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Love to Nature: इंसान के साथ परिंदों की भी चिंता, खड़ी कर दी हजारों पेड़ों की कतार

आगरा में फादर वर्गीस चार सालों में लगा चुके हैं दस हजार पौधे। स्कूलों में भी लगाए फलदार पौधे फैला रहेे जागरूकता।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 09:57 AM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 09:57 AM (IST)
Love to Nature: इंसान के साथ परिंदों की भी चिंता, खड़ी कर दी हजारों पेड़ों की कतार
Love to Nature: इंसान के साथ परिंदों की भी चिंता, खड़ी कर दी हजारों पेड़ों की कतार

आगरा, प्रभजोत कौर। बचपन में एक कहानी सुनी थी कि आकाश में पंख फैला उड़ने वाली चिड़िया जब पेड़ों पर फल खाने बैठती है तो अपने पंखों में जमा कार्बन को पेड़ों पर ही छोड़ देती है। पेड़ उस कार्बन को अॉक्सीजन में बदल वायुमंडल में छोड़ते हैं। धीरे-धीरे यह कहानी सिर्फ एक कहानी बन कर रह गई क्योंकि फलदार पेड़ों के साथ ही खत्म होने लगे चिड़ियों के आशियाने भी। चिड़ियों के आशियाने फिर से सजाने की मुहिम ताजनगरी के फादर वर्गीस ने शुरू की है। पिछले चार सालों से वे लगातार फलदार पौधे लगा रहे हैं, जिससे बड़े होकर यही पौधे पेड़ बनकर चिड़ियों की चहचहाट से चहकें। साथ ही इन पेड़ों की छाया, गर्मी में इंसान को भी राहत दे सके।

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स्कूलों में भी लगाए पौधे

कॉन्वेंट स्कूलों की सदभावना आगरा इकाई के समन्वयक फादर वर्गीस यह मुहिम चला रहे हैं। वे अब तक सेंट पीटर्स, सेंट फेलिक्स, सेंट पेट्रिक्स, सेंट फ्रांसिस, रोहता और मथुरा के कई स्कूलों में भी दो हजार से ज्यादा फलदार पौधे लगा चुके हैं। इनमें अमरूद और अनार के पेड़ ज्यादा हैं क्योंकि वे साल में दो बार फल देते हैं। पेड़ों की देखभाल के लिए शहर के कई पर्यावरण प्रेमी भी उनकी मदद करते हैं। चार सालों में अब तक वे 10 हजार से ज्यादा फलदार पौधे लगा चुके हैं।

खेतों की मेड़ भी आ रही काम

स्कूलों के अलावा फादर वर्गीस खेतों की मेड़ पर भी खेत मालिक से बात कर फलदार पौधे लगाते हैं। पौधे लगाने से पहले वे खेत मालिक से एक शपथ पत्र भी भरवाते हैं कि इन पेड़ों का मारने के लिए वे कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं करेगा। 10-15 दिन में एक बार उनके साथी जाकर पेड़ों की रिपोर्ट भी लेते हैं। शहर में वे कई सरकारी जगहों और यूपीएसआईडीसी में भी पौधे लगा चुके हैं।

बच्चों को कर रहे जागरूक

फलदार पौधे लगाने के लिए अब वे स्कूलों के बच्चों को भी जागरूक कर रहे हैं। पेड़ से होने वाले फायदे और चिड़ियों के लिए उनकी उपयोगिता भी बताते हैं। उनका उद्देश्य अब शहर के पार्कों में फलदार पौधे लगाने का है।

धीरे-धीरे पेड़ खत्म हो रहे हैं। चिड़ियों के घोंसले अब पेड़ों पर दिखते ही नहीं है। फलदार पेड़ चिड़ियों के लिए दो तरह से काम करता है। पहला वे घोंसला बना सकती हैं और दूसरा उन्हें खाना मिलता है। मेरा उद्देश्य है कि लोग जागरूक हों और चिड़ियों के लिए पेड़ लगाएं।

- फादर वर्गीस


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