UP News: QR Code स्कैन कर Police से एक्स पर कर सकेंगे शिकायत, एप के माध्यम से अब सीधे जुड़ेगी आगरा जोन पुलिस
Agra Police News एक्स पर पुलिस का अकाउंट है। इंटरनेट मीडिया में वीडियो शिकायती पत्र नहीं भेजना होगा। बीपीओ को क्यूआर कोड को कमिश्नरेट में जगह-जगह चस्पा किया जाएगा। वहीं आगरा जोन की पुलिस मोबाइल एप के माध्यम से सीधे लोगों के साथ जुड़ेगी। इसके लिए एप को लांच किया गया है। आगरा जोन इंटरेक्टिव मोबाइल एप से ट्रैफिक जाम में फंसने पर फोटो और सूचना दे सकेंगे लोग।
जागरण संवाददाता, आगरा। थाने में अपनी सुनवाई या मुकदमे में कार्रवाई नहीं होने पर लोग इंटरनेट मीडिया की मदद लेते हैं। कभी वीडियो बनाकर प्रसारित करते हैं, कई बार अधिकारियों को डाक से शिकायत भेजते हैं। पीड़ित अब क्यूआर कोड स्कैन करके पुलिस के एक्स अकाउंट पर अपनी शिकायत कर सकेंगे। अधिकारी संबंधित थाने को कार्रवाई के लिए निर्देशित करेंगे।
कमिश्नरेट में क्यूआर कोड को जगह-जगह चस्पा करने की जिम्मेदारी बीट पुलिस अधिकारियों (बीपीओ) को दी गई है। डीसीपी सोनम कुमार ने बताया कि लोग अपनी शिकायतों को अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए अक्सर इंटरनेट मीडिया की मदद लेते हैं।
आगरा पुलिस का है एक्स पर अकाउंट
आगरा पुलिस का एक्स पर अकाउंट है। जिस पर प्रतिदिन पुलिस की गतिविधि अपडेट की जाती हैं। लोग पुलिस के एक्स अकाउंट पर अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकते हें। इसके लिए क्यूआर कोड बनाया गया है। इन क्यूआर कोड का प्रचार-प्रसार के लिए कमिश्नरेट के सभी थानों के बीपीओ को जिम्मेदारी दी गई है। वह थानों, सार्वजनिक स्थलों पर 100-100 क्यूआर कोड चस्पा करेंगे।क्यूआर कोड को स्कैन करते ही एक्स पर आगरा पुलिस का पेज खुल जाएगा। जिस पर लोग अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इस पर साइबर अपराध से बचने की जानकारी भी दी गई है।
क्यूआर कोड स्कैन करता एक व्यक्ति।
एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने लांच किया आगरा जोन इंटरेक्टिव मोबाइल एप
आगरा जोन की पुलिस मोबाइल एप के माध्यम से सीधे लोगों के साथ जुड़ेगी। आगरा जोन इंटरेक्टिव मोबाइल एप पर लोग जाम में फंसने पर फोटो के साथ सीधे पुलिस को सूचना दे सकेंगे। जिससे कि जाम खुलवाने में पुलिस समय पर उनकी मदद कर सके। एप पर मोबाइल गुम होने की शिकायत भी लोग दर्ज कर सकते हैं। अपर पुलिस महानिदेशक अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया सोमवार को जोन कार्यालय में एप काे लांच किया।
पुलिस को भेज सकेंगे सीधे फोटो
एडीजी ने बताया कि एप में तीन तरह की सुविधाए हैं। इसके माध्यम से जाम में फंसने पर लोग पुलिस को सीधे सूचना और फोटो भेज सकेंगे। जिसकी रिपोर्ट संबंधित जिले के एसपी यातायात या सीओ तक पहुंचेगी। वह तत्काल इसका निदान कराएंगे। इसके साथ ही एप पर लोग दिए गए प्रारूप में मोबाइल गुम होने की जानकारी दे सकते हैं। इसे ट्रैकिंग के लिए सर्विलांस सेल द्वारा लगाया जाएगा। एप में तीसरी सुविधा नजदीकी पुलिस थाने की लोकेशन और थाना प्रभारी का मोबाइल नंबर भी मिल जाएगा। जिससे व्यक्ति को थाना तलाशने में आसानी रहेगी। एप को क्यूआर कोड से स्कैन करके डाउनलोड कर सकते हैं। जल्दी ही इसे गूगल प्ले स्टोर से भी डाउनलोड किया जा सकेगा।
ये भी पढ़ेंः UP News: अपराजिता उपाध्याय बनीं DM, राधिका गौड़ CDO! पीलीभीत कलेक्ट्रेट परिसर में सुनीं फरियादियों की समस्याएं
ये भी पढ़ेंः खत्म होगा अवैध कॉलोनियों का मायाजाल; दो हजार एकड़ में आवास विकास की नई योजना, लैंड पूलिंग के तहत ली जाएगी जमीन
महिलाओं से संबंधित अपराधों में 35 प्रतिशत गिरावट आई
जोन के सात जिलों में चलाए जा रहे आपरेशन जागृति, मिशन शक्ति, एंटी रोमिया और महिला बीट अभियानों का सकारात्मक परिणाम सामने आया है। एडीजी ने बताया कि इससे महिलाओं से संबंधित अपराधों में 35 प्रतिशत तक कमी आयी है। पुरुषों की लड़ाई में महिलाएं अब मोहरा नहीं बन रही हैं। आपरेशन जाग़ृति में महिलाओं को जागरूक किया है कि वह दो परिवारों की लडाई में मोहरा बनकर छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मुकदमा दर्ज कराने काे तैयार न हों।
लोगों से किया संवाद
एडीजी ने जोन कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि अलीगढ़, हाथरस, एटा, कासगंज, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी में महिला सुरक्षा अभियान में ढाई हजार से अधिक जागरूकता कार्यक्रमाें का आयोजन किया गया। जिसमें तीन लाख लोगों से संवाद किया गया। महिला बीट अधिकारियों ने 300 से अधिक विभिन्न अपराध से पीड़ित महिलाओं की काउंसलिंग की। कार्यक्रम के दौरान डीआइजी अलीगढ़ प्रभाकर चौधरी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। महिला अपराधों में कमी प्रतिशत में चरण पाक्सो दुष्कर्म कुल महिला अपराध पहला 20 40 18 दूसरा 8 56 35