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असली ब्रांड के नाम पर यहां चल रहा था नकली का खेल

राया में पकड़ी गई नकली शराब बनाने की फैक्ट्री तीन आरोपित किए गए गिरफ्तार।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 04:36 PM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 04:36 PM (IST)
असली ब्रांड के नाम पर यहां चल रहा था नकली का खेल
असली ब्रांड के नाम पर यहां चल रहा था नकली का खेल

 आगरा: मथुरा जिले में राया पुलिस ने बुधवार की सुबह मथुरा-राया रोड पर नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। पुलिस ने तीन आरोपित गिरफ्तार किए हैं।

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एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि राया पुलिस, क्रिमिनल इंटेलीजेंस विंग, सर्विलांस टीम को मथुरा- राया रोड स्थित तोमर गेस्ट हाउस के पीछे अवैध रूप से नकली शराब बनाने की फैक्ट्री होने की सूचना मिली थी। पुलिस ने बुधवार की सुबह छापामार कार्रवाई कर फैक्ट्री पकड़ी। नकली शराब बनाने के आरोप में कुंवरपाल निवासी बहादुरपुर महावन, नरेंद्र ङ्क्षसह और वीरेंद्र निवासी गोट भरतपुर राजस्थान को गिरफ्तार किया गया है। 85 पौआ विंडीज ब्रांड नकली देशी शराब, 12 स्प्रिट से भरी कैन (करीब 600 लीटर), 295 नकली बोतल के ढक्कन, 280 नकली रैपर गुड इवनिंग ब्रांड, 497 खाली पव्वे, स्प्रिट की तीव्रता नापने वाला यंत्र भी बरामद हुए। आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना राया प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार चौधरी, क्रिमिनल इंटेलीजेंस ङ्क्षवग प्रभारी सत्यवीर ङ्क्षसह, एसआइ राजेंद्र सिंह, कास्टेबल विजय पाल, अभिषेक, श्रीचंद्र, चरन ङ्क्षसह, राघवेंद्र, अभिनय, विपिन कुमार, अशोक कुमार, अंकित कुमार शामिल थे।

बुधवार को ही बिहार के दरभंगा में चाय की पत्ती से नकली शराब बनाने का मामला पकड़ में आया। दरअसल बिहार में शराबबंदी है। बावजूद इसके पीने वालों ने कई तरह के नए तरीके ईजाद कर लिए हैं। दरभंगा में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का उद्बेदन किया है जो चायपत्ती से शराब बनाकर बेचता था। दरभंगा पुलिस ने पहली बार राज्य के बाहर पश्चिम बंगाल में छापेमारी कर नकली शराब फैक्ट्री को नष्ट कर उत्तर बिहार के लिए सिरदर्द बने गिरोह का उदभेदन किया है। दरभंगा के बहादुरपुर थाने के बीएमपी 13 स्थित मनौरा की ओर जाने वाली सड़क से पिकअप वैन से 95 कार्टन शराब की जब्ती और गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के तीन एवं अररिया जिले के एक सप्लायर की निशानदेही पर पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।

पश्चिम बंगाल पुलिस के सहयोग से दार्जिलिंग जिले के विधाननगर थाना क्षेत्र में तीन जगहों पर छापेमारी की गई। इसमें 170 कार्टन नकली शराब की बरामदगी हुई। साथ ही भारी मात्रा में शराब की खाली बोतलें, विभिन्न कंपनियों के रैपर, स्प्रिट, चायपती, गुड़ आदि बरामद की गई।

ऐसे बनती थी चाय की पत्ती से नकली शराब

स्प्रिट एवं पानी को मिलाकर चायपती डालकर शराब का रंग तैयार करने के बाद उसमें गुड़ का घोल मिला दिया जाता है। इसके बाद खाली बोतलों में डालकर पैक कर दिया जाता है। डिमांड के तहत विभिन्न शराब कंपनियों का रैपर बोतल पर चिपका दिया जाता है। रैपर कोलकाता में प्रिंट होता है। 750 एमएल शराब को तैयार करने में मात्र 30 रुपये लागत आती है।

वहीं कुछ माह पूर्व हरदोई पुलिस ने ब्रांडेड कंपनी के नाम पर बनाई जा रही नकली शराब की फैक्ट्री पकड़ कर भारी मात्र में शराब बरामद की थी। इसमें सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य सरगना समेत छह लोग फरार हो गए। सपा नेता भी इस खेल में शामिल थे।


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