गर्मी में आग लगने की घटनाएं रोकने को फायर ब्रिगेड की योजना, बनाए जाएंगे सचेतक
शहर और गांवों में अग्निकांड की आपात स्थिति में दमकल कर्मियों को कभी-कभी वहां की भौगोलिक स्थिति की जानकारी न हाेने पर रेस्क्यू में समय लगता है। पुलिस मित्र की तरह हर ब्लाक के गांवों में बनाए जाएंगे अग्नि सचेतक।
आगरा, अली अब्बास। पुलिस मित्र की तरह अब अग्निशमन विभाग भी हर गांव में अग्नि सचेतक बनाएगा। उन्हें आग से बचाव के तरीकों को लेकर प्रशिक्षित करेगा। जिससे कि वह गांव के अन्य लोगों को जागरूक कर सकें।जिले के प्रत्येक ब्लाक से 100 लोगों को अग्नि सचेतक बनाया जाएगा।जो गांवों में अग्निकांड या अन्य आपात स्थिति में विभाग के लिए गाइड की भूूमिका में रहेंगे।
शहर और गांवों में अग्निकांड की आपात स्थिति में दमकल कर्मियों को कभी-कभी वहां की भौगोलिक स्थिति की जानकारी न हाेने पर रेस्क्यू में समय लगता है। इन स्थितियों को आसान करने के लिए फायर ब्रिगेड में पुलिस मित्र की तरह अग्नि सचेतक बनाए जा रहे हैं। आग पर काबू और रेस्क्यू करने गई फायर ब्रिगेड की टीम के लिए यह गाइड का भी काम करेंगे। दमकल कर्मियों को बताएंगे कि इलाके में कहां पर पानी की उपलब्धता है। गांव में कहां पर तालाब और ट्यूबवेल हैं, जिनसे पानी आग बुझाने को पानी लिया जा सकता है।
जिले में 15 ब्लाक हैं। फायर ब्रिगेड द्वारा प्रत्येक ब्लाक में 100 अग्नि सचेतक बनाए जा रहे हैं। विभाग इन्हें आग से बचाव के तरीकों का प्रशिक्षण देगा। आग लगने की स्थिति में क्या करना चाहिए, इस बारे में भी प्रशिक्षित करेगा। जिसके बाद यह अग्नि सचेतक अपने गांवों में आग से बचाव के तरीकों से लोगों को जागरूक करेंगे।
हर ब्लाक का बना वाट्सएप ग्रुप
फायर ब्रिगेड ने थानों के डिजीटल वालंटियर की तरह सभी 15 ब्लाक के वाट्सएप ग्रुप बनाए हैं।जिनसे मुख्य अग्निशमन अधिकारी, अग्निशमन अधिकारी और फायर कंट्रोल रूम को जोड़ा गया है। किसी भी ब्लाक के गांव में आग लगने पर अग्नि सचेतक इस पर सूचना देंगे। इसके साथ ही फायर ब्रिगेड के पहुंचने से पूर्व उपलब्ध संसाधनों से आग की विभीषिका को रोकने का पय्रास करेंगे।
प्रत्येक ब्लाक में 100 अग्नि सचेतक बनाए जा रहे हैं। अब तक एक हजार से अधिक अग्न सचेतक बनाए जा चुके हैं।
अक्षय रंजन शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी