पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बोले, राम मंदिर निर्माण से देश में आएगी सांस्कृतिक जागृति Agra News
50वीं डिस्ट्रिक्ट रोटरी कॉफ्रेंस अभिव्यक्ति में शामिल होने पहुंचे थे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़। शांति पूर्वक विरोध करने का अधिकार देता है भारतीय संविधान।
आगरा, जेएनएन। 50वीं डिस्ट्रिक्ट रोटरी कॉफ्रेंस अभिव्यक्ति कार्यक्रम में शामिल होने वृंदावन पहुंचे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का भव्य निर्माण होगा। इससे देश में सांस्कृतिक जागृति पैदा होगी। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों ने एक मत से जो फैसला सुनाया है और उसको सभी ने स्वीकार किया है। यह अपने में भारतीय संविधान के प्रति आस्था बताता है। उन्होंने देश और प्रदेश की सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देश की सबसे बड़ी समस्या का हल होना उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए वर्ष 2019 इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों में नागरिकता कानून बिल को लेकर देश में कुछ हलचल हुई थी, लेकिन मेरा मानना है कि सत्ता के शीर्ष पर बैठे राजनेता देश के कानून की शपथ लेने वाले भारतीय संविधान से बंधे हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान हमें विरोध करने का अधिकार तो देता है, लेकिन विरोध शांतिपूर्वक होना चाहिए। भारतीय संविधान किसी प्रकार की क्षति और कानून व्यवस्था हाथ में लेने की अनुमति नहीं देता है।
पहली बार दर्शन कर गदगद हुए राज्यपाल
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में पहली बार पत्नी के साथ वृंदावन बांके बिहारी के दर्शन किए हैं। उन्हें वृंदावन में प्रवेश करते ही मन को जो शांति प्राप्त हुई। उसको में शब्दों में बयां नहीं कर सकता हूं।