टोल वसूली पर ध्यान, हाईवे पर संरक्षा के नहीं इंतजाम
जागरण की पड़ताल में खुली एनएचएआइ मथुरा खंड के दावों की पोल अभी तक नहीं बंद हुए अवैध कट न ठीक से लग रही झाड़ू और न ही हो रहा कूड़े का उठान
आगरा, जागरण संवाददाता। : कोहरे ने वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दी है। हर दिन नेशनल हाईवे-19 पर दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) मथुरा खंड की टीम का टोल वसूली पर ही ध्यान है। सरंक्षा के इंतजाम तक नहीं हैं। रविवार को जागरण टीम ने रुनकता से वाटरवर्क्स तक हाईवे की पड़ताल की। शहरी क्षेत्र में हाईवे 16 किमी है। इसमें हर दिन ठीक से झाड़ू नहीं लग रही है और न ही कूड़े का उठान किया जा रहा है। अभी तक अवैध कट भी बंद नहीं किए गए हैं।
जागरण टीम सबसे पहले रुनकता पहुंची। यहां से आगे बढ़ी तो सर्विस रोड पर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए थे। कई जगहों पर अवैध कट थे। इन्हें अभी तक बंद नहीं किया गया है। कई जगहों पर सर्विस रोड टूटी है। शास्त्रीपुरम रेल ओवर ब्रिज के सामने साइनेज नहीं लगे हैं। हाईवे के कट को बंद कर दिया गया है। सिकंदरा अंडरपास की सर्विस रोड टूटी है। मंडी के पास कूड़े के ढेर मिले। नाला चोक मिला। कुछ यही हाल आइएसबीटी, खंदारी, सुल्तानगंज की पुलिया और वाटरवर्क्स फ्लाईओवर के पास का है।
बंद हैं सीसीटीवी कैमरे : हाईवे पर एक माह पूर्व सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए थे। अभी तक यह चालू नहीं किए गए हैं। पुलिया का काम अधूरा : आसाराम पब्लिक स्कूल के सामने एनएचएआइ आगरा खंड की टीम ने पुलिया का निर्माण पूरी तरह से नहीं किया है। इसे सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र के नाले से नहीं जोड़ा गया है। अभी तक नहीं चालू हुई एक लेन : आइएसबीटी फ्लाईओवर की सिकंदरा से खंदारी की तरफ की दूसरी लेन जनवरी के दूसरे सप्ताह तक चालू होनी थी, लेकिन अभी तक इस लेन को चालू नहीं किया गया है। सर्विस रोड से होकर वाहन गुजर रहे हैं। हाईवे पर संरक्षा के यह इंतजाम नहीं
निर्धारित दूरी पर साइनेज नहीं लगे हैं।
शहरी क्षेत्र में एंबुलेंस नहीं खड़ी है।
अवैध कट को बंद नहीं किया गया है।
हर दिन ठीक से झाड़ू नहीं लग रही है।
कूड़े का उठान नहीं हो रहा है।
वाटरवर्क्स और सिकंदरा क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट बंद है।
रुनकता से वाटरवर्क्स तक कई जगहों पर ग्रिल टूटी पड़ी है।
नाला सफाई ठीक से नहीं की जा रही है।
मोड़ पर टेप नहीं लगाए गए हैं। नेशनल हाईवे-19 पर संरक्षा के ठीक से इंतजाम के आदेश दिए गए थे। जल्द ही बिदुवार समीक्षा की जाएगी।
अमित गुप्ता, मंडलायुक्त हाईवे पर ठीक से झाड़ू लगनी चाहिए और कूड़े का उठान होना चाहिए। मिट्टी न उड़े, इसके लिए पानी का छिड़काव भी जरूरी है।
निखिल टीकाराम, नगरायुक्त स्पीड प्रतिबंध लागू होने के बाद भी यमुना एक्सप्रेस वे पर दौड़ रहे वाहन : यमुना एक्सप्रेसवे पर 15 फरवरी तक गति सीमा 75 किलोमीटर प्रति घंटा का प्रतिबंध लागू होने के बाद भी 100 किमी प्रति घंटा से अधिक स्पीड से वाहन दौड़ रहे है। खंदौली, मथुरा व जेवर टोल के आसपास यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण द्वारा वाहनों की टाइम मानिटरिग के लिए 20 स्थानों पर स्पीडोमीटर भी लगाए गए हैं। इनमें से अधिकांश खराब हैं। रोड सेफ्टी के मानकों में से एक 164 इमरजेंसी काल बाक्स एक्सप्रेस वे शुरू होने के समय लगवाए गए थे। कुछ दिन बाद ही ये खराब हो गए। अब इन्हें जड़ से उखाड़ लिया गया है। एक्सप्रेस वे पर अब कहीं भी इमरजेंसी काल बाक्स दिखाई नहीं दे रहे। रोड के उतार- चढ़ाव और टोल प्लाजा पर 48 स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरो में से अधिकांश खराब है। यमुना एक्सप्रेस वे के खंदौली टोल प्रभारी तुलसीराम गुर्जर ने बताया कि इमरजेंसी काल बाक्स खराब है।