कहीं आपके शरीर पर तो नहीं हो रहे लाल चकत्ते, ध्यान देने की है जरूरत Agra News
बारिश के मौसम में बढ़ रहे फंगल इंफेक्शन के रोगी। गर्मी और उमस से पूरे शरीर पर पड़ रहे चकत्ते। स्टेरॉयड के इस्तेमाल से एंटी फंगल हो रहीं बेअसर।
आगरा, जागरण संवाददाता। गर्मी और उमस से फंगल इन्फेक्शन बेकाबू हो गए हैं। एक ही परिवार के दो से तीन सदस्यों में इन्फेक्शन फैल रहा है। ये सामान्य एंटी फंगल दवाओं से भी ठीक नहीं हो रहा है। एसएन के चर्म रोग विभाग की ओपीडी में मरीजों की लंबी लाइन लग रही है। बुधवार को चर्म रोग विभाग की ओपीडी में 350 मरीज आए।
एसएन की चर्म रोग विभाग की ओपीडी में 70 फीसद मरीज फंगल इन्फेक्शन के आ रहे हैं। इसमें से 40 फीसद मरीज इन्फेक्शन पूरे शरीर पर फैलने के बाद आ रहे हैं। इन्फेक्शन होने पर मरीज मेडिकल स्टोर से स्टेरॉयड लेकर इस्तेमाल कर रहे हैं, इससे खुजली और दर्द में राहत मिल रही है। मगर, बीमारी फैलती जा रही है। इन मरीजों में कई तरह की दवाएं देनी पड़ रही हैं।
एक साथ दो एंटी फंगल का इस्तेमाल
फंगल इन्फेक्शन फ्लूकोनाजॉल और टरबिनाफिन एंटी फंगल से सात से आठ दिन में सही हो जाता था। अब ये दवाएं असरहीन हो रहीं हैं। ऐसे में कई तरह की एंटी फंगल दी जा रही हैं।
सिर में हो रहा इन्फेक्शन
फंगल इन्फेक्शन जांघ से लेकर पूरे शरीर में फैल रहा है। टीनिया केपेटिस सिर में और पैरों में टीनिया पेडिस व हाथों में टीनिया मेनम से संक्रमण होता है। टीनिया कार्पोरिस पूरे शरीर में फैलता है।
ये हैं लक्षण
बगल और शरीर के अन्य हिस्सों में लाल रंग के गोल चकत्ते पडऩे के साथ जलन और खुजली होती है। यह पूरे शरीर में फैलने लगता है।
ये करें
- नहाने के बाद शरीर को अच्छी तरह पौंछने के बाद कपड़े पहने।
- कूलर की जगह पंखे में बैठें, जिससे पसीना सूख जाए।
- सुबह और रात को दो बार स्नान करें।
- डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही दवा इस्तेमाल करें।
चर्म रोग विभाग की ओपीडी का हाल
सोमवार - 600 मरीज
मंगलवार - 550 मरीज
बुधवार - 350 मरीज
गर्मी और उमस में फंगल इन्फेक्शन फैल रहा है, ऐसे में केमिस्ट से लेकर स्टेरॉयड का इस्तेमाल करने से एंटी फंगल दवाएं बेअसर हो रही हैं, पूरी शरीर में इन्फेक्शन फैलने के केस आ रहे हैं।
डॉ. यतेंद्र चाहर, विभागाध्यक्ष चर्म रोग विभाग एसएन मेडिकल कॉलेज