नए साल से प्राइवेट हाथों में चली जाएगी वाहनों की फिटनेस, जानें कहां होगी जांच Agra News
कुबेरपुर में बन रहा है आधुनिक मशीनों से युक्त फिटनेस सेंटर। वर्तमान में आरआई करते हैं वाहनों की मैनुअल फिटनेस।
आगरा, जागरण संवाददाता। आरटीओ ऑफिस में होने वाली प्राइवेट वाहनों की फिटनेस जांचने का काम विभाग निजी हाथों में सौंपने जा रहा है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत फिटनेस की व्यवस्था जनवरी से शुरू हो सकती है। इसके लिए कुबेरपुर में सेंटर बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है।
जल्द ही यहां मशीनों से ऑटोमेटिक फिटनेस टेस्ट की जाएगी। नई व्यवस्था के तहत फिटनेस में हो रहे भ्रष्टाचार एवं लापरवाही को बंद करने के लिए यह कदम उठाया गया है। मुख्यालय में बैठे अधिकारियों का मानना था कि कैमरों से वाहनों की वास्तविक स्थिति का पता नहीं चलता है। यही कारण है कि जर्जर वाहन सड़कों पर दौड़ते हैं और उनसे दुर्घटनाएं भी होती हैं।
वर्तमान में वाहनों की फिटनेस की फीस तो ऑनलाइन जमा हो रही है, लेकिन फिटनेस का कार्य मैनुअल हो रहा है। मैनुअल में फिटनेस के कागज पर वाहन का चेचिस नंबर अंकित करते हैं। इसके बाद वाहन का फोटो खींचा जाता है। कैमरे से वाहन का फोटो खींचकर उसे फिट होने का सर्टिफिकेट दे दिया जाता है। सर्टिफिकेट देने से पहले वाहन को चलाकर नहीं देखा जाता कि वाहन सड़क पर चलने लायक है या नहीं। फोटो खिंचने के पांच मिनट के अंदर ही वाहन का सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाता है। अधिकारियों के मुताबिक जनवरी से कुबेरपुर में बन रहे सेंटर पर वाहनों की फिटनेस का कार्य शुरू हो सकता है।
शासन की मंशा के अनुरूप पीपीपी मॉडल के तहत कुबेरपुर में फिटनेस सेंटर का कार्य तेजी से चल रहा है। संभवत: नए साल में यहां कार्य शुरू हो जाएगा।
-जगदीश कुशवाह, उप परिवहन आयुक्त (परिक्षेत्र आगरा)