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Work from home करने वालेे सावधान , ये पांच सावधानियां न बरतीं तो पड़ सकते हैं बीमार

एक ही जगह बैठकर काम करने से हो रहे सेहत और परिवार से भी दूर। बढ़ गए काम करने के घंटे। हो रही थकान।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2020 04:18 PM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2020 04:18 PM (IST)
Work from home करने वालेे सावधान , ये पांच सावधानियां न बरतीं तो पड़ सकते हैं बीमार
Work from home करने वालेे सावधान , ये पांच सावधानियां न बरतीं तो पड़ सकते हैं बीमार

आगरा, तनु गुप्‍ता। 'कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप ने जब लॉकडाउन में सबकुछ बंद किया तो बॉस ने ऑफिस में वर्क फ्रॉम होम यानि घर से ही काम करने की परमिशन दे दी। बॉस ने सोशल डिस्टेंसिंग की एहतियात से फैसला लिया और हमने ये सोच कर कि चलो कुछ एक्‍स्‍ट्रा टाइम तो मिलेगा परिवार के साथ। ऑफिस से घर जाते वक्‍त मन में ढेर सारे प्‍लान संजोए। खूब सोएंगे। गर्मागर्म खाएंगे। बीवी बच्‍चों के साथ मस्‍ती भरा समय बिताएंगे और बीच बीच में ऑफिस के काम भी निपटा ही लेंगे। लेकिन पहला दिन बीता भी नहीं था कि सारे सपने चकनाचूर हो गए। पहले आठ घंटे ऑफिस की मजदूरी करते थे अब 24 घंटे के मजदूर हो गए। बीवी चिल्‍लाती है, बच्‍चे खेलना चाहते हैं लेकिन हम सिर्फ लैपटॉप से ही चुपके रहने को मजबूर हो गए। इस पर आफत वीकली भी हम जैसे घर के मजदूरों के रद हैं और ऑफिस आने वाले सोच रहे हैं कि हम घर में ही मस्‍त हैं।'

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जी हां, ये आपबीती हर उस शख्‍स की इस वक्‍त है जो लॉकडाउन के चलते वर्क फ्रॉम कर रहा है। दुनिया को कोराना वायरस ने चपेट में लिया है। वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकार ने सोशल डिस्‍टेंसिग की हिदायत देकर लोगों को घर में रहने की सलाह दी है। तो इधर वर्क फ्रॉम होम करने वाले अपने घर में ही सोशल डिस्‍टेंसिग अपनाने को मजबूर हो रहे हैं। उधर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इस प्रोफाइल को बेहतर मानते हैं। सुबह उठकर ऑफिस जाना उन्‍हें पसंद नहीं है। लेकिन पूरे दिन किसी कमरे में बैठकर काम करना हेल्‍थ के साथ बहुत बड़ा नुकसानदायक काम हो सकता है।

मुश्किल है प्राइवेट और प्रोफेशल लाइफ का सामांजस्‍य

कई लोग अपनी पेशेवर और निजी जिंदगी को अलग-अलग रखना चाहते हैं। हालांकि वर्क फ्रॉम होम में यह संभव नहीं है। इसके अलावा संभव है कि आपको अपने छुट्टी वाले दिन भी काम करना पड़े। ऑफिस में आप 8-9 घंटे काम करते हैं जिसमें कई तरह के एक्टिविटीज के साथ आपको गुजरना पड़ता है लेकिन घर में आप किसी कोने में ऑफिस के काम में बिजी रहते हैं, साथ ही घर के काम पर भी ध्यान रहता है। ऐसे में आप दोनों को मैनेज करना होता है वरना आपकी परेशानी बढ़ जाती है। खासकर महिलाओं के लिए घर से काम करना काफी चैलेंजिंग है।

क्‍या कहते हैं वर्क फ्रॉम होम में फंसे लोग

- एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत श्‍वेता शर्मा बताती है कि उन्हें घर के काम के साथ ऑफिस का काम भी समय से मैनेज करना पड़ रहा है। ऑफिस में काम करने की एक शिफ्ट होती है, लेकिन लॉकडाउन में जब से वह घर में काम कर रही हैंं तब से वह शिफ्ट से ज्यादा काम कर रही है। 9 घंटे की जगह वे अब 11-12 घंटे काम करती है।

- बैंक कर्मचारी रजनी के मुताबिक, घर से काम करने में हर समय खुद को साबित करना पड़ता है कि आप काम कर रहे हो, एक्टिव हो। 

- नोएडा में प्राइवेट सेक्‍टर में कार्यरत रिषभ मिश्रा लॉकडाउन के दौरान आगरा के पश्चिमपुरी अपने घर से ही ऑफिस का काम कर रहे हैं। रिषभ कहना है कि वर्क फ्रॉम होम उनके लिए मुसीबत हो गई है। उनका वर्क लोड पहले से ज्यादा बढ़ गया है, जिससे कि मानसिक तौर पर प्रेशर काफी बढ़ा है। इन दिनों उन्हें 12 से 15 घंटे काम करना पड़ रहा है।

बढ़ रही परिवार से दूरी

करियर काउंसलर लव अग्रवाल के अनुसार ऑफिस में 8 घंटे काम के दौरान अलग-अलग लोगों से मिलना होता है। ऑफिस के दोस्तों के साथ चाय पर चर्चा करते हैं। यह सब आप वर्क फ्रॉम होम के दौरान नहीं कर पाते हैं। घर में चारदीवारी के बीच सिमट कर रह जाते हैं, परिवार और ऑफिस के काम के बीच आप अपने आपको, अपने दोस्तों को समय नहीं दे पाते हैं इससे सोशल लाइफ खत्म होने का डर रहता है। प्रेरणा के साथ कठिनाई अगर आप घर से काम करने को पसंद करते हैं यानि कहीं न कहीं आपने अपने कंफर्ट को चुन रहे हैं जहां आप आराम से काम करना चाहते हैं। हालांकि इस दौरान आप मोटिवेशन को अलविदा कह रहे होते हैं जो कि ऑफिस में काम करने के दौरान ही मिलता है। क्योंकि ऑफिस जाने के दौरान आप सुबह जल्दी उठने की कोशिश करते हैं। रात में समय से डिनर करके सो जाते हैं। ऑफिस के लिए आप कपड़े तैयार करके रखते हैं। इस अनुशासन का पालन आप घर में पायजामा पहन कर काम करने के दौरान नहीं कर पाते हैं।

टीमवर्क की दिक्कत

वर्क फार्म कर रहे लोगों से बातचीत से पता चला है कि घर से काम करने पर टीमवर्क के साथ काम करने में दिक्कत आ रही हैं। काम के प्रति क्रिएविटी सोच में कमी आई है। ऑफिस में जब आप अपने सहकर्मी से बातचीत करते हैं या किसी विषय पर डिस्कशन करते हैं तो ज्यादा अच्छा आइडिया उभर कर आता है जो कि वर्क फार्म होम में संभव नहीं है। इसके साथ ही घर पर काम करने के दौरान टीवी के शोर, बच्चों की शैतानियां और घर के काम आपका ध्यान भटका सकते हैं। इस वजह से आप अपने काम को पूरी लगन के साथ नहीं कर पाते हैं। गूगल हैंगआउट पर सिर्फ जरूरी की बातें ही होती है। ऑफिस की तरह किसी विषय पर घंटों चर्चा नहीं किया जा सकता है। हैंगआउट पर एक और समस्या जो कि इन दिनों देखा जा रहा है कि हर कर्मचारी एक साथ ऑनलइन मौजूद नहीं रह पाते हैं शायद इंटरनेट नेटवर्क की वजह से या फिर अन्य कारण जिस वजह से टीमवर्क के साथ काम नहीं हो रहा है। एक सर्वेक्षण के मुताबिक, जो व्यक्ति को वर्किंग स्पेस में अपने सहकर्मी के साथ काम कर रहे हैं वे ज्यादा अच्छे से काम कर पाते हैं। इतना ही नहीं वे ज्यादा क्रिएटिव-इनोवेटिव और खुश और स्वस्थ्य होते हैं।

आराम की जगह मिलता है बिगड़ा रूटीन और स्‍ट्रेस

वरिष्‍ठ फिजिशियन डॉ अतुल कुलश्रेष्‍ठ के अनुसार वर्क फार्म होम की वजह से काम का अत्यधिक प्रेशर बढ़ गया है। खाने-पीने से लेकर हर चीज में रूटीन बिगड़ गया है जिससे कि कर्मचारियों के स्ट्रेस लेवल हाई हो गया है। इन दिनों लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं ऐसे में उन्होंने कहा कि ऐसे लोग रूटीन के अनुसार काम करें। जहां वे घर का काम, ऑफिस वर्क और साथ में हेल्थ पर भी ध्यान दे सकें। स्वस्थ रहने के लिए रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें। घर से बाहर न निकलें। ऐसे में घर पर ही थोड़ा बहुत एक्सरसाइज करने से खाना पचेगा और हड्डियां स्वस्थ रहेंगी। इससे शरीर के दर्द की समस्या भी दूर होगी।

येे बरतें सावधानियां

- ध्यान रहे कि काम करते समय शोरगुल न हो जिससे कि आप अपने काम पर ध्यान दे सकें, क्योंकि बच्चों के भी स्कूल बंद हैं, तो इस बात का जरूर ख्याल रखें कि किस समय कौन बच्चों पर ध्यान देगा। जब आप काम कर रहे हैं तो कौन बच्चों की देखभाल करेगा? यदि आपका जीवनसाथी भी 'वर्क फ्रॉम होम' है तो समय स्लॉट और बच्चों से संबंधित कार्यों को साझा करें, वहीं डोरबेल जैसी अन्य गड़बड़ियों के लिए दिनचर्या और नियम व्यवस्थित करें।

- मानसिक संतुलन के लिए ब्रेक जरूर लें। ऑफिस में आप अपने सहकर्मी के साथ चाय या कॉफी के लिए जरूर जाते हैं, तो घर में इसके बजाय आप थोड़ी देर मामूली काम या बस अपनी सीट से उठने और थोड़ा खड़े होने के लिए ब्रेक ले सकते हैं। अपना पूरा फोकस अपने काम में रखें। मोबाइल में सिर्फ अपने ऑफिस संबंधित अपडेट के लिए ही मोबाइल का इस्तेमाल करें।

- वर्क-फ्रॉम-होम जॉब्स में आप सुविधा के अनुसार काम कर पाती हैं। लेकिन एक्सपर्ट कहते हैं काम के लिए एक तय टाइम शेड्यूल जरूर बनाएं। टास्क के हिसाब से समय तय करें, फिर चाहे वह पर्सनल काम हो या ऑफिशियल। वर्कफ्रॉम-होम जॉब होने के बावजूद अपने काम के घंटे तय कर लेने से आप ज्यादा व्यवस्थित ढंग से काम कर पाएंगी।

- परफेक्ट वर्क-लाइफ बैलेंस तभी होगा जब आप खुद के लिए भी समय निकालेंगी। अगर आप होममेकर या मां हैं और घर से काम भी करती हैं तो आपको घर के कामों, ऑफिस के कामों, बच्चों, परिवार और अन्य सामाजिक आयोजनों आदि के बीच अपना समय बांटना पड़ता है। इस सबके बीच महिलाएं खुद को समय देना भूल जाती हैं जिससे शारीरिक और मानसिक परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए आप घर से काम कर रही हैं तो भी

अपने लिए रोजाना कम से कम 30 मिनट से 1 घंटे तक का समय जरूर निकालें। इसमें आप कुछ भी कर सकती हैं। एक्सरसाइज, डांस, म्यूजिक सुनना, वॉक पर जाना, टीवी देखना आदि।

- एक्सरसाइज जरूर करें, बैलेंस डाइट लें और रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाएं। ब्रेक लेकर रिलेक्स करें। बिना अच्छी सेहत, वर्क और लाइफ का बैलेंस बनाना नामुमकिन है। 


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