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उड़ती हवा सी थी वो...जानिये आग की लपटों में घिरने से पहले कैसी थी आगरा की वो बेटी

संजली की मौत के बाद सदमे में हैं सहेलियां। बातें करते-करते हो जाती हैं आंखें नम।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Fri, 21 Dec 2018 03:03 PM (IST)Updated: Fri, 21 Dec 2018 03:03 PM (IST)
उड़ती हवा सी थी वो...जानिये आग की लपटों में घिरने से पहले कैसी थी आगरा की वो बेटी
उड़ती हवा सी थी वो...जानिये आग की लपटों में घिरने से पहले कैसी थी आगरा की वो बेटी

छात्रा की आपबीती: 'कल 18 दिसंबर को मैं डेढ़ से दो बजे के बीच अपने स्कूल एसईएस इंटर कॉलेज से पढ़कर आ रही थी। रास्ते में थोड़ी दूर आने पर दो लड़कों ने मोटर साइकिल से आकर पीछे से मेरे ऊपर कट्टी से पेट्रोल डाला और लाइटर से आग लगा दी। मैं सड़क के किनारे गिर गई। दोनों लड़कों में एक जो पीछे बैठा था, काले रंग की टीशर्ट पहने था। दोनों लड़के लंबे थे। बाइक लाल रंग की थी। मैं दोनों लड़कों को नहीं पहचानती। दोनों हेलमेट पहने थे। एक लड़का, जो कि मेरा दूर का संबंधी भी है। पहले परेशान करता था, लेकिन इधर, सात-आठ महीने से परेशान नहीं करता है। मुझे किसी पर कोई शक नहीं है। यह बयान मैं बिना किसी के दबाव में दे रही हूं। मैं दसवीं में पढ़ती हूं, मैं अपनी सहेलियों के साथ प्रतिदिन साइकिल से स्कूल आती-जाती थी। कल 18 दिसंबर को भी एक सहेली के साथ गई थी और स्कूल से अकेले घर लौट रही थी।' (दिल्ली सफदरजंग में पीडि़ता संजिली द्वारा मजिस्ट्रेट को दिया गया बयान)

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आगरा, यशपाल चौहान। संजली की दर्दनाक मौत से उसकी सहपाठी और सहेलियां सदमे में हैं। गुरुवार को स्कूल में शोकावकाश होने के बाद वे घर पहुंच गईं। उनसे जब बात की गई तो संजली की तारीफ करते नहीं थक  रही थीं। कह रही थीं कि उड़ती हवा सी थी वो..। वह सभी से मेलजोल रखती थी और पढ़ाई की बातें करती थी। क्लास में बैंच पर साथ बैठने वाली शिवानी का कहना था कि शिक्षा ही नहीं, खेलकूद में भी संजली का जोर रहता था। उसे मेहंदी रचाने में हुनर था। कक्षा में सवाल का तत्काल जवाब रखती थी। हर समय उछलती रहती थी संजली। तो दूसरी सहपाठी कविता के अनुसार संजली प्यार भरी बोली के कारण मुझे बहुत पसंद थी। उसकी स्कूल में पहली मित्र मैं ही बनी। वह पहले परिचय में लोगों पर अपनी छाप छोड़ देती थी। प्राची के अनुसार संजली तितली की तरह रहती थी। पलक झपकते ही इधर-उधर हो जाती थी। उसकी कला से हर कोई प्रभावित रहता था। समय की पाबंद भी थी। रजनी का कहना था कि टीचर्स का दिल जीतने में सबसे आगे रहती थी। सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में मैडल जीतने के बाद राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में भाग लेने का सपना संजोया था। अंजली बताती हैं कि हर कोई संजली के शालीनता से बात करने के तरीके का कायल था। इससे अध्यापक भी बाहर किसी कार्यक्रम में ले जाने के लिए उसका पहले चयन करते थे।

मां के सामने ही तोड़ा था दम, जुबां पर न आ सके शब्द

आइसीयू में भर्ती संजली की बेचैनी मां अनीता से बेहतर कौन समझ सकता था। उसे नौ महीने कोख में रखने वाली मां बेटी के बिना कुछ बोले उसकी दिल की बात समझ जाती थी। संजली को जिंदा जलाने की घटना के बाद से मां अनीता एक पल को नहीं सोई। एसएन इमरजेंसी से सफदरजंग अस्पताल के आइसीयू तक हर पल साथ रही। बस उसके सही होने की प्रार्थना करती रही। बुधवार रात 12 बजे के बाद संजली को बेचैनी होने लगी। यह देखकर मां उसके पास जाकर बैठ गई। बेटी कुछ कहना चाहती थी, मगर शब्द जुबां पर नहीं आ रहे थे। पिता हरेंद्र ने बताया संजली को बोलने में दिक्कत हो रही थी। आवाज गले में घुटकर रह जा रही थी।  

बेटी का यह दर्द मां से नहीं देखा गया। उसके सिरहाने पर जाकर सिर पर प्यार से हाथ रखा। संजली को शायद इसी का इंतजार था। एक लंबी सांस लेकर हमेशा के लिए गहरी नींद में सो गई। मां को लगा कि वह सो गई है। अगले ही पल उनका ध्यान शरीर में कोई हरकत न होने पर ध्यान गया। पंद्रह साल तक साए की तरह साथ रही बेटी उससे दूर जा चुकी है।

अपनों के बीच ही हैं छात्रा के हत्यारे

मलपुरा के लालऊ गांव की संजली को पेट्रोल डालकर जलाने वाले अपनों के बीच ही हैं। पुलिस को मिले कुछ पत्र और मैसेज इसी ओर इशारा कर रहे हैं। हत्यारों तक पहुंचने के लिए पुलिस की जांच अब इसी दशा में बढ़ रही है। 

लालऊ निवासी 15 वर्षीय दसवीं की छात्रा संजली को 18 दिसंबर को दोपहर 1.30 बजे स्कूल से घर लौटते समय पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई थी। बुधवार देर रात छात्रा की मौत हो गई। गुरुवार को छात्रा के तयेरे भाई योगेश की खुदकशी के बाद पुलिस को एक दिशा मिल गई। पुलिस को एक मोबाइल से कुछ मैसेज और छात्रा के एक रिश्तेदार के घर से दो पत्र मिले हैं। इन तथ्यों के आधार पर कहा जा रहा है कि छात्रा को जलाकर मारने वाला उसका कोई करीबी हो सकता है। पुलिस को छात्रा और नजदीकी के बीच लंबी चैट का डिटेल मिला है। नौ दिसंबर से पहले की चैट को डिलीट कर दिया गया है, जिससे संदेह बढ़ा है। छात्रा से मैसेज पर उसकी तकरार हुई होगी। अब पुलिस मोबाइल, मैसेज और पत्र से जांच को आगे बढ़ा रही है। शक के आधार पर पुलिस ने कुछ युवक हिरासत में लिए हैं। इनसे अभी पूछताछ चल रही है। हत्यारों के करीबी होने के कारण पुलिस को जांच में परेशानी हो रही है।

बयान से उलझी हत्या की गुत्थी

छात्रा ने दिल्ली में अस्पताल में मृत्यु से पूर्व मजिस्ट्रेट को बयान दिए थे। जिसमें किसी पर शक नहीं जताया है लेकिन एक युवक के नाम का जिक्र किया है जो सात-आठ महीने पहले तक परेशान कर रहा था।


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