Akhilesh Yadav in Agra: सपा मुखिया अखिलेश यादव आगरा में, बोले म्यूजियम को बनाएंगे गंगा जमुनी तहजीब का
Akhilesh Yadav in Agra निजी कार्यक्रम में शिरकत करने आगरा के बरौली अहीर में आए हैं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव। मुगल म्यूजियम का नाम छत्रपति शिवाजी होने के बाद अचानक कार्य की प्रगति देखने पहुंचे पूर्व सीएम। यहां उन्होंने तीसरी मंजिल तक चढ़कर कार्य देखा।
आगरा, जागरण संवाददाता। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुगल म्यूजियम का नाम बदले जाने पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। कहा कि भाजपा सरकार ने जिस मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम रखा है, सरकार आने पर सपा उसमें शिवाजी की मां जीजाबाई, शहीद भगत सिंह और महाराजा अग्रसेन की भी प्रतिमा लगवाएगी। उन्होंने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता। सरकार ने इस योजना को कितना आगे बढ़ाया, यह महत्वपूर्ण है। हम इसे गंगा-जमुनी तहजीब का म्यूजियम बनाएंगे। गुरुवार को निजि कार्यक्रमों में शिरकत करने आए पूर्व मुख्यमंत्री अचानक निर्माणाधीन छत्रपति शिवाजी म्यूजियम भी पहुंचे। यहां वे तीसरी मंजिल तक चढ़कर गए। महानगर अध्यक्ष चौधरी वाजिद निसार से पूछा कि इसका काम कब से रुका हुआ है। वह यहां लगभग 20 से 25 मिनट रुके। वह होटल जेपी पैलेस में राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन के यहां आयोजित पारिवारिक कार्यक्रम में शिकरत करने के बाद अचानक म्यूजिम का काम देखने पहुंचे थे। इससे पहले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष गणेश यादव के यहां आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि हमने आगरा को इनररिंग के प्रथम चरण का तोहफा दिया। भाजपा सरकार पिछले साढ़े तीन सालों में इस योजना को पूरा नहीं कर पाई है। ताजनगरी में भाजपा सरकार ने जिस मेट्रो ट्रेन योजना का शिलान्यास किया है, वह भी उनकी सरकार की देन है। उपचुनाव में मिली शिकस्त के सवाल में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उपचुनावों के परिणामों से कुछ नहीं होता। मुख्य चुनाव तो हम ही जीतेंगे। 2022 में किस पार्टी के साथ गठबंधन करेंगे, इस रणनीति का अभी खुलासा करने से उन्होंने इनकार कर दिया।
आय दोगुनी कर देने वाली एमएमपी दे सरकार
आंदोलनकारी किसानों को बधाई देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि कानून बनने से पहले जब यह बिल बहस के लिए लोकसभा और राज्यसभा में लाया गया, तब सपा ने इसका विरोध किया था। राज्यसभा में तो पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव ने कृषि मंत्री से यहां तक कह दिया था कि ये कानून किसानों के लिए डेथ वारंट से कम नहीं हैं। सरकार किसानों की आय दाेगुनी करने का भरोसा दिलाती है तो भाजपा सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि वह किसानों को आय दोगुनी कर देने वाली एमएसपी दे दे।