Bird Festival में वन मंत्री ने आगरा से किया वादा, कीठम के विकास को हरसंभव करेंगे प्रयास Agra News
पर्यावरण वन एवं जलवायु मंत्री दारा सिंह चौहान ने किया सूर सरोवर पक्षी विहार में बर्ड फेस्टिवल का उद्घाटन। वर्ल्ड वेटलैंड डे पर प्रदेश स्तरीय आयोजन हो रहा है आगरा में।
आगरा, जागरण संवाददाता। बर्ड फेस्टिवल में आये पर्यावरण, वन एवंं जलवायु परिवर्तन मंत्री दारा सिंह चौहान ने कीठम के ईको सेंसिटिव जोन और जंगल को घटाने पर कहा कि क्षेत्र के विकास और लोगों की जरूरत को देखते हुए ऐसा किया गया होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की सोच है कि सूर सरोवर पक्षी विहार को आगरा के पर्यटन से जोड़ते हुए यहां के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकें।
सूर सरोवर पक्षी विहार में हो रहे बर्ड फेस्टिवल में मंत्री बोले कि सरकार की उपलब्धि है कि उत्तर प्रदेश मे वन क्षेत्र 6.7 से बढ़कर 9 फीसद हो गया है। जीव जंतु की सुरक्षा और फारेस्ट कवर बढाने को सरकार काम कर रही है। हाल ही में देश की दस रामसर साइट्स में से छह उत्तर प्रदेश की होना बड़ी उपलब्धि है। प्रदेश सरकार वेटलैंड और प्रधानमंत्री जल संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं। आगरा के पर्यटन को प्रदेश व देश के स्तर पर ले जाने का काम किया जाएगा। सरकार की प्राथमिकता ईको टूरिज्म को बढ़ावा देना है। कीठम के विकास को विभाग और सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि वेटलैंड डे पर बर्ड फेस्टिवल के आयोजन से हम यह संदेश देना चाहते हैं कि जीव जंतु और वेटलैंड को सुरक्षित रखने को हम प्रतिबद्ध हैं। फेस्टिवल में राज्य मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि सरकार ईको टूरिज्म को बढाने के लिए प्रतिबद्ध है। आज जलाशय सूख रहे हैं। प्रदूषण, रेडिएशन और शिकारियों के चलते पक्षी गायब हो रहे हैं। स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो भविष्य की पीढ़ियों को कई पक्षी नहीं दिखेंगे। हम उन परिस्थितियों का निर्माण कर रहे हैं, जिनसे प्रकृति के रिएक्ट करने पर मानव के लिए रहना मुश्किल हो जाएगा। हम कब्जा मुक्त की गई वन भूमि पर पौधरोपण करेंगे। इस वर्ष प्रदेश में 25 करोड़ पौधे लगाने का है लक्ष्य। दिल्ली में हो रहे विधानसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस बार कमल ही खिलेगा।
क्या है बर्ड फेस्टिवल
वर्ल्ड वेटलैंड डे के अवसर पर रविवार को सूर सरोवर पक्षी विहार में प्रदेश स्तरीय बर्ड फेस्टिवल आयोजित किया गया है। आयोजन में देश विदेश के पक्षी प्रेमी पहुंचे हैं। बर्ड फेस्टिवल में मुंबई, दिल्ली और लखनऊ के पक्षी विशेषज्ञ शिरकत करने पहुंच चुके थे। फेस्टिवल में वन विभाग ने फोटो प्रदर्शनी भी लगाई है। फ्रेंड ऑफ वृंदावन मथुरा, ब्रज गंधा प्रसार समिति वृंदावन मथुरा, मां वैष्णो हैंडीक्राफ्ट फिरोजाबाद, मथुरा रिफाइनरी, टैटू स्टाल, बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डेवलपमेंट सोसाइटी आगरा, जिलाधिकारी फाउंडेशन आगरा, नीतू ग्राफिक्स पेंटिंग आगरा, सोसायटी फॉर प्रिजर्वेशन ऑफ़ हेल्दी एनवायरमेंट एंड इकोलॉजी एंड हेरिटेज ऑफ आगरा, ग्रीनहैंड्स आगरा, प्लांटेबल्स आगरा, प्राणी उद्यान विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय, वाइल्डलाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया नई दिल्ली, टर्टल सर्वाइवल एलाइंस, वाइल्डलाइफ एसओएस, मुंबई नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी मुंबई, वर्ल्ड वाइल्ड फंड फॉर नेचर नई दिल्ली, इटावा सफारी, नमामि गंगे पर भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन, ऑरिगामी ललित कला संस्थान आगरा की ओर से वन्यजीवों की जानकारी उपलब्ध कराई गई है। इसमें ईको फ्रेंडली स्टॉल लगे हैं।