यमुना के दोनों ओर पांच किमी में विकसित होगी हरियाली, Agra News
वन विभाग ने वन अनुसंधान संस्थान देहरादून को भेजी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट। यमुना पुनरुद्धार परियोजना में आगरा के 134 गांव होंगे शामिल।
आगरा, जागरण संवाददाता। यमुना का जल प्रदूषण कम करने के साथ उसके किनारों पर हरियाली बढ़ाई जाएगी। वन विभाग ने इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट वन अनुसंधान संस्थान को भेजी है। इसमें आगरा के 134 गांवों की भूमि शामिल की गई है।
केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर यमुना नदी पुनरुद्धार परियोजना के लिए वन अनुसंधान संस्थान देहरादून ने उत्तराखंड, उप्र, दिल्ली और हरियाणा के वन विभाग से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट मांगी थी। वन विभाग ने इस रिपोर्ट में आगरा के 134 गांवों की भूमि शामिल किया है जो किरावली तहसील का सिंगना बुर्ज से लेकर अंत में बाह के चंद्रसैनी गांव की भूमि चिन्हित की गई है। इसमें किसान, वन विभाग व अन्य विभागों की भूमि है।
चयनित भूमि से ही यमुना के दोनों किनारों के पांच-पांच किलोमीटर तक भूमि में पौधारोपण किया जाएगा। इसमें शीशम, जामुन, अर्जन जैसी प्रजातियों के पौधे लगेंगे। इसकी सहायक नदियों के दो-दो किलोमीटर के दायरे को 'ट्री ब्यूटीÓ के रूप में विकसित किया जाएगा। जो तीन मॉडलों मेे बांटा गया है।
यमुना में प्रदूषण करने की तैयारी
वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय दिल्ली के द्वारा गंगा एक्शन प्लान की तर्ज पर विकास कार्य कराया जाएगा। पौधे लगने से नाले व बारिश के पानी से होने वाली मिïट्टी के कटान को भी रोका जाएगा व आगरा के वायु प्रदूषण में गिरावट आएगी।
किसानों की भूमि चिन्हित
इस परियोजना में 23 हेक्टेअर भूमि किसानों की चिन्हित की गई है। इसमें किसानों की मांग के अनुसार फलदार पौधों लगाए जाएंगे।
फैक्ट फाइल
- 80 हेक्टेअर वन विभाग की भूमि।
- 23 हेक्टेअर किसानों की भूमि।
- 134 गांवों की भूमि हुई शामिल।
इन रेंज में होगा वानिकी कार्य
रेंज --- विकास कार्य के लिए क्षेत्र
बाईपुर- मऊ वन ब्लॉक
एत्मादपुर- छलेसर वन ब्लॉक
किरावली- मांगरौल गूजर वन ब्लॉक
फतेहाबाद- भरापुर वन ब्लॉक
बाह- विक्रमपुर वन ब्लॉक
पिनाहट- पिढ़ौरा वन ब्लॉक
किसानों की भूमि
रेंज-- विकास कार्य के लिए क्षेत्र
बाईपुर- बाईपुर
एत्मादुपर- गिजौली
किरावली- रुनकता, मांगरोल गूजर, अकबरा
फतेहाबाद- भरापुर, बमरौली, धौर्रा, उझावली, अई
बाह- विक्रमपुर, सुंसार, रामपुर, चंद्रसैनी
केद्र सरकार का प्रोजेक्ट है। वन अनुसंधान संस्थान की ओर से डीपीआर मांगी गई थी। वह भेज दी गई है। इस प्रोजेक्ट में यमुना के दोनों ओर पौधारोपण होगा।
मनीष मित्तल, डीएफओ
आगरा से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्राप्त हुई है। प्रोजेक्ट के अनुसार उसे फाइनल किया जाएगा। प्रदेश भर में इस परियोजना पर काम चल रहा है।
डॉ. कुमुद दुबे, उप्र नोडल अधिकारी, यमुना पुनरुद्धार परियोजना व वैज्ञानिक वन अनुसंधान केंद्र