प्रदेश के 13 जिलों में कारखानों से जल बन रहा जहर, मंडल का ये जिला चौथे नंबर पर Agra News
सीपी इंडेक्स की रिपोर्ट में फीरोजाबाद भी शामिल पीसीबी में खलबली। कांच धुलाई करने वाली 36 इकाइयों को नोटिस जारी।
आगरा, जेएनएन। प्रदेश में वायु एवं जल प्रदूषण का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में औद्योगिक दृष्टि से महत्वपूर्ण 13 शहरों में कारखानों से निकलने वाला केमिकल जल एवं वायु प्रदूषण खतरनाक स्थिति के लिए जिम्मेवार है। इन 13 शहरों में फीरोजाबाद का नाम चौथे नंबर पर है।
कम्प्रेहेसिव इन्वायरमेंटल पॉलीसन इंडेक्स (सीईपीआई) की रिपोर्ट आने के अनुसार, फीरोजाबाद की कांच इकाइयों में कांच की धुलाई में खतरनाक रसायन का प्रयोग हो रहा है, जिससे हालात दिनोंदिन गंभीर हो रहे हैं। इसके बाद आननफानन में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 36 कांच इकाइयों को नोटिस जारी किया है।
ग्रीन पीस इंडिया द्वारा जनवरी में देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची जारी की गई है। इसमें फीरोजाबाद सूबे में छठवें नंबर पर आया था। यह रिपोर्ट आने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों ने प्रदूषण कम करने को ठोस कदम नहीं उठाए। ग्रीन पीस इंडिया के बाद सीपी इंडेक्स की रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली आई है। उक्त रिपोर्ट के अनुसार औद्योगिक दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रदेश के 13 शहरों में वायु एवं जल प्रदूषण की स्थिति खतरनाक स्तर पर पाई गई है। फीरोजाबाद में भी जल एवं वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब पाई गई है।
रिपोर्ट के अनुसार वायु में 76 फीसद एवं जल में 72 फीसद क्रिटीकल पॉल्यूटेड आर्सेनिक श्रेणी के अवयव पाए गए हैं। यह रिपोर्ट आने के बाद पीसीबी अधिकारियों शहर की तीन दर्जन कांच इकाइयों को नोटिस जारी किया है।
ये शहर हैं सूची में
आगरा, अलीगढ़, बुलंदशहर, फीरोजाबाद, गजरौला, गाजियाबाद, कानपुर, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, नोएडा, सिंगरौली व वाराणसी।
यूपीपीसीबी ने जारी की एडवाइजरी
सीपी इंडेक्स रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव आशीष तिवारी ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें ऑरेंज श्रेणी के कांच उद्योग में कांच की धुलाई में खतरनाक आक्साइड ऑफ आर्सेनिक (एएस-2 ओ-3) का प्रयोग न करने को कहा गया है।
जारी किये गए नोटिस
सीपी इंडेक्स द्वारा हाल में 13 औद्योगिक शहरों की रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें वायु एवं जल प्रदूषण की स्थिति खतरनाक स्तर पर बताई गई है। रिपोर्ट के आधार पर कांच की सफाई में खतरनाक रसायन प्रयोग करने वाली 36 इकाइयों को नोटिस जारी किए गए हैं।
- मनोज कुमार चौरसिया, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड