Ganesh Chaturthi 2021: गणेश चतुर्थी 10 सितंबर को, जानिए प्रतिमाओं की कीमत और खासियत
Ganesh Chaturthi 2021 विघ्नहर्ता से विघ्न हरने की आस। सज गई हैं प्रतिमाएं। 100 रुपये से लेकर 8 हजार रुपये तक है कीमत। ताजनगरी में भगवान गणेश की प्रतिमाओं का कारोबार करीब 40 लाख रुपये का है। इसमें शिल्पियों से लेकर दुकानदार तक शामिल हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। देवों में प्रथम पूज्य भगवान गणेश की पूजा यूं तो हर शुभ काम में सबसे पहले की जाती है, लेकिन गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व है। महाराष्ट्र में गणेश परंपरा की धूम रहती है तो ताजनगरी भी पीछे नहीं रहती। गणपति उत्सव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी है। बाजार में भगवान गणेश की प्रतिमाओं के स्टाल सज गए हैं। 100 रुपये से लेकर आठ हजार रुपये तक की प्रतिमाएं हैं। पिछले वर्ष कोरोना काल में बिक्री को भी तरसे शिल्पियों ने विघ्नहर्ता से विघ्न हरने की आस लगा रखी है। उन्हें उम्मीद है कि इस बार गणपति की प्रतिमाएं अच्छी संख्या में बिकेंगी।
आगरा में गणेश चतुर्थी की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पिछले वर्ष कोरोना वायरस के संक्रमण का असर गणेश चतुर्थी पर देखने को मिला था। सार्वजनिक समारोहों की अनुमति नहीं होने से पंडाल नहीं सजे थे। मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लागू थी। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए पूजा-अर्चना की गई थी। शोभायात्राएं नहीं निकाली गई थीं। इसका असर गणेश जी की मूर्तियां बनाने वाले शिल्पियों पर भी पड़ा था। उनकी प्रतिमाएं बिना बिके रह गई थीं। इस बार माहौल बदला हुआ है। उप्र में कोरोना वायरस का संक्रमण थमा हुआ है। सरकार ने भी नाइट कर्फ्यू की अवधि को रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक सीमित कर दिया है। मंदिर भी खुले हुए हैं। शहर में नामनेर, सुल्तानगंज की पुलिया, आवास विकास कालोनी में सेंट्रल पार्क के नजदीक गणपति की प्रतिमाओं के स्टाल सज गए हैं। डेढ़ फुट से लेकर आठ फुट तक की प्रतिमाएं उपलब्ध हैं। इनकी कीमत एक हजार रुपये से आठ हजार रुपये तक है। शहरवासी यहां प्रतिमाएं पसंद कर बुकिंग को पहुंच रहे हैं। गणेश चतुर्थी में दो दिन होने से शिल्पियों ने बिक्री की उम्मीद संजो रखी है।
ये है पूजन मुहूर्त
हिंदी पंचांग के अनुसार इस साल गणेश चतुर्थी का पर्व 10 सितंबर, दिन शुक्रवार को पड़ रहा है। चतुर्थी तिथि 10 सितंबर को दिन में 12 बजकर 18 मिनट से प्रारंभ हो कर रात्रि 10 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। प्रतिमा स्थापना चतुर्थी तिथि में पूरे दिन की जा सकती है। लेकिन गणेश प्रतिमा खरीदते समय ध्यान रखें की प्रतिमा मिट्टी की बनी हुई बैठे हुए गणेश जी प्रतिमा स्थापित करना शुभ माना जाता है। उनके साथ मूषक की सवारी भी जरूर हो।
पहले की अपेक्षा कम हैं बड़ी प्रतिमाओं के आर्डर
शिल्पी दिनेश ने बताया कि पिछले वर्ष बड़ी प्रतिमाओं के आर्डर नहीं मिले थे। छोटी प्रतिमाएं बनाई थीं, वो भी नहीं बिकी थीं। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार बड़ी प्रतिमाएं बनाने के कुछ आर्डर मिले हैं। हालांकि, वर्ष 2019 की अपेक्षा आर्डर कम ही हैं। विघ्नहर्ता हमारी विघ्न हरेंगे। वहीं, शिल्पी अंबालाल ने बताया कि पिछले वर्ष बड़ी प्रतिमाएं नहीं बिकी थीं। उन्हें वर्षभर संभालकर रखना पड़ा। इस बार छोटी प्रतिमाएं ही बनाई हैं। उम्मीद है कि इस बार ग्राहक आएंगे और बिक्री होगी।
करीब 40 लाख रुपये का कारोबार
ताजनगरी में भगवान गणेश की प्रतिमाओं का कारोबार करीब 40 लाख रुपये का है। इसमें शिल्पियों से लेकर दुकानदार तक शामिल हैं। यहां बनीं मूर्तियां महाराष्ट्र समेत आसपास के शहरों में बिक्री के लिए जाती हैं।