जिंदगी को अगर सुरक्षित रखना है तो दिल को तंदरुस्त रखीए। हार्ट अटैक की समस्या बहुत ही आम हो चुकी है। जिसकी मुख्य वजह बिगड़ती लाइफस्टाइल और खानपान है। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ अरविंद जैन के अनुसार हार्ट अटैक में जरूरी नहीं है कि दर्द सीने के बाईं तरफ हो, बल्कि हार्ट अटैक का दर्द छाती के बीचों बीच होता है और ऐसा महसूस होता है कि छाती के अंदर कुछ निचोड़ा जा रहा है। साथ ही बुरी तरह पसीना आता है। जिन्हें डायबटीज होता है, उन्हें हार्ट अटैक का लक्षण गैस की तरह होता है और उनकी मौत नींद में सोए हुए ही हो जाती है।
सोडियम की खपत करें कम
डॉ अरविंद जैन बताते हैं कि हार्ट अटैक से बचने के लिए बेहतर होगा आप अपनी डाइट में सोडियम की खपत कम कर दें। सोडियम से मतलब नमक की कम मात्रा से है। भोजन के साथ ही पैक्ड फूड्स जैसे चिप्स और पीनट्स में सोडियम काफी मात्रा में मौजूद होता है। सोडियम की ज्यादा मात्रा से ब्लड पतला होने लगता है जिससे ब्लड फ्लो बढ़ता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि रोजाना 5 ग्राम तक नमक खाना हार्ट के लिए सुरक्षित होता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा नहीं बढ़ता है।
जंक फूड से दूरी
अपनी डाइट से जंक फूड की मात्रा कम कर आप हार्ट अटैक के खतरे को 53% तक कम कर सकते हैं। 2 मिनट में झट से पकने वाली मैगी बेशक आपका टाइम बचाती है लेकिन इनमें कई तरह के हानिकारक तत्व मौजूद होते हैं जो मोटापे के साथ ही कई और दूसरी बीमारियों को भी दावत देते हैं। 100 ग्राम नूडल्स में 138 कैलोरी होती है, जो फैट बढ़ाने और हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार है। और तो और प्रत्येक 28 ग्राम के एक पिज्जा पीस में 18.5 ग्राम फैट होता है। यह शरीर को रोजाना मिलने वाले फैट (डेली वैल्यू) का 28 फीसदी होता है। पिज्जा की एक स्लाइस में 151 कैलोरी होती है। इसमें मौजूद चीज और मैदा अनसैचुरेटेड फैट को बढ़ाता है। इससे मेटाबॉलिक रेट कम होती है और हृदय संबंधी रोगों का जोखिम अधिक रहता है।
कैफीन और एनर्जी ड्रिंक्स को कहें ना
बहुत ज्यादा चाय, कॉफी की मात्रा लेते हैं तो भी आपको सावधान होने की जरूरत है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे ये बॉडी में ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करते हैं। जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
फैट फूड्स की मात्रा कम
अगर आप नॉन वेज के साथ तला-भुना खाने के बहुत ज्यादा शौकीन हैं तो सावधान हो जाएं, क्योंकि ये हमारी बॉडी में कोलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ाते हैं। हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं-एचडीएल (हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन, अच्छा कोलेस्ट्रॉल) और एलडीएल (लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन, बुरा कोलेस्ट्रॉल)। एचडीएल यानी अच्छा कोलेस्ट्रॉल काफी हलका होता है और यह ब्लड वेसेल्स में जमे फैट को अपने साथ बहा ले जाता है। बुरा कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल ज्यादा चिपचिपा और गाढा होता है। अगर इसकी मात्रा अधिक हो तो यह ब्लड वेसेल्स और आर्टरी में की दीवारों पर जम जाता है, जिससे खून के बहाव में रुकावट आती है। इससे हार्ट अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
ट्रांस फैट को हटाएं डाइट से
ट्रांस से मतलब तली- भुनी चीजों से है। बेशक शाम की चाय के साथ पकौड़ों को कॉम्बिनेशन जबरदस्त लगता है लेकिन हार्ट को हेल्दी रखना हो तो समोसे, पकौड़े, चिप्स इन सबको कर दें बाय-बाय।