Mission Shakti: थाने में बैठकर पीड़िता की शिकायत का निस्तारण नहीं कर सकेंगी महिला बीट प्रभारी
शिकायत मिलने पर मौके पर जाकर पहचान एप में करनी होगी ऑनलाइन फीडिंग। पीड़िता की 10 सेकेंड की वीडियो बनाकर करनी होगी अपलोड। मिशन शक्ति अभियान को अब पहचान एप से जोड़ दिया गया है। बीट प्रभारी को पीड़िता के पास मौके पर जाकर 10 सेकेंड की वीडियो बनानी होगी।
आगरा, जागरण संवाददाता। पुलिस पर अक्सर आरोप लगता है कि उसने पीड़िता के शिकायत प्रार्थना पत्र का निस्तारण मौके पर जाए बिना थाने में बैठकर कर दिया। महिला बीट प्रभारी ऐसा नहीं कर सकेंगी। मिशन शक्ति अभियान को अब पहचान एप से जोड़ दिया गया है। बीट प्रभारी को पीड़िता के पास मौके पर जाकर शिकायत के निस्तारण को अपडेट करना होगा। पीड़िता की 10 सेकेंड की वीडियो बनानी होगी। जिसमें पीड़िता अपनी शिकायत के निस्तारण से संतुष्ट है या नहीं, इसका फीडबैक देगी। इस वीडियो को एप पर अपलोड करना होगा। मिशन शक्ति के तहत जागरूकता कार्यक्रम भी एप पर अपलोड होंगे।
आइजी जोन राजीव कृष्ण ने बताया कि मिशन शक्ति अभियान के तहत पुलिस बीट से महिला सिपाहियों को जोड़ा गया है। महिला पुलिसकर्मियों को भी बीट प्रभारी बनाया गया है। प्रत्येक बीट पर दो-दो महिला सिपाही तैनात की गई हैं। मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं से संबंधित शिकायत के निस्तारण के लिए महिला बीट सिपाही मौके पर जाएंगी। वह शिकायत के निस्तारण से लेकर जागरूकता कार्यक्रम की जानकारी ऑनलाइन फीड करेंगी। राज्य में मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत गांवों और मोहल्लों में पुलिस महिलाओं को जागरूक कर रही है। उनके अधिकाराें से लेकर कानून की जानकारी दी जा रही है। जिसके लिए महिला बीट सिपाहियों को लगाया गया है। महिला बीट सिपाही अपने क्षेत्र में शिकायत का निस्तारण करेंगी। बीट की सिपाही द्वारा शिकायत के निस्तारण की ऑनलाइन फीडिंग करेंगी। जिसकी संबंधित थाना प्रभारी से लेकर अधिकारी निगरानी करेंगे। इससे संबंधित बीट सिपाही की लोकेशन भी दर्ज होगी।