बुद्ध पूर्णिमा पर बटेश्वर में उमड़ा आस्था का सैलाब
आंवलखेड़ा स्थित गायत्री शक्तिपीठ में हुआ नौ कुंडीय यज्ञ संस्कार कराए गए
जागरण टीम, आगरा। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर ग्रामीण अंचल में धार्मिक आयोजन हुए। तीर्थनगरी बटेश्वर में आस्था का सैलाब उमड़ा। श्रद्धालुओं ने यमुना नदी में स्नान कर ब्रह्मालालजी मंदिर में मत्था टेका और पूजा-अर्चना की।
बाह: सोमवार तड़के ही बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने यमुना नदी में डुबकी लगाई। इसके बाद ब्रह्मालालजी मंदिर में दर्शन किए। देर शाम तक मंदिरों में भीड़ लगी रही। बुद्ध पूर्णिमा पर भोलेबाबा के दर्शन का बड़ा महत्व है। दो वर्ष तक कोरोना के चलते स्थगित रहे आयोजन में इस बार काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। वहीं गौरी शंकर मंदिर में सुहागिनों ने सुहाग का सामान अर्पित किया और मन्नत मांगी।
बरहन: आंवलखेड़ा में सोमवार को दीप महायज्ञ के साथ गायत्री शक्तिपीठ में आयोजित नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई। लोगों ने यज्ञ कुंड में आहुतियां दीं। विश्व गायत्री परिवार शातिकुंज हरिद्वार के केंद्रीय योजना के तहत आयोजन हुआ। गायत्री शक्तिपीठ में संस्कार भी कराए गए। जोनल कार्यालय के जोन समन्वयक जगदीश सिंह कुशवाहा ने बताया कि गायत्री यज्ञ एवं उपासना कार्यक्रम भी हुआ। बुद्ध पूर्णिमा के महत्व पर डाला प्रकाश
जागरण टीम, आगरा। किरावली के अनार देवी गोयल विद्या मंदिर में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया। नगर कार्यवाह श्याम हरि शर्मा ने बताया कि भगवान बुद्ध का जन्म, ज्ञान की प्राप्ति और महापरिनिर्वाण यह तीनों वैशाख पूर्णिमा को ही संपन्न हुए थे। भाजपा के मंडल अध्यक्ष पवन इंदौलिया, राधेश्याम भगत, दीवान सिंह, रामनरेश इंदौलिया, संतोष गर्ग, यादवराम, सुबोध कुमार, अजय मौजूद रहे। दाऊजी मंदिर के मेले में श्रद्धालुओं ने की परिक्रमा
जागरण टीम, आगरा। वैशाख की पूर्णिमा पर सोमवार को दाऊजी महाराज के मंदिर पर मेले का आयोजन किया गया। यहां बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने परिक्रमा की। इसके बाद दाऊजी महाराज के दर्शन कर मनोकामना मांगी। चिलचिलाती धूप में भी श्रद्धालुओं के कदम नहीं रुके। सैकड़ों की भीड़ इकलौते हैंडपंप पर पानी पीने के लिए इंतजार करती रही। यहां छाया के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।