Online Games ने बदली युवाओं की पसंद, अब मोबाइल में चाहिए ये फीचर Agra News
ऐसे मोबाइल खरीद रहे युवा जिनमें गेम चलें आसानी से और कैमरा हो दमदार।
आगरा, जागरण संवाददाता। कैमरा, रैम या स्टाइलिश लुक अब मोबाइल खरीदने की पसंद नहीं रही। आजकल के युवाओं को ऐसे मोबाइल चाहिए, जिनमें गेम आसानी से खेले जा सकें। बाजार में मोबाइल की दुकानों पर युवा इसी मांग के साथ पहुंच रहे हैं, जो गेमिंग वल्र्ड के लिए अपडेटेड हों।
उपभोक्ताओं की बढ़ती तादाद
मोबाइल गेम के प्रति दीवानगी लगातार बढ़ रही है। नैसकॉम की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का मोबाइल गेम बाजार 2020 तक 1.1 अरब डॉलर का हो जाएगा और इसके उपभोक्ताओं की संख्या 62.8 करोड़ होने का अनुमान है।
गेमिंग के लिए फोन हो रहे स्मार्ट
शाह मार्केट में मोबाइल बेचने वाले सौरभ गुप्ता बताते हैं कि स्मार्टफोन का बाजार हर दिन बड़ा होता जा रहा है। यह उतना ही अच्छा है जितना कोई कंप्यूटर या कंसोल। इसलिए आप अपने फोन पर कॉल ऑफ ड्यूटी या अस्फैल्ट जैसे हैवी-ड्यूटी गेम आसानी से चला सकते हैं। यह काफी अधिक सुविधाजनक है। आप इसे कहीं भी चला सकते हैं। साथ ही गेमिंग के लिए आपको अलग से बजट भी नहीं निकालना होगा।
अब मोबाइल ही है कंसोल और पीसी
कुछ साल पहले तक युवा कंसोल्स या पीसी पर गेम खेलते थे। लेकिन कैंडी क्रश से शुरू हुआ गेमिंग का सिलसिला अब पबजी तक पहुंच चुका है। ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया ने युवाओं के मोबाइल पर कब्जा कर लिया है। मोबाइल दुकान पर खड़े रोहित ने बताया कि पहले वे कंसोल खरीदते थे। लेकिन जबसे स्मार्टफोन गेम के लिए स्मार्ट हो गए हैं, मैंने पीसी और कंसोल को देखा भी नहीं है।
गेमिंग के लिए खरीद रहे मोबाइल
संजय प्लेस स्थित मोबाइल की दुकान के संचालक अभिषेक गुप्ता बताते हैं कि पहले मोबाइल में युवाओं को हाई रेजोल्यूशन कैमरा चाहिए होता था, लेकिन अब रैम चैक करते हैं। यह देखते हैं कि मोबाइल गेम फ्रेंडली है या नहीं।
यह है गेम फ्रेंडली मोबाइल
- वनप्लस सेवन टी
- आसुस रोग फोन 2
- शाओमी ब्लैक शार्क 2
- शाओमी रेडमी के20 प्रो
- आईफोन 11 प्रो मैक्स