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खाद को मारामारी, सहकारी समितियों पर हंगामा

400 पैकेट प्रति समिति पर पहुंची है खाद समितियों पर लग रही लंबी लाइन

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 06:25 AM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 06:25 AM (IST)
खाद को मारामारी, सहकारी समितियों पर हंगामा
खाद को मारामारी, सहकारी समितियों पर हंगामा

जागरण टीम, आगरा। फतेहपुर सीकरी ब्लाक क्षेत्र के मंडी गुड़ में हाईवे किनारे स्थित पीसीएफ गोदाम व आठ सहकारी समितियों पर डीएपी खाद पहुंच गई है। शुक्रवार शाम से लेकर शनिवार सुबह तक सभी समितियों पर 400 पैकेट प्रत्येक के हिसाब से खाद पहुंचा है, लेकिन यह खाद किसानों के लिए पर्याप्त नहीं है। इस कारण किसान समितियों पर हंगामा करते रहे।

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गांव दूरा में दो समितियों का खाद होने के कारण किसानों की भारी भीड़ हो गई। खाद को लेकर हंगामा हो गया। हंगामा देख पुलिस बुलाई गई। पुलिस पर किसानों ने आरोप लगाया है कि एक दरोगा ने लाइन में लगे किसानों को गोदाम से भगा दिया। ग्रामीणों का कहना हैं कि सचिव अपने संबंधों के अनुसार लोगों को खाद वितरण कर रहे हैं। मोहन सिंह सचिव पर तीन समितियों मंडी मिर्जा, राजोली व नयावास का प्रभार है इन समितियों का वितरण नहीं हो सका है। ताराचंद बंटी, शिशुपाल, सुखबीर सिंह आदि किसान सरकार की व्यवस्था को कोसते रहे। ब्लाक स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी खाद वितरण में उदासीन बने हुए हैं। रसीद मिली लेकिन डीएपी नहीं

जागरण टीम, आगरा। अछनेरा कस्बे में स्थित सहकारी समिति के प्रभारी ने अपनी दबंगई सारी हदें पार कर दीं। रसीद होने के बाद भी किसान को डीएपी देने से इन्कार कर दिया। गांव छहपोखर निवासी किसान लोकेश और भोले ने सहकारी समिति के प्रभारी को 25 हजार रुपये की धनराशि डीएपी के लिए दे दी। किसानों से निर्धारित 24060 से अतिरिक्त धनराशि अधिक लेकर उनको निर्धारित शुल्क की ही रसीद थमाई गई। धनराशि लेने के बाद प्रभारी के तेवर बदल गए। डीएपी नहीं होने का हवाला देकर 28 अक्टूबर को आने को कहा। रविवार को पीड़ित किसानों ने थाने पर प्रभारी पुष्पेंद्र कुमार के खिलाफ तहरीर देकर धनराशि वापस कराने और प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। किसानों की समस्या का समाधान नहीं तो होगा आंदोलन

जागरण टीम, आगरा। कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज दीक्षित रविवार को साधन सहकारी समिति बड़ागांव में किसानों की खाद समस्या को लेकर पहुंची। पूर्व जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकारी गोदामों पर डीएपी की किल्लत है। किसान ऊंची कीमतों पर बाजार से खरीदने को मजबूर हैं। किसानों की समस्या को लेकर बाह में कांग्रेस आंदोलन करने की रूपरेखा तैयार कर रही है। उनका कहना है कि समितियों पर भी खाद के लिए किसानों से 50 रुपये अधिक लिए जा रहे है। भाजपा अपने आप को किसानों का हम दर्द कहती है, लेकिन उसके ही शासन काल में किसान हर समस्या से जूझ रहा है। अगर किसानों की समस्या का हल जल्द नहीं हुआ तो कांग्रेस बाह विधानसभा क्षेत्र में बड़ा आंदोलन करेंगी। अरुण शर्मा, सुनील पचौरी, राकेश बरुआ, शिववीर गुर्जर, राम सिंह गुर्जर, शिवम तिवारी, नारायण शंकर, मुन्ना लाल, राहुल शर्मा, आदि मौजूद थे। डीएपी के साथ एनपीके खरीदना मजबूरी

सरकारी गोदाम पर जो डीएपी पहुंची है उसके साथ एनपीके खाद भी पहुंची है। किसान को एक पैकेट डीएपी लेने पर एक पैकेट एनपीके भी दिया जा रहा है। अगर किसान इसे लेने के लिए मना करते है तो उसे डीएपी नहीं मिल रही। किसान राम सिंह, कलियान, श्रीकृष्ण, जितेंद्र आदि का कहना है अभी एनपीके की जरूरत नहीं मगर मजबूरी में खरीद करनी पड़ रही है।


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