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राजस्व को चूना: सात माह में 100 करोड़ की GST की चोरी, पकड़ में आया फर्जी का खेल Agra News

राज्य जीएसटी विभाग ने 21 फर्मों पर की कार्रवाई। फर्जी फर्म बनाकर की जा रही थी जीएसटी की चोरी।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 04:39 PM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 04:39 PM (IST)
राजस्व को चूना: सात माह में 100 करोड़ की GST की चोरी, पकड़ में आया फर्जी का खेल Agra News
राजस्व को चूना: सात माह में 100 करोड़ की GST की चोरी, पकड़ में आया फर्जी का खेल Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। फर्जी फर्म बनाकर इनपुट क्रेडिट टैक्स चोरी करने वाली फर्मों पर राज्य जीएसटी विभाग की विशेष जांच शाखा (एसआइबी) ने बड़ी कार्रवाई की है। वर्तमान वित्तीय वर्ष मे एसआइबी ने 21 फर्मों को पकड़ा है जो फर्जी बिल के माध्यम से अवैध रूप से इनपुट टैक्स का लाभ ले रही थीं। इन फर्मों द्वारा 100 करोड़ रुपये की कर चोरी सामने आई है। विभागीय अधिकारियों ने लखनऊ में शासन के समक्ष कार्रवाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की।

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फर्जी फर्म बनाकर टैक्स चोरी करने का खेल बड़े स्तर पर चल रहा है। राज्य जीएसटी विभाग की विशेष जांच शाखा द्वारा ऐसी फर्मों को चिन्हित कर उनकी जांच की जा रही थी। विभाग ने एक अप्रैल से 31 अक्टूबर तक 21 फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की। इसमें 100 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी पकड़ी गई है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि जिन फर्मों की जांच की गई है, उसमें कई फर्म बिल्कुल फर्जी हैं। कुछ फर्म सर्कुलर ट्रेडिंग के माध्यम से क्रेडिट इनपुट टैक्स के फर्जीवाड़े में लिप्त हैं।

इन फर्मों पर पकड़ी कर चोरी

फर्म - कर चोरी

एस के ओवरसीज - 128

राहुल इंटरप्राइजेज - 4878.9

कृष्णा ट्रेडर्स - 268

डायमंड इंटरप्राइजेज - 211.45

संध्या इंटरप्राइजेज - 197.76

श्रीजी इंटरप्राइजेज -277.56

कमल ट्रेडिंग कंपनी - 106.87

सिद्धार्थ ट्रेडिंग कंपनी - 211

शिवशक्ति ट्रेडिंग कंपनी - 198.66

एसकेजे इंटरप्राइजेज - 397

राहुल ट्रेडिंग कंपनी - 106

राधे इंटरनेशनल - 265

एसए इंटरनेशनल - 104

राधे कृष्णा टाइल्स - 100

एमजी इंटरप्राइजेज - 624

ए टू जेड इंटरप्राइजेज - 101

स्वास्तिक ट्रेडिंग कंपनी - 309.98

रिद्दी-सिद्धी इंटरप्राइजेज - 904.68

अंश इस्पात उद्योग - 153

एसके इस्पात - 156

श्याम राधे ट्रेडिंग कंपनी - 352

कुल धनराशि - 10054

(कर चोरी लाख रुपये में है)

कबाडिय़ों से मिलकर हो रही थी चोरी

सूत्रों ने बताया कि फर्मों द्वारा कबाडिय़ों के साथ मिलकर सर्कुलर ट्रेडिंग को अंजाम दिया जा रहा है। कर चोरी के उद्देश्य से कबाड़ी बिना बिल व्यापार करते हैं। जब उन्हें निर्माता इकाइयों को माल बेचने के लिए जरूरत पड़ती है तो वह फर्जी फर्मों से बिना माल लिए केवल बिल खरीदते हैं। इस पर उनके द्वारा कोई कर जमा नहीं किया जाता है।

12 करोड़ की खरीद पर 40 करोड़ का बिल

श्याम राधे ट्रेडिंग कंपनी पर जांच के दौरान पाया गया कि सर्कुलर ट्रेडिंग के माध्यम से राजस्व की हानि की जा रही थी। फर्म द्वारा 12 करोड़ की खरीद घोषित कर करीब 40 करोड़ की बिक्री के बिल जारी कर दिए। इससे करीब तीन करोड़ की कर चोरी सामने आई।

प्रदेश भर में सर्वाधिक मामले पकड़े

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एसआइबी द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष में कर चोरी के सबसे ज्यादा मामले पकड़े गए हैं।  


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