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Surrogacy Gang: नेपाल के रास्ते एनसीआर में सरोगेसी को जाते हैं विदेशी जोड़े

Surrogacy Gang कोख के सौदागर राहुल से पूछताछ में मिले पुलिस को सुराग। अब पीसीआर पर लेने को कोर्ट में दिया प्रार्थना पत्र।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 09:16 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 09:16 AM (IST)
Surrogacy Gang: नेपाल के रास्ते एनसीआर में सरोगेसी को जाते हैं विदेशी जोड़े
Surrogacy Gang: नेपाल के रास्ते एनसीआर में सरोगेसी को जाते हैं विदेशी जोड़े

आगरा, यशपाल चौहान। कोख के सौदागरों के गैंग की जड़ें एनसीआर से लेकर नेपाल तक गहरी हैं। नेपाल में गैंग की सरगना बुलाकर डील करती है। इसके बाद वहीं से इन्हें दिल्ली में भेज दिया जाता है। फरीदाबाद और दिल्ली के कुछ आइवीएफ सेंटरों पर इनकी अवैध तरीके से सरोगेसी की जाती है। इसके बाद बच्चे की डिलीवरी भी नेपाल से ही दी जाती है। पुलिस को राहुल से पूछताछ में इस संबंध में सुराग मिले हैं। उसको रिमांड पर लेने के बाद पुलिस इसकी तह में जाएगी। शनिवार को राहुल के पुलिस कस्टडी रिमांड पर सुनवाई होगी।

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आगरा के फतेहाबाद क्षेत्र में 19 जून को फरीदाबाद की नीलम और रूबी समेत पांच को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनसे तीन नवजात बच्चियां भी बरामद हुई थीं। मामला अवैध सरोगेसी कराने के बाद बच्चों को बेचने का निकला। पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, इस गैंग की परतें वैसे ही खुल रही हैं। नेपाल में बैठी सरगना और दिल्ली एनसीआर के एजेंटों के बीच की कड़ी राहुल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह दिल्ली के बदरपुर का रहने वाला है और गैंग में विदेशी जोड़ों और बच्चों को ठिकानों पर पहुंचाने का काम करता है। पुलिस को उससे पूछताछ में पता चला कि अस्मिता वर्ष 2014-15 से नोएडा के एक डॉक्टर की मदद से दिल्ली और फरीदाबाद के चुनिंदा आइवीएफ सेंटरों पर विदेशी जोड़ों की सरोगेसी कराती थी। सरोगेट मदर तलाशने का काम दिल्ली के बदरपुर निवासी मीना करती थी। बाद में नीलम भी जुड़ गई। अब विदेशी जोड़ों के लिए भारत में सरोगेसी गैर कानूनी है। इसके बाद भी यह विदेशी जोड़ों की गोद भरने का काम जारी है। पुलिस को आशंका है कि इसमें अस्मिता विदेशी जोड़ों से मोटी रकम लेती है। इसके बाद वह काम के हिसाब से उसमें से सभी को देती है। फरीदाबाद में सरोगेट मदर रूबी और विमल देवी से पैदा हुए दो लड़के अभी गायब हैं। अस्मिता के कहने पर इन्हें राहुल सिलीगुड़ी में किसी को पहुंचाकर आया था। इसीलिए अब पुलिस उसे कस्टडी रिमांड पर ले रही है। शुक्रवार को विवेचक इंस्पेक्‍टर फतेहाबाद प्रदीप कुमार ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। इसमें कहा है कि राहुल सिलीगुड़ी में बच्चों को किसी को देकर आया है। बच्चों की बरादगी को उसको साथ ले जाना जरूरी है। इसीलिए उसका दस दिन का रिमांड मांगा है। कोर्ट शनिवार को इस पर सुनवाई के बाद निर्णय लेगी। पीसीआर मिलने के बाद पुलिस राहुल को लेकर सिलीगुड़ी जा सकती है। एसपी पूर्व प्रमोद कुमार का कहना है कि राहुल ने पूछताछ में अस्मिता के बारे में अहम जानकारी दी हैं। अंतरराष्ट्रीय गैंग की सरगना अस्मिता तक पहुंचने के बाद पूरे खेल का पर्दाफाश होगा। 


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