Conjunctivitis During Monsoon: Covid 19 से बचना है तो रखें आंखाें का ध्यान, ये Tips बचाएंगे Conjunctivitis से
Conjunctivitis During Monsoon किसी व्यक्ति को यदि कंजक्टिवाइटिस बीमारी हो गई है तो उसकी आंखों में न देखें और न ही उसका रुमाल तौलिया आदि साझा करें।
आगरा, तनु गुप्ता। बरसात आते ही जहां हर तरफ हरियाली छा जाती है, वहीं आंखों के लाल होने का खतरा मंडराने लगता है। आंखों में चुभन, पानी निकलना, आंख लाल होना और आंखों में जलन और खुजली हो तो समझ लें कि आपको आई कंजक्टिवाइटिस की बीमारी हो गई है। बारिश के मौसम में आंखों में इंफेक्शन होना आम बात है। इसीलिए कोरोना संकट के इस दौर में आंखों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि आंखों में इंफेक्शन होने पर कोविड-19 संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, ये बात कई अध्ययन में सामने आ चुकी है। जब भी आंखों में इंफेक्शन होता है तब हमारी आंखों का संपर्क शरीर के किसी न किसी भाग से जरूर होता है। ऐसे में अगर संक्रमित भाग का हिस्सा आंखों तक पहुंच गया तो यह कोरोना को बढ़ावा दे सकता है। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ ललित के अनुसार कंजक्टिवाइटिस बैक्टीरिया या वायरस के कारण होता है। इससे आंखों की पुतली की बाहरी दीवार सूज जाती है, जिससे यह पिंक कलर में दिखने लगती है। इस स्थिति में हमें बेहद सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि कोरोना का संक्रमण आंखों के माध्यम से न हो। यह बीमारी फैलने वाली हैडॉ ललित बताते हैं कि कंजक्टिवाइटिस एक संक्रामक बीमारी है। यानी यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो सकती है। इसलिए किसी व्यक्ति को यदि कंजक्टिवाइटिस बीमारी हो गई है तो उसकी आंखों में न देखें और न ही उसका रुमाल, तौलिया, टॉयलेट की टोंटी, दरवाजे का हैंडल, टेलीफोन के रिसीवर का इस्तेमाल करें।
सफाई का ख्याल रखें
कंजक्टिवाइटिस से संक्रमित व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने पर उसे संक्रमित कर सकता है। इसलिए सबसे जरूरी बात यह है कि साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। आंखों को नियमित रूप से हर घंटे पानी से साफ करें।
न करें कपड़ा साझा
अगर आप कंजक्टिवाइटिस से पीड़ित हैं तो सबसे पहले अपने सभी कपड़े अलग कर लें। कपड़े को किसी के साथ साझा न करें, खासकर रूमाल, तौलिया इत्यादि। जिस कपड़े का आप इस्तेमाल करते हैं, उसमें कंजक्टिवाइटिस का इंफेक्शन प्रवेश कर चुका होता है। इसलिए कपड़े को बिल्कुल भी साझा न करें।
आंखों पर हाथ न रखें
कंजक्टिवाइटिस होने पर आंखों में बहुत दर्द और खुजली होती है। ऐसे में हमेशा आंखों को मलने का मन करता है। लेकिन आंखों को किसी भी हाल में हाथ से संपर्क नहीं होने दें। ऐसा करने से इसका इंफेक्शन और जगह पहुंच सकता है, जो दूसरों के लिए नुकसानदेह है।
चश्मे को हिसाब से लगाएं
मानसून के दौरान चश्मे के प्रयोग से जहां तक संभव हो, बचें। अगर लगाना ही चाहते हैं तो इसे हमेशा साफ करके पहनें। चश्मे की लैंस को किसी भी हाल में आंखों की पुतली तक संपर्क में न लाएं। खुद से कोई दवाई न खाएं। इसके लिए नेत्र विशेषज्ञों से सलाह लें।