Agra Lockdown Update Part 2: लॉकडाउन में 2500 बोतल तस्करी की शराब बेचकर, पैसा गटक गए पुलिसकर्मी
देशभर में लॉकडाउन के दौरान हरियाणा से तस्करी कर लाई गई शराब के विक्रेता बन बैठे पुलिसकर्मी। एसएसपी ने चौकी प्रभारी सहित अन्य पर की कार्रवाई।
आगरा, जेएनएन। इसे पुलिस महकमा कहते हैं। चाहे तो रस्सी को सांप बना दे और सांप को रस्सी। सब कुछ अपने हाथ। कोरोना वायरस को लेकर देशभर में लॉकडाउन है। शराब से लेकर गुटखे तक की बिक्री पर पाबंदी है। शहर की सड़कों पर ट्रैफिक नहीं। दुकानें खुल नहीं रहीं। नंबर दो की कमाई के सारे रास्ते बंद। तनख्वाह से इतर ऊपरी कमाई की चाहत में पुलिसकर्मियों ने ऐसा रास्ता अपना लिया कि आप भी जानकर हैरान रह जाएंगे। तस्करी की शराब को जब्त कर, उसे खुद पुलिस चौकी से बेचने बैठ गए। चौकी को ही शराब का ठेका बना दिया। मामला खुला तो चौकी प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन है। शराब के ठेके बंद हैं और शौकीन तरस रहे हैं। इस बात का फायदा मथुरा में कोटवन चौकी पर तैनात स्टाफ ने उठाया। पुलिसकर्मियों ने कोटवन पुलिस चौकी को ही बॉर्डर पार हरियाणा से तस्कर कर लाई गई शराब का ठेका बना दिया। लॉकडाउन में पुलिसकर्मी वाहनों में लदी शराब बेचने लगे। एसएसपी गौरव ग्रोवर ने चौकी प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। दो गांवों के चौकीदार समेत चार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
बीते दिनों कोसीकलां पुलिस ने बॉर्डर पार हरियाणा से लाई अवैध शराब की कई खेप पकड़ी थीं। पकड़े गए वाहन कोटवन पुलिस चौकी की सुपुर्दगी में खड़े करा दिए गए। इसी बीच कोरोना वायरस के चलते 21 दिन का लॉकडाउन हो गया। इसमें शराब की दुकानें बंद हो गईं। पुलिसकर्मियों ने शराब को वाहनों से उतार कर बेचना शुरू कर दिया। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर को इसकी जानकारी मिली तो पुलिस चौकी प्रभारी बालेंद्र सिंह ने एक युवक को वाहनों से शराब की पेटी चुराने के आरोप में 11 अप्रैल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वास्तव में यह कार्रवाई पुलिसकर्मियों ने अपने बचाव के लिए की थी। एसपी देहात श्रीशचंद की जांच में पूरा मामला खुल गया। एसएसपी ने बताया कि 14-15 मार्च की रात को पुलिसकर्मियों द्वारा पकड़ी गई शराब की बिक्री की गई थी। जांच मेें इसकी पुष्टि हो गई। आरोपित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है।
39 वाहनों में से 10 की हुई अभी जांच
कोटवन चौकी तो पुलिसकर्मियों के लिए जैसे सोने का अंडा देने वाली मुर्गी साबित हुई। जितनी कमाई रोजमर्रा में नहीं होती, उससे कई गुना ज्यादा लॉकडाउन में कर डाली। सूत्रों का कहना है कि एसपी देहात की जांच में सामने आया है कि यहां एक ट्रक समेत 39 ऐसे वाहन खड़े थे, जो तस्करी की शराब समेत जब्त किए गए थे। इनमें से 10 की ही जांच अभी हो पाई है। इतने में से ही करीब 2500 बोतलें गायब हैं। लॉकडाउन में शौकीनों की डिमांड को देखते हुए पुलिसकर्मियों ने मुंहमांगे दाम पर ये बोतलें बेच डाली हैं। आसपास के पूरे इलाके में यह खबर थी कि शराब के ठेके बंद हैं पर जो ब्रांड चाहिए, वो चौकी से मिल जाएगा। बस पैसा कुछ ज्यादा खर्च करना पड़ेगा।