फोटोग्राफरों के साथ अब दूल्हा- दुल्हन भी हैं परेशान, जानिये क्या है वजह
वीडियोग्राफी में फिल्मी गानों पर कॉपीराइट की सख्ती का मामला। फोटोग्राफरों से पूछ रहे हमारी सीडी में तो नहीं आएगी दिक्कत।
आगरा, जागरण संवाददाता। आवास विकास कॉलोनी निवासी संजय की शादी आठ मार्च की है। उन्होंने शुक्रवार को फोटोग्राफर को फोन कर पूछा। भाई, हमारी शादी की वीडियो में गाने तो होंगे न। इस तरह के कई फोन वीडियो और फोटोग्राफरों के पास आते रहे। हर कोई वीडियो में फिल्मी गानों की मिक्सिंग पर कंपनियों की सख्ती के बाद परेशान है।
शादी की वीडियो में फिल्मी गाने डालने पर एक कंपनी ने कॉपीराइट एक्ट के तहत वीडियोग्राफर व मिक्सिंग का काम करने वालों पर सख्ती कर दी है। इस मामले में राजपुर चुंगी के एक फोटोग्राफर के खिलाफ मुकदमा भी हुआ है। इसके विरोध में फोटो व वीडियोग्राफरों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। उनका कहना था कि इस तरह तो शादी की वीडियो बिना गानों के बनानी पड़ेगी। जैसे ही यह बात उन लोगों को पता चली, जिनके घरों में जल्द किसी की शादी होने वाली है, तो वह परेशान हो उठे। फोटोग्राफी एंड फिल्म एसोसिएशन के सचिव अमित जैन का कहना है कि कई लोगों के फोन आए हैं। हर कोई इस शंका से ग्रस्त है कि उनकी शादी के वीडियो में गाने होंगे या नहीं। उन्हें आश्वास्त किया गया है कि जैसे पहले वीडियो बनती थीं, वैसी ही बनेंगी। ग्राहकों के सवालों को लेकर फोटोग्राफर साथी परेशान हैं।
ये है वीडियोग्राफी का कारोबार
वीडियोग्राफी से जुड़े लोगों ने बताया कि कम से कम 10 हजार रुपये से 40 हजार रुपये की वीडियोग्राफी की बुकिंग आती हैं। अगर 10 हजार वाली बुकिंग है तो उसमें 1800 रुपये के हिसाब से तीन दिन के कार्यक्रम के 5400 रुपये कैमरामैन और हेल्पर को मिलते हैं। इसके बाद 200 रुपये प्रति घंटा के हिसाब से मिक्सिंग का खर्च होता है। अगर छह घंटे की शूट है तो 1200 रुपये ले जाता है। इस तरह बुकिंग लेने वाले को तीन से साढ़े तीन हजार रुपये बचते हैं। वहीं, बड़ी शादियों में चार से पांच एचडी कैमरे, ड्रोन, एलईडी, क्रेन लगती हैं। यहां खर्चा बढ़ जाता है।
तो करना होगा ओरिजनल म्यूजिक का प्रयोग
जानकारों का कहना है कि अगर वीडियोग्राफी के दौरान डीजे पर कोई गाना बज रहा है और वह शूट होता है तो उस पर कॉपीराइट एक्ट के तहत कार्रवाई नहीं हो सकती। इसके अलावा कार्रवाई से बचने के लिए ओरिजनल म्यूजिक का प्रयोग कर सकते हैं।
हर साल होती हैं शहर में एक हजार से ज्यादा शादी
शहर में हर साल एक हजार से ज्यादा शादी होती हैं। इसके अलावा बर्थ-डे पार्टी व अन्य आयोजन अलग होते हैं। ऐसे में सभी कार्यक्रमों की वीडियो रिकॉर्डिग में फिल्मी गानों का प्रयोग होता है।
पांच हजार परिवार होंगे प्रभावित
आगरा फोटोग्राफी एंड फिल्म एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विशाल तिवारी ने बताया कि शादी-पार्टी में वीडियोग्राफी और मिक्सिंग के काम से करीब पांच हजार लोग जुड़े हुए हैं। कंपनी द्वारा कॉपीराइट एक्ट के नाम पर वीडियोग्राफरों का उत्पीड़न किया जा रहा है। मिक्सिंग में जो गाने प्रयोग होते हैं उनका कोई व्यावसायिक प्रयोग नहीं होता। शादी समारोह की सीडी तो घर में यादों के लिए होती हैं। गानों के एवज में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाता। कंपनी की मनमानी के खिलाफ वे प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बुधवार को सांसद रामशंकर कठेरिया को ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा बताई।
15 हजार रुपये लाइसेंस फीस
एसोसिएशन के उपाध्यक्ष का कहना है कि एक म्यूजिक कंपनी फोटोग्राफरों से गानों का प्रयोग करने के लिए 15 हजार रुपये सालाना लाइसेंस फीस लेने की बात कह रही है। अगर हम ऐसा करते भी हैं तो एक दर्जन से ज्यादा दूसरी कंपनियां भी फीस वसूलेंगी। ऐसे में हमारा काम करना मुश्किल हो जाएगा। कई छोटे वीडियोग्राफर सड़क पर आ जाएंगे।
ये हैं प्रमुख म्यूजिक कंपनियां
टिप्स, सोनी, एचएमवी, सारेगामा, टी-सीरीज, यूनीवर्सल, ब्लू फ्रॉग, म्यूजिक टुडे, इरोस एंटरटेनमेंट, वीनस।
कंपनी कर सकती है कार्रवाई
इस मामले में अधिवक्ता सुब्रत मेहरा का कहना है कि अगर किसी कंपनी के पास कॉपीराइट है और वह रजिस्ट्रेशन दिखाती है तो वह अपने गानों के बिना अनुमति प्रयोग पर कॉपीराइट एक्ट की धारा 63 के तहत कार्रवाई कर सकती है।
हमें तो कोई परेशानी नहीं होगी
फोटोग्राफरों से ग्राहक कॉपीराइट एक्ट के बारे में जानकारी कर रहे हैं। वह पूछ रहे हैं कि इससे उन्हें तो कोई परेशानी नहीं होगी। कहीं ऐसा न हो कंपनी बाद में उन्हें परेशान करें। इस तरह के कई सवाल फोटोग्राफरों से पूछे जा रहे हैं।
हुई सख्ती तो ग्राहकों पर पड़ेगा असर
फोटोग्राफी एसोसिएशन के उपाध्यक्ष विशाल तिवारी का कहना है कि अगर कंपनियों ने हमारी परेशानी नहीं समझी तो फोटोग्राफरों के साथ ग्राहकों को भी परेशानी झेलनी होगी। लाइसेंस लेने पर वीडियो शूट के दामों में बढ़ोतरी करना मजबूरी होगा, इसका सीधा असर हम पर पड़ेगा। छोटे-मोटे काम कर अपने परिवार का पेट पालने वाले फोटोग्राफर बेरोजगार हो जाएंगे।
पहले की तरह ही करेंगे काम
फोटोग्राफरों का कहना है कि अभी तो वह पहले की तरह ही काम करेंगे। पूरे देशभर में म्यूजिक कंपनी के इस रवैये के खिलाफ फोटोग्राफरों को जोड़ा जा रहा है। इसके बाद कानूनी सलाह ली जाएगी। जरूरत पड़ी तो कोर्ट भी जाएंगे।