ताज महोत्सव में सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी, तैयारियां जोर-शोर से
कश्मीर से कन्याकुमारी तक के हस्तशिल्प की होगी झलक। शिल्पग्राम को सजाने में जुटे हैं कलाकार।
आगरा, जागरण संवाददाता। लोक कलाओं और ब्रज संस्कृति की झलक को लगने वाले ताज महोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। ताजनगरी के एकमात्र पर्यटन इवेंट ताज महोत्सव में दर्शकों पर सीसीटीवी कैमरों की नजर रहेगी। शिल्पग्राम परिसर में 40 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे, जो कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे। नूरजहां ऑडिटोरियम में बने कक्ष में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। जहां से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी।
शिल्पग्राम में ताज महोत्सव का आयोजन 18 से 27 फरवरी तक होगा। इसमें अब केवल चार दिन ही बचे हैं। इसके चलते शिल्पग्राम परिसर में मंच, पंडाल, स्टॉल, स्वागत द्वार बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है। महोत्सव में वीकेंड और बॉलीवुड नाइट में बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ती है। साज-सज्जा का जिम्मा संभालने वाली कंपनी को ही सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम करने को भी कहा गया है। दिल्ली की कंपनी द्वारा शिल्पग्राम परिसर में प्रवेश द्वार, पंडाल, वीआइपी एंट्री आदि जगहों पर डोर फ्रेम मैटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) लगाए जाएंगे। उपनिदेशक पर्यटन/सचिव ताज महोत्सव आयोजन समिति अमित ने बताया कि शिल्पग्राम में सुरक्षा व्यवस्था के सख्त इंतजाम रहेंगे।
शिल्पियों का आना होने जा रहा शुरू
ताज महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों से शिल्पी अपनी कला का प्रदर्शित करने के लिए आगरा आते हैं। कश्मीर से कन्याकुमारी तक के हस्तशिल्प की झलक मिलेगी। सहारनपुर का फर्नीचर तो कश्मीर की पशमीना शॉल भी होंगी। लखनऊ का चिकिन वर्क, बनारस की सिल्क साडिय़ां, हरदोई का कालीन, लाख की चूडिय़ां, हरियाणा का चरकुला नृत्य, यह सब ताज महोत्सव में नजर आएगा। 18 फरवरी से शुरू होने जा रहे महोत्सव में भाग लेने के लिए शिल्पियों का आना एक-दो दिन में शुरू हो जाएगा।