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अछनेरा में लगा प्रदेश का पहला सोलर चलित कूड़ा निस्तारण प्लांट

दस टन की क्षमता वाले प्लांट का गुरुवार को हुआ सफल ट्रायल 1.70 करोड़ रुपये की आई लागत हर दिन दो टन तैयार होगी खाद डीवीवीएनएल को सोलर एनर्जी बेचने की है तैयारी

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Jul 2021 11:59 PM (IST)Updated: Thu, 01 Jul 2021 11:59 PM (IST)
अछनेरा में लगा प्रदेश का पहला सोलर चलित कूड़ा निस्तारण प्लांट
अछनेरा में लगा प्रदेश का पहला सोलर चलित कूड़ा निस्तारण प्लांट

अमित दीक्षित, आगरा

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वैज्ञानिक तरीके से कूड़े के निस्तारण को लेकर सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल कई बार प्रदेश सरकार को दिशा-निर्देश जारी कर चुके हैं। नगर निगम हो या फिर नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत। हर निकाय में कूड़ा निस्तारण प्लांट होना चाहिए। अछनेरा नगर पालिका परिषद प्रशासन ने इस दिशा में ठोस कदम उठाया। 1.70 करोड़ रुपये से प्रदेश का पहला सोलर चलित कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाया है। दस टन का यह प्लांट अछनेरा से फरह मार्ग पर लगा है। एक हेक्टेअर में लगे इस प्लांट का गुरुवार को सफल ट्रायल किया गया। प्लांट में हर दिन दो टन खाद तैयार होगी।

नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी अरविद कुमार पांडेय ने बताया कि सोलर एनर्जी प्लांट की क्षमता चालीस किलोवाट की है। इसमें बैटरी बैकअप नहीं होगा। अगर किसी दिन प्लांट में कूड़ा जल्द खत्म हो जाता है तो ऐसे में दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लि. (डीवीवीएनएल) को बिजली की बिक्री की जाएगी। यह 3.50 रुपये प्रति यूनिट की दर से होगी। उन्होंने बताया कि पालिका परिषद की कुल आबादी तीस हजार है। हर दिन सात टन कूड़ा निकलता है। सोलर एनर्जी प्लांट से हर माह बिजली के बिल का झंझट भी नहीं रहेगा।

नगर पंचायत किरावली को भी होगा फायदा : अछनेरा में कूड़ा निस्तारण प्लांट लगने से नगर पंचायत किरावली को भी फायदा होगा। इस नगर पंचायत का कूड़ा इसी प्लांट पर आसानी से पहुंच सकेगा। इसके अलावा अरदाया, कचौरा, छह पोखर, रायभा सहित अन्य गांवों का कूड़ा भी इस प्लांट में पहुंचेगा। फतेहाबाद रोड पर पीले रंग के खिलेंगे फूल : आगरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत फतेहाबाद रोड के सुंदरीकरण का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। 105 करोड़ रुपये से इस रोड का सुंदरीकरण किया जा रहा है। फतेहाबाद रोड के डिवाइडर पर टेकोमा स्टैंस प्रजाति के पौधे लगाए जा रहे हैं। इन पौधों में पीले रंग के फूल आते हैं। पौधे लगाने का कार्य तीन से चार दिनों में पूरा हो जाएगा। यह पहला मौका है जब किसी रोड पर पीले रंग के फूलों के पौधे लगाए जा रहे हैं।

वेस्ट टू एनर्जी प्लांट को रफ्तार देने का प्रयास : नगर निगम और स्पाक ब्रेसान कंपनी के सहयोग से कुबेरपुर स्थित लैंडफिल साइट में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगेगा। 500 टन कूड़े से हर दिन दस मेगावाट बिजली तैयार होगी। सुप्रीम कोर्ट ने प्लांट लगाने की अनुमति दे दी है। जबकि अधिकांश विभागों ने सहमति दे दी है। नगरायुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि प्लांट लगने से शहर में कूड़े का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण हो सकेगा। निगम के सौ वार्डों से हर दिन 750 टन कूड़ा निकलता है।


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