सेहत से हाे रहा था तीन साल से खेल, लाखों के एमीकासिन इंजेक्शन नमूने में हुए फेल
दवा माफिया भूमिगत। फव्वारा दवा बाजार में कई दुकानें बंद।
आगरा, जागरण संवाददाता। नकली एमीकासिन इंजेक्शन का काला कारोबार तीन साल से चल रहा है। दवा माफिया कार में इंजेक्शन तैयार करने का सामान लेकर चलते थे। नकली एमीकासिन इंजेक्शन के साथ पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ के बाद दवा माफिया को चिन्हित किया जा रहा है। सरगना सहित गिरोह में शामिल दवा माफिया भूमिगत हो गया है। वहीं, फव्वारा दवा बाजार में कई दुकानें बंद रहीं।
औषधि विभाग की टीम ने पुलिस के साथ फतेहाबाद के निबोहरा थाने में एक वैगन आर सहित चार दवा माफिया को पकड़ा था। इसके पास से करीब सात लाख का नकली एमीकासिन इंजेक्शन, खाली शीशी और मशीन जब्त की गई हैं। पुलिस ने अभिमन्यु चौहान निवासी यमुना विहार कमला नगर, रामहरि उसकी पत्नी शीतल शर्मा निवासी निबोहरा और संतोष निवासी तुलसीपुरा फतेहाबाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। औषधि निरीक्षक ब्रजेश यादव ने बताया कि पूछताछ में सामने आया है नकली एमीकासिन इंजेक्शन अंबर प्रताप सिंह निवासी अमित विहार, कमला नगर के घर से लेकर आए थे। नकली एमीकासिन इंजेक्शन बनाने का काला कारोबार तीन साल से चल रहा था, कार में खाली शीशी, रेपर और मशीन भी मिली है। नकली एमीकासिन इंजेक्शन खत्म होने के बाद कार में ही तैयार कर लिए जाते थे, इसके लिए डेक्सट्रोज और पानी का इस्तेमाल किया जा रहा था। इंजेक्शन की सप्लाई झोलाछाप और हॉस्पिटल में मेडिकल स्टोर चला रहे डॉक्टरों को की जा रही थी। पूछताछ में सामने आए नाम की सूची तैयार की जा रही है।
उधर, नकली एमीकासिन इंजेक्शन पर हुई कार्रवाई के बाद सरगना अंबर प्रताप सिंह भूमिगत हो गया है। वहीं, फव्वारा दवा बाजार में भी कई दुकानें बंद नहीं। इन दुकानों पर राजस्थान और हरियाणा की टीम छापे मार चुकी है।
एंटीबायोटिक इंजेक्शन के नमूने फेल
जनवरी 2019 में औषधि विभाग की टीम ने दीक्षा बांके बिहारी धाम, सिकंदरा से नकली दवा की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। आरोपी हरि बाबू को जेल भेज दिया गया। टीम ने एमॉक्सीसिन क्लेवुलेनिक एसिड, मल्टी विटामिन सहित चार दवाओं के सैंपल भेजे थे, ये चारों फेल हो गए हैं। हरि बाबू पर ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट में भी मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।
नकली दवा का करोड़ों का कारोबार
आगरा के फव्वारा थोक दवा बाजार से बड़ी मात्रा में नकली और अवैध दवाओं की सप्लाई दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार सहित अन्य राज्यों में हो रही है। यहां से हर महीने करोड़ों की अवैध दवाओं की सप्लाई की जा रही है। पिछले दिनों बड़ी मात्रा में नशे के लिए इस्तेमाल किए जा रहे कफ सीरप भी पकड़े थे। इन सभी मामलों में जांच चल रही है।
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