अब वन विभाग ने की हरियाली को जंग फलदार पौधों के संग लड़ने की तैयारी Agra News
पौधारोपण अभियान में किसानों ने की थी फलदार पौधों की मांग। वन विभाग ने शुरू की फलदार पौधों की तैयारी।
आगरा, जागरण संवाददाता। पौधारोपण अभियान में फलदार पौधों की किल्लत झेल चुके वन विभाग ने अब इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। अभियान में हरियाली फैलने को जंग लड़ रहे विभाग के पास फलदार पौधे की तंगी थी और किसान इन पौधों की मांग ज्यादा कर रहे थे।
पौधारोपण अभियान में आगरा को 28.57 लाख पौधों का लक्ष्य मिला था। करीब 26 विभागों ने मिलकर इस लक्ष्य को आसानी से पूरा कर दिया। लेकिन किसानों ने घर और खेत में पौधारोपण करने के लिए फलदार पौधों की मांग की थी। वन विभाग के पास केवल किन्नो, नीबू, अमरूद और जामुन के पौधे थे। इन प्रजातियों के पौधे केवल 35 फीसद थे। इन पौधों से किसान नाखुश थे। अन्य प्रजातियों के पौधे लगाने से भी इन्कार कर रहे थे।
अब मिलेंगे 40 हजार प्रजाति के फलदार पौधे
सामाजिक वानिकी प्रभाग आगरा के प्रभागीय निदेशक मनीष मित्तल ने बताया कि अगस्त में अभियान में किसानों की मांग को देखते हुए पौधशालाओं में सर्व प्रथम फलदार पौधों का बीज बोया जा रहा है। अमरूद, किन्नो, नीबू और करौंदा के अलावा भी कई प्राजियां बढ़ाई जाएंगी। प्रत्येक प्रजाति के 40 हजार पौधे उपलब्ध होंगे।
पौधे को मजबूत कैसे बनाएं
वन विभाग की पौधशाला डबल फाटक के इंचार्ज रघुवीर ने बताया कि पौधों के हिसाब से बारिश सही मात्रा मेे हुई है। घर या खेत में लगे पौधों को तंदरुस्त बनाने के लिए हर महीना एक चम्मच खाद (यूरिया या डीएपी) डाल सकते हैं। इसके अलावा गोबर की खाद बहुत कम मात्रा में डाली जाए। अगर पौधे की जड़ में दीमक लगी है, तो आधा चम्मच फोरेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।